“3–9 मई। सिद्धांत और अनुबंध 46–48: ‘गंभीरता से उत्तम उपहारों को पाने का तुम प्रयास करना,’” आओ, मेरा अनुसरण करो—व्यक्तियों और परिवारों के लिए: सिद्धांत और अनुबंध 2021 (2020)
“3–9 मई। सिद्धांत और अनुबंध 46-48,” आओ, मेरा अनुसरण करो—व्यक्तियों और परिवारों के लिए: 2021
3–9 मई
सिद्धांत और अनुबंध 46–48
“गंभीरता से उत्तम उपहारों को पाने का तुम प्रयास करना”
जब आप सिद्धांत और अनुबंध 46-48 पढ़ते हैं, तो आने वाले विचारों को लिखें। फिर, जैसा एल्डर रिचर्ड जी. स्कॉट बताते हैं, आप पूछ सकते हैं कि “क्या मुझे कुछ और भी जानना चाहिए?” (“To Acquire Spiritual Guidance,” Ensign or Liahona, नवंबर 2009, 8)।
अपने विचार लिखें
जब पारले पी. प्रैट, ओलिवर कॉउड्री, जिबा पीटरसन, और पीटर विटमर जूनियर कर्टलैंड छोड़कर श्रमिकों के खेतों की ओर गए थे, तो वे अपने पीछे लगभग सौ परिवर्तितों को छोड़ गए थे जिनके पास जोश तो बहुत था लेकिन बहुत कम अनुभव या दिशा थी। कोई निर्देश पुस्तिका नहीं थी, न ही मार्गदर्शन का प्रशिक्षण देने वाली कोई सभाएं, और न ही महा सम्मेलन का कोई प्रसारण उपलब्ध था—वास्तव में, लोगों के बीच बांटने के लिये मॉरमन की पुस्तक की बहुत सी प्रतियां भी उपलब्ध नहीं थीं। इनमें से कई नए विश्वासियों को आत्मा के अद्भुत दर्शन की प्रतिज्ञा द्वारा पुनःस्थापित सुसमाचार के लिये तैयार किया गया था, विशेष रूप से वे जिन्हें नये नियम का अध्ययन करने के बारे में पता था (उदाहरण के लिये, 1 कुरिन्थियां 12:1–11 देखें)। जल्द ही, आराधना की कुछ असामान्य अभिव्यक्तियां—जिनमें जमीन पर गिर जाना या सांप की तरह लोटना शामिल था—उनकी गिरजा सभाओं में होती थी। कई लोगों को यह समझना कठिन लगा कि कौन-से दर्शन आत्मा के थे और कौन-से नहीं। इस उलझन को देखते हए, जोसफ स्मिथ ने सहायता के लिये प्रार्थना की थी। प्रभु का उत्तर आज भी उतना ही मूल्यवान है, जब लोग अक्सर आत्मा की बातों को अस्वीकार या अनदेखा कर देते हैं। प्रभु ने प्रकट किया था कि आत्मिक दर्शन उतने ही वास्तविक और स्पष्ट हैं—जितने प्रिय स्वर्गीय पिता से मिले उपहार हैं, “वे उनके लाभ के लिये दिये जाते हैं जो मुझ से प्रेम करते और मेरी सभी आज्ञाओं का पालन करते हैं” (सिद्धांत और अनुबंध 46:9)।
व्यक्तिगत धर्मशास्त्र अध्ययन के लिये विचार
गंभीरता से मांगने वाले सभी लोगों का प्रभु के गिरजे में आराधना के लिये स्वागत है।
अंतिम-दिनों के संतों की यीशु मसीह के गिरजे में होने वाली सभाएं दुनिया में सबसे अधिक स्वागत और प्रेरणा देने वाली सभाओं में से एक होनी चाहिए। हमारी सभाओं में भाग लेने वाले लोगों को लाने के लिये, प्रभु हमें सिद्धांत और अनुबंध 46:1–6 में किस तरह सलाह देता है? क्या आपके मित्र और आपके पड़ोस के लोग आपके वार्ड की आराधना सभाओं में स्वागत किया जाना महसूस करते हैं? आप गिरजे की अपनी सभाओं ऐसा स्थान बनाने के लिए क्या कर रहे हैं जिसमें लोग लौटकर आना चाहें? मनन करें कि गिरजे की सभाओं में पवित्र आत्मा का अनुसरण करने के आपके प्रयास किस तरह आपके अनुभव को प्रभावित कर सकते हैं।
3 नफी 18:22–23; मोरोनी 6:5–9; “Welcome” वीडियो, ComeUntoChrist.org; “ Religious Enthusiasm among Early Ohio Converts,” Revelations in Context, 105–11 भी देखें।
परमेश्वर ने अपनी संतानों को आशीषित करने के लिये आत्मिक उपहार दिए हैं।
आरंभिक संतों को आत्मिक उपहारों में विश्वास था, किंतु उन्हें अपने उद्देश्य के बारे में मार्गदर्शन की आवश्यकता थी। जब आप सिद्धांत और अनुबंध 46:7–33 का उपयोग करके आत्मा के उपहारों के बारे में पढ़ते हैं, तो मनन करें कि यह क्यों महत्वपूर्ण है कि आप “हमेशा याद रखें कि ये किस लिये दिये गए हैं” (पद 8)। इस बारे में विचार करें कि एल्डर रॉबर्ट डी. हेल्स के इस कथन पर ये पद किस तरह लागू होते हैं: “ये उपहार उन्हें दिए गए हैं जो मसीह के विश्वसनीय हैं। वे हमें सुसमाचार की सच्चाइयां जानने में सहायता करेंगे और उनकी शिक्षा देंगे। वे दूसरों को आशीष देने में हमारी सहायता करेंगे। वे हमारे स्वर्गीय पिता के पास वापस लौटने में हमारा मार्गदर्शन करेंगे” (“Gifts of the Spirit,” Ensign, फरवरी 2002, 16)। आप आत्मिक दर्शनों के बारे में इन पदों से और क्या-क्या सीखते हैं? ये सच्चाइयां आपको “धोखा में नहीं पड़ने” में कैसे मदद कर सकती हैं? (पद 8)।
