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31. सदस्यों के साथ साक्षात्कार और अन्य मुलाकातें


“31. सदस्यों के साथ साक्षात्कार और अन्य मुलाकातें,” सामान्य विवरण पुस्तिका से संकलन (2023)।

“31. सदस्यों के साथ साक्षात्कार और अन्य मुलाकातें,” सामान्य विवरण पुस्तिका से संकलन

पुरुष हाथ मिलाते हुए

31.

सदस्यों के साथ साक्षात्कार और अन्य मुलाकातें

31.0

परिचय

यीशु मसीह अक्सर एक-एक कर दूसरों की सेवकाई करता था (देखें उदाहरण के लिए यूहन्ना 4:5–26; 3 नफी 17:21)। वह परमेश्वर की प्रत्येक संतान से प्यार करता है। वह व्यक्तिगत तौर पर उनकी मदद करता है।

यह अध्याय उन सभी मार्गदर्शकों की मदद कर सकता है जिनके पास सदस्यों से मुलाकात करने का अवसर होता है।

31.1

सहायक नियम

31.1.1

आत्मिक रूप से तैयारी करें

प्रार्थना, धर्मशास्त्र अध्ययन और धार्मिक जीवन के माध्यम से स्वयं को आत्मिक रूप से तैयार करें। पवित्र आत्मा की प्रेरणाएं सुनो।

31.1.2

सदस्य को परमेश्वर के प्रेम को महसूस करने में मदद करें

जब सदस्य किसी साक्षात्कार के लिए या किसी व्यक्तिगत चुनौती में मदद के लिए आपके पास आते हैं, तो अक्सर उन्हें जिस बात की सबसे अधिक आवश्यकता होती है वह यह जानना है कि स्वर्गीय पिता उनसे प्रेम करता है।

धर्मशास्त्र और अंतिम-दिनों के भविष्यवक्ताओं के वचन आत्मा को आमंत्रित करते और पवित्र सिद्धांत सिखाते हैं। उनका उपयोग प्रेरणा देने और प्रोत्साहित करने के लिए करें, न कि निंदा करने, विवश करने या भय पैदा करने के लिए (देखें लूका 9:56)।

31.1.3

सदस्य को उद्धारकर्ता की शक्ति का लाभ उठाने में सहायता करें

सदस्यों को उसकी ओर आने के लिए प्रोत्साहित करें। उन्हें मजबूत करने, दिलासा देने और मुक्ति दिलाने के लिए उसकी शक्ति का उपयोग करने में मदद करें।

31.1.4

सदस्य को सहज और सुरक्षित महसूस करने में मदद करें

हमेशा सदस्य को साक्षात्कार या मुलाकात के दौरान किसी अन्य सदस्य के साथ आने का विकल्प दें। विपरीत लिंग के सदस्य, बच्चे या युवा के साथ मुलाकात के दौरान, सुनिश्चित करें कि माता-पिता या कोई अन्य वयस्क मौजूद हो। जिस सदस्य से आप मुलाकात कर रहे हैं उसकी पंसद के आधार पर वह मुलाकात में शामिल हो सकता/सकती है या कमरे के बाहर इंतजार कर सकता/सकती है।

गोपनीय जानकारी किसी के साथ साझा न करें —जिसमें आपका पति/पत्नी या गिरजा के अन्य मार्गदर्शक भी शामिल हैं—जब तक कि सदस्य अनुमति न दे।

31.1.5

प्रेरित प्रश्न पूछें और ध्यान से सुनें

किसी सदस्य से मुलाकात के दौरान, ऐसे प्रश्न पूछें जो आपको उसकी स्थिति को समझने में मदद करते हैं।

जब सदस्य बात कर रहा हो तो ध्यान से और ध्यानपूर्वक सुनें।

31.1.6

आत्म-निर्भरता को प्रोत्साहित करें

सदस्यों के प्रति आपके प्रेम के कारण, आप उनकी समस्याओं का तुरंत समाधान बता सकते हैं। हालांकि, आप उन्हें स्वयं समाधान खोजने और स्वयं निर्णय लेने में मदद करके उन्हें अधिक आशीषित करेंगे (देखें सिद्धांत और अनुबंध 9:8)।

