अध्याय 6
नफी परमेश्वर की बातें लिखता है—नफी का उद्देश्य लोगों को इब्राहीम के परमेश्वर के निकट लाना और बचाना है । लगभग 600–592 ई.पू.
1 और अब मैं, नफी, अपने अभिलेख के इस भाग में अपने पूर्वजों की वंशावली को नहीं लिख रहा हूं; और उसे न तो मैं इन पट्टियों पर लिखूंगा, जिन्हें मैं लिख रहा हूं; क्योंकि वह तो उस अभिलेख में दी गई है जिसे मेरे पिता ने रखा है; इसलिए मैं उसे इसमें नहीं लिख रहा हूं।
2 क्योंकि मेरे लिए इतना कहना पर्याप्त है कि हम यूसुफ के वंशज हैं ।
3 और मेरे लिए यह आवश्यक नहीं है कि विशेष रूप से अपने पिता का पूरा लेखा यहां लिखूं, क्योंकि उन्हें इन पट्टियों पर नहीं लिखा जा सकता है, क्योंकि मेरी इच्छा है कि मैं परमेश्वर की बातों को लिखने के लिए स्थान रखूं ।
4 क्योंकि मेरी पूर्ण इच्छा है कि मैं लोगों से आग्रह करूं कि वे इब्राहीम के परमेश्वर, और इसहाक के परमेश्वर, और याकूब के परमेश्वर के पास आएं, और बचाए जाएं ।
5 इसलिए, जो बातें संसार को पसंद हैं मैं उन्हें नहीं लिखूंगा, लेकिन जो बातें परमेश्वर को पसंद हैं और जो संसार की नहीं हैं, उन्हें लिखूंगा ।
6 इसलिए, मैं अपने वंशों को यह आज्ञा दूंगा, कि वे इन पट्टियों में उन बातों को स्थान न दे जो मानव संतान के लिए महत्व की न हों ।