मनन करें कि आपके आत्मिक उपहार कौन-से हैं—और आप “परमेश्वर की संतानों के लाभ के लिये” उनका उपयोग किस तरह कर सकते हैं (पद 26)। यदि आपको कुलपति की आशीष मिली है, तो संभव है कि वह आपको मिले उपहारों की पहचान बता दे।
Gospel Topics, “Spiritual Gifts,” topics.ChurchofJesusChrist.org भी देखें।
प्रभु चाहता है कि उसका गिरजा एक इतिहास बनाए रखे।
गिरजे का इतिहास रखने के लिये जॉन व्हिटमर की नियुक्ति प्रभु के लोगों के बीच अभिलेख रखने वालों की एक लंबी परंपरा बनी रही थी (2 नफी 29:11–12; मूसा 6:5; इब्राहीम 1:28, 31 देखें)। वास्तव में, गिरजे के इतिहासकारों और लिखने वालों का पद आज भी मौजूद है। आपके विचार में प्रभु के लिये इतिहास रखना इतना महत्वपूर्ण क्यों है? इस पर मनन करें, जब आप खंड 47 में इस जिम्मेदारी के बारे में जॉन व्हिटमर को दिए गए उसके निर्देशों को पढ़ते हैं। साथ ही विचार करें कि आपको कौन-से व्यक्तिगत अनुभवों का अभिलेख रखना है। उदाहरण के लिये, प्रभु ने आपको ऐसा क्या सिखाया है जिसे आप सुरक्षित रखना चाहते हैं?
जब आप इन प्रश्नों पर मनन करते हैं, तो सत्तर के एल्डर मार्लिन के. जेनसन की इस जानकारी पर विचार करें, जिन्होंने 2005 से 2012 तक गिरजे के इतिहासकार और लिखने वाले के रूप में काम किया है:
“हम अभिलेख इसलिये रखते हैं ताकि हम याद रख सकें। … हम चाहते हैं कि गिरजे के सदस्य परमेश्वर द्वारा अपनी संतानों के लिये की गई शानदार बातों को याद रखें। … अतीत से मिले सबक हमें अपने आज का सामना करने में सहायता करते हैं और हमें अपने भविष्य के लिये आशा देते हैं” (“There Shall Be a Record Kept among You,” Ensign, दिसंबर 2007, 28, 33)।
गिरजा इतिहासकारों के निर्देश में वर्तमान में किए जा रहे कार्य के बारे में अधिक जानने के लिये, history.ChurchofJesusChrist.org पर जाएं।
पारिवारिक धर्मशास्त्र अध्ययन और पारिवारिक घरेलू संध्या के लिए विचार
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सिद्धांत और अनुबंध 46:2-6।एक परिवार के रूप में हम यह सुनिश्चित करने के लिये क्या कर सकते हैं जिससे दूसरों को हमारे गिरजे की सभाओं में अपनापन लगे? (3 नफी 18:22–23 भी देखें)। इस रूपरेखा के साथ आने वाला चित्र इस चर्चा में सहायता कर सकता है।
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सिद्धांत और अनुबंध 46:7-26।हम एक-दूसरे में कौन-से आत्मिक उपहार देखते हैं? वे उपहार हमारे परिवार को किस तरह आशीषित कर सकते हैं?
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सिद्धांत और अनुबंध 47।आप अपने परिवार को पूरे सप्ताह उनके व्यक्तिगत इतिहास का अभिलेख रखने के लिये किस तरह प्रोत्साहित करेंगे? आप अपनी व्यक्तिगत दैनिकी से कुछ प्रविष्टियां साझा कर सकते हैं या किसी पूर्वज के बारे में एक कहानी साझा कर सकते हैं (FamilySearch.org देखें)। कुछ परिवार हर सप्ताह कुछ मिनट अलग निकल कर रखते हैं ताकि सभी लोग अपनी-अपनी दैनिकी लिखें। आप दैनिकी के कुछ संकेत दे सकते हैं, जैसे कि “इस सप्ताह ऐसा क्या हुआ जिसे आप अपने नाते-पोतियों को बताना चाहेंगे?” या “आपको इस सप्ताह अपने जीवन में प्रभु का हाथ किस तरह दिखाई दिया?” छोटे बच्चे अपने अनुभवों के चित्र बना सकते हैं या आप उन्हें अपनी कहानियां बताते हुए रिकॉर्ड कर सकते हैं। एक “नियमित इतिहास” रखने से कौन-सी आशीषें मिलती हैं? (पद 1)।
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सिद्धांत और अनुबंध 48।ओहायो में संतों को अपनी भूमि उन लोगों के साथ साझा करने की आज्ञा दी गई थी जो पूर्वी संयुक्त राज्य अमेरिका से ओहायो जा रहे थे। हम दूसरो की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिये क्या साझा कर सकते हैं?
बच्चों को सिखाने हेतु अधिक विचारों के लिये, आओ, मेरा अनुसरण करो—प्राथमिक के लिये में इस सप्ताह की रूपरेखा देखें।
प्रस्तावित गीत: “Have I Done Any Good?” स्तुतिगीत, नं. 223।