31.1.7

पश्चाताप के प्रयासों में सहयोग करें

केवल धर्माध्यक्ष या स्टेक अध्यक्ष ही किसी व्यक्ति को गंभीर पापों का समाधान करने में मदद कर सकता है। इनमें से कुछ 32.6 में सूचीबद्ध हैं। यदि सदस्य ने इन में से कोई भी पाप किया है, तो उसे तुरंत धर्माध्यक्ष या स्टेक अध्यक्ष से मिलना चाहिए।

31.1.8

दुर्व्यवहार की उचित प्रतिक्रिया दें

किसी भी रूप में दुर्व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। दुर्व्यवहार की सूचनाओं को गंभीरता से लें। यदि आपको पता चलता है कि किसी के साथ दुर्व्यवहार किया गया है, तो नागरिक अधिकारियों को दुर्व्यवहार की सूचना दें और धर्माध्यक्ष से सलाह लें। दुर्व्यवहार की रिपोर्ट करने और प्रतिक्रिया देने के लिए दिशा-निर्देश 38.6.2 में दिए गए हैं।

31.2

साक्षात्कार

31.2.1

साक्षात्कार के उद्देश्य

सामान्य तौर पर, गिरजा मार्गदर्शक यह निर्धारित करने के लिए सदस्यों का साक्षात्कार लेते हैं कि क्या वे:

  • किसी विधि को प्राप्त करने या उसमें भाग लेने के लिए तैयार हैं।

  • गिरजा में किसी पद पर नियुक्त किया जाना चाहिए।

31.2.2

साक्षात्कार के प्रकार

साक्षात्कार कौन ले सकता है

साक्षात्कार का उद्देश्य

साक्षात्कार कौन ले सकता है

केवल धर्माध्यक्ष

साक्षात्कार का उद्देश्य

  • किसी ऐसे सदस्य को मंदिर संस्तुति जारी करना जो अपना स्वयं का वृत्तिदान प्राप्त कर रहे है या जिसे पति या पत्नी के साथ मुहरबंद हो रहा है (देखें 26.3.1)।

  • नए सदस्य को मंदिर संस्तुति जारी करना (देखें 26.4.2)।

  • किसी नए पुरुष परिवर्तित को हारूनी पौरोहित्य के पद में नियुक्त करना।

  • किसी युवक या पुरुष को याजक के पद पर नियुक्त करना (देखें 18.10.2)।

  • किसी पुरुष को एल्डर या उच्च याजक नियुक्त करने की सिफारिश करना (देखें 31.2.6)। इस साक्षात्कार को आयोजित करने के लिए स्टेक अध्यक्षता से अनुमति आवश्यक है।

  • किसी सदस्य को पूर्णकालिक प्रचारक के रूप में सेवा देने की सिफारिश करना (देखें 24.4.2)।

  • वार्ड संगठन अध्यक्ष के रूप में सेवा करने के लिए किसी सदस्य को नियुक्त करना।

  • याजक परिषद में सहायक के रूप में सेवा करने के लिए किसी याजक को नियुक्त करना।

  • किसी सदस्य को गंभीर पाप से पश्चाताप करने में मदद करना (देखें 32)।

  • जहां उपलब्ध हो, किसी सदस्य को Perpetual Education Fund loan, प्राप्त करने के लिए सहायता करना।

  • सदस्य को दशमांश भुगतान कर्ता के रूप में अपनी स्थिति घोषित करने की अनुमति देना (देखें 34.3.1.2)।

  • उपवास भेंट की राशि के उपयोग को अधिकृत करना (देखें 22.6.1)।

साक्षात्कार कौन ले सकता है

धर्माध्यक्ष या सलाहकार जिसे वह नियुक्त करता है

साक्षात्कार का उद्देश्य

  • मंदिर संस्तुति का नवीकरण करता है (देखें 26.3.)।

  • प्रतिनिधि बपतिस्मा और पुष्टिकरण में भाग लेने के लिए मंदिर संस्तुति जारी करता है (देखें 26.4.3)।

  • माता-पिता के साथ मुहरबंदी या माता-पिता की भाई-बहनों के साथ मुहरबंदी देखने के लिए मंदिर संस्तुति के लिए जारी करता है (देखें 26.4.4)।

  • वार्ड नियुक्ति में सेवा करने के लिए किसी सदस्य को नियुक्त करता है जैसा 30.8 में बताया गया है।

