पवित्रशास्त्र
अलमा 63


अध्याय 63

शिबलोन और बाद में हिलामन ने पावन अभिलेखों को अपने अधिकार में ले लिया—कई नफाई उत्तरी प्रदेश की यात्रा करते हैं—हागोथ जहाज बनाता है, जो पूर्वी समुद्र की जलयात्रा करती है—युद्ध में मोरोनिहा लमनाइयों को पराजित करता है । लगभग 56–52 ई.पू.

1 और ऐसा हुआ कि नफी के लोगों पर न्यायियों के शासन के छत्तीसवें वर्ष के आरंभ में, शिबलोन उन पावन चीजों को अपने अधिकार में ले लेता है जिसे अलमा ने हिलामन को सौंपा था ।

2 और वह न्यायी मनुष्य था, और वह परमेश्वर के सामने सीधे मार्ग पर चलता था; और प्रभु अपने परमेश्वर, और अपने भाई की आज्ञाओं को मानने के लिए, वह निरंतर भलाई का कार्य करता था ।

3 और ऐसा हुआ कि मोरोनी की भी मृत्यु हो गई । और इस प्रकार न्यायियों के शासन का छत्तीसवां वर्ष समाप्त हुआ ।

4 और ऐसा हुआ कि न्यायियों के शासन के सैतींसवें वर्ष में, लोगों का एक बड़ा समूह हुआ, जिनकी संख्या उनकी पत्नियों और बच्चों को लेकर पांच हजार चार सौ थी, जो जराहेमला प्रदेश से उत्तरी दिशा में स्थित प्रदेश में गए ।

5 और ऐसा हुआ कि हागोथ, एक बहुत ही उत्सुक व्यक्ति था, इसलिए उजाड़ प्रदेश से लगे, संपन्न प्रदेश की सीमाओं पर उसने एक बहुत बड़े जहाज का निमार्ण किया, और पूर्वी समुद्र में उसे जलयात्रा के लिए उतार दिया जिसे एक संकरे मार्ग से होकर उत्तरी दिशा में स्थित प्रदेश में जाना था ।

6 और देखो, कई नफाइयों ने उस जहाज में प्रवेश किया और अपनी अधिक सामग्रियों के साथ यात्रा की, और कई स्त्रियां और बच्चे भी थे; और उन्होंने उत्तरी दिशा की यात्रा की । और इस प्रकार सैंतीसवां वर्ष समाप्त हुआ ।

7 और अड़तीसें वर्ष में, इस मनुष्य ने एक और जहाज का निर्माण किया । और पहला जहाज भी वापस आ गया, और उसमें सवार होकर कई लोग वापस आए; और उन्होंने भी बहुत सी सामग्रियां को अपने साथ लिया, और फिर से उत्तरी दिशा में स्थित प्रदेश की यात्रा पर निकल पड़े ।

8 और ऐसा हुआ कि उनके विषय में फिर कभी भी कोई खबर नहीं आई । और हमारा मानना है कि वे समुद्र की गहराई में डूब गए । और ऐसा हुआ कि एक और जहाज ने आगे की यात्रा शुरू की; और हमें नहीं पता कि वे कहां गए ।

9 और ऐसा हुआ कि इस वर्ष में बहुत से लोगों ने उत्तरी दिशा में स्थित प्रदेश की यात्रा की । और इस प्रकार अड़तीसवां वर्ष समाप्त हुआ ।

10 और ऐसा हुआ कि न्यायियों के शासन के उनतालीसवें वर्ष में, शिबलोन की भी मृत्यु हो गई, और जो लोग उत्तरी दिशा में स्थित प्रदेश में रह रहे थे, उनके लिए सामग्रियों को लेकर जहाज में सवार होकर कोरियन्टन उस प्रदेश की यात्रा पर गया ।

11 इसलिए शिबलोन के लिए यह आवश्यक हो गया था कि अपनी मृत्यु से पहले, वह उन पावन चीजों को हिलामन के बेटे को प्रदान कर दे जिसका नाम उसके पिता के नाम पर हिलामन ही रखा गया था ।

12 अब देखो, अंकित की गईं सारी चीजें जो हिलामन के कब्जे में थीं उन्हें लिखा गया और सारे प्रदेश में मानव संतानों के बीच भेज दिया गया, केवल उन भागों को छोड़कर जहां पर अलमा ने न भेजने की आज्ञा दी थी ।

13 फिर भी, इन चीजों को पावन रखा गया, और एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी को सौंपा गया; इसलिए, इस वर्ष में, शिबलोन की मृत्यु से पहले, इन्हें हिलामन को प्रदान किया गया ।

14 और ऐसा हुआ कि इस वर्ष में भी कुछ मतभेदी हुए जो लमनाइयों के पास चले गए थे; और उन्हें फिर से नफाइयों के विरूद्ध भड़काया गया ।

15 और इसी वर्ष में वे बहुत सी सेनाओं के साथ मोरोनिहा के लोगों के विरूद्ध, या मोरोनिहा की सेना के विरूद्ध युद्ध करने आए, और उन्हें मारा गया और भारी नुकसान उठाते हुए उन्हें फिर से उनके प्रदेश वापस भेज दिया गया ।

16 और इस प्रकार नफी के लोगों पर न्यायियों के शासन का उनतालीसवां वर्ष समाप्त हुआ ।

17 और इस प्रकार अलमा, और उसके बेटे हिलामन, और उसके बेटे शिबलोन का विवरण समाप्त हुआ ।