अध्याय 25
दूसरे आगमन पर, अहंकारी और दुष्ट लोग ठूंठ के समान जलाए जाएंगे—उस महान और भयावह दिन से पहले एलिय्याह लौटेगा—मलाकी 4 की तुलना करें । लगभग 34 ईसवी ।
1 क्योंकि देखो, वह दिन आएगा जो भट्टी के समान जलेगा; और सारे अहंकारी, हां, वे सारे जो बुरे काम करते हैं, ठूंठ के समान होंगे; और वह दिन आएगा जब वे जलाए जाएंगे, सेनाओं का प्रभु कहता है, कि न तो उनकी जड़े बचेंगी और न ही उनकी शाखाएं ।
2 परन्तु वे जो मेरे नाम का भय खाते हैं वे धार्मिकता के पुत्र अपने पंखों में मजबूती प्रप्त करते हुए उठेंगे; और वे जाएंगे और इस प्रकार बढेंगे जैसे घुड़साल में बछड़े बढ़ते हैं ।
3 और तुम बुरे लोगों को कुचल दोगे; क्योंकि उस दिन मैं तुम्हारे पांवों के तलवों द्वारा कुचलकर उन्हें राख बनाऊंगा, सेनाओं का प्रभु कहता है ।
4 मेरे सेवक मूसा की व्यवस्था को याद करो जिसकी आज्ञा मैंने उसे सारे इस्राएल के लिए नियम और न्याय के साथ, होरेब पर दी थी ।
5 देखो, प्रभु के महान और भयावह दिन से पहले मैं तुम्हारे पास भविष्यवक्ता एल्लियाह को भेजूंगा;
6 और वह पिताओं के हृदय को उनके बच्चों की तरफ और बच्चों के हृदयों को उनके पिताओं की तरफ मोड़ेगा, कहीं ऐसा न हो कि मैं आकर पृथ्वी को एक श्राप से नष्ट कर दूं ।