  • 8 साल के बच्चे के बपतिस्मा और पुष्टिकरण को अधिकृत करता है जो अभिलेखित सदस्य है या जिसके माता-पिता या अभिभावक गिरजे के सदस्य हैं (देखें 31.2.3.1)

  • किसी युवक की डीकन या शिक्षक के पद पर नियुक्ति को अधिकृत करता है (देखें 18.10.2)।

  • कुलपति की आशीष की संस्तुति जारी करता है (देखें 18.17)।

  • किसी पौरोहित्य धारक को दूसरे वार्ड में पौरोहित्य विधि संपन्न करने के लिए अधिकृत करता है, बेशक उसके पास मंदिर संस्तुति न हो। (देखें Recommend to Perform an Ordinance form।)

31.2.3

बपतिस्मा और पुष्टिकरण साक्षात्कार

31.2.3.1

बच्चे जो अभिलेखित सदस्य हैं

धर्माध्यक्ष के पास अपने वार्ड में 8-वर्षीय अभिलेखित सदस्यों को बपतिस्मा देने के लिए पौरोहित्य की कुंजियां हैं। इस कारण से, वह या नियुक्त सलाहकार बपतिस्मा के लिए निम्नलिखित व्यक्तियों का साक्षात्कार करता है:

  • 8 वर्ष की आयु के अभिलेखित सदस्य बच्चे।

  • 8 वर्ष की आयु के बच्चे जो अभिलेखित सदस्य नहीं हैं लेकिन उनके माता-पिता या अभिभावक सदस्य हैं।

  • 9 और उससे अधिक आयु के अभिलेखित सदस्य जिनके बपतिस्मा में अक्षमताओं के कारण देरी हुई थी।

साक्षात्कार में, धर्माध्यक्षता सदस्य यह सुनिश्चित करता है कि बच्चा बपतिस्मा के उद्देश्यों को समझता हो (देखें 2 नफी 31:5–20)। वह यह भी सुनिश्चित करता है कि बच्चा बपतिस्मा संबंधी अनुबंध समझता और इसके अनुसार जीने के लिए प्रतिबद्ध है (देखें मुसायाह 18:8–10)। उसे प्रश्नों की विस्तृत सूची का उपयोग करने की आवश्यकता नहीं है। यह योग्यता निर्धारित करने के लिए साक्षात्कार नहीं है, क्योंकि “छोटे बच्चों को पश्चाताप की आवश्यकता नहीं है” (मोरोनी 8:11)।

31.2.3.2

परिवर्तित

मिशन अध्यक्ष के पास परिवर्तित लोगों को बपतिस्मा देने के लिए पौरोहित्य कुंजियां होती हैं। इसलिए, पूर्णकालिक प्रचारक निम्न व्यक्तियों का साक्षात्कार करता है:

  • 9 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्ति जिनका कभी बपतिस्मा और पुष्टिकरण नहीं हुआ है। बौद्धिकरूप से विकलांग लोगों के लिए अपवाद के लिए 31.2.3.1 देखें।

  • 8 वर्ष और उससे अधिक उम्र के बच्चे जिनके माता-पिता गिरजे के सदस्य नहीं हैं।

  • 8 वर्ष और उससे अधिक उम्र के बच्चे जिनके माता-पिता भी बपतिस्मा और पुष्टिकरण प्राप्त कर रहे हैं।

31.2.4

हारूनी पौरोहित्य में पद नियुक्ति हेतु साक्षात्कार

अधिक जानकारी के लिए, देखें 18.10.2

31.2.5

मंदिर संस्तुति साक्षात्कार

मंदिर प्रभु का भवन है। मंदिर में प्रवेश करना और वहां विधियों में भाग लेना एक पवित्र विशेषाधिकार है। यह विशेषाधिकार उन लोगों के लिए आरक्षित है जो आत्मिक रूप से तैयार हैं और परमेश्वर के आदर्शों को जीने का प्रयास कर रहे हैं, जैसा कि अधिकृत पौरोहित्य मार्गदर्शकों के द्वारा निर्धारित किया गया है।

यह निर्धारण करने के लिए, पौरोहित्य मार्गदर्शक एलसीआर में प्रश्नों का उपयोग करके सदस्य का साक्षात्कार करते हैं LCR (26.3) में भी दिशा-निर्देश देखें)।

31.2.6

मेल्कीसेदेक पौरोहित्य में पद नियुक्ति हेतु साक्षात्कार

स्टेक अध्यक्ष के पास मेल्कीसेदेक पौरोहित्य प्रदान करने के लिए पौरोहित्य कुंजियां होती हैं। उनके पास एल्डर और उच्च याजकों के पदों पर नियुक्ति की कुंजियां भी होती हैं।

स्टेक अध्यक्षता की मंजूरी के साथ, धर्माध्यक्ष Melchizedek Priesthood Ordination Record पर दिए गए प्रश्नों का उपयोग करके सदस्य का साक्षात्कार करती है।

31.3

मार्गदर्शकों के लिए सदस्यों से मुलाकात के अन्य अवसर

  • जब सदस्यों को आत्मिक मार्गदर्शन की आवश्यकता हो या गंभीर व्यक्तिगत समस्याएं हों तो वे गिरजा मार्गदर्शक से मिलने के लिए कह सकते हैं।

  • धर्माध्यक्ष या उसके द्वारा नियुक्त कोई व्यक्ति उन सदस्यों से मिलता है जिनकी सांसारिक आवश्यकताएं होती हैं (देखें 22.6)।

  • धर्माध्यक्षता का सदस्य प्रत्येक 11-वर्षीय बच्चे से मिलता है जब वह प्राथमिक से डीकन परिषद या युवतियों की कक्षा में जाता/जाती है।

31.3.1

युवाओं के साथ मुलाकात

धर्माध्यक्ष या उनका कोई सलाहकार वर्ष में दो बार प्रत्येक युवा से मिलता है। प्रत्येक वर्ष इनमें से कम से कम एक मुलाकात धर्माध्यक्ष के साथ होनी चाहिए। जिस वर्ष युवा 16 वर्ष का हो जाए उस वर्ष की शुरुआत में, यदि संभव हो तो वर्ष के दौरान दोनों मुलाकातें धर्माध्यक्ष के साथ होनी चाहिए।

युवती अध्यक्ष की व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदारी है की वह युवतियों की सेवकाई भी करें। वह युवतियां से एक-एक कर (या किसी अन्य वयस्क के साथ) मिलकर ऐसा कर सकती है।

31.3.1.2

चर्चा के लिए विषय

युवाओं के साथ मुलाकातों का मुख्य उद्देश्य स्वर्गीय पिता और यीशु मसीह में विश्वास पैदा करना और युवाओं को उनका अनुसरण करने में मदद करना है। ये मुलाकातें गरिमापूर्ण, आत्मिक अनुभव वाली होनी चाहिए।

31.3.2

युवा अविवाहित वयस्कों के साथ मुलाकात

धर्माध्यक्ष अपने वार्ड में युवा वयस्कों की आत्मिक प्रगति को अधिक प्राथमिकता देता है। वह या उनका नियुक्त सलाहकार वर्ष में कम से कम एक बार प्रत्येक युवा वयस्क से मिलता है।

31.3.3

सदस्यों के साथ उनकी नियुक्तियों और जिम्मेदारियों पर चर्चा करने के लिए मुलाकात

स्टेक अध्यक्षता, धर्माध्यक्षता और अन्य मार्गदर्शक व्यक्तिगत रूप से सदस्यों से मिलते हैं जो उन्हें उनकी नियुक्तियों के बारे में सूचना देते हैं।

मार्गदर्शक सदस्य की सेवा के लिए आभार व्यक्त करता है और प्रोत्साहन प्रदान करता है।

31.3.6

व्यावसायिक सलाह और चिकित्सा

गिरजा मार्गदर्शकों को पेशेवर सलाहकार बनने या चिकित्सा प्रदान करने के लिए नियुक्त नहीं किया जाता है। वे आत्मिक सहायता देते हैं जो यीशु मसीह की शक्ति, दिलासा, मुक्ति देने वाली ताकत पर केंद्रित होती है। इस महत्वपूर्ण और प्रेरित सहायता के अलावा, कुछ सदस्यों को पेशेवर सलाह से लाभ हो सकता है जहां यह उपलब्ध हो।

31.4

सदस्यों के साथ आभासी मुलाकात

आमतौर पर, मार्गदर्शक साक्षात्कार के लिए और आत्मिक सहायता और सेवा प्रदान करने के लिए सदस्यों से व्यक्तिगत रूप से मिलते हैं। हालाकि, जब व्यक्तिगत मुलाकात सम्भव न हो तो आभासी रूप से मिला जा सकता है।