“7. धर्माध्यक्षता,” सामान्य विवरण पुस्तिका से संकलन (2023)।
“7. धर्माध्यक्षता” सामान्य विवरण पुस्तिका से संकलन.
“7.
धर्माध्यक्षता
7.1
धर्माध्यक्ष और उसके सलाहकार
धर्माध्यक्ष के पास गिरजे के काम का नेतृत्व करने के लिए पौरोहित्य कुंजियां होती हैं (देखें 3.4.1)। वह और उसके सलाहकार धर्माध्यक्षता बनाते हैं।
धर्माध्यक्ष की पांच प्रमुख जिम्मेदारियां हैं:
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वह वार्ड में पीठासीन उच्च याजक है।
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वह हारूनी पौरोहित्य का अध्यक्ष है।
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वह सब के लिए समान न्यायाधीश है।
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वह जरूरतमंद लोगों की देखभाल सहित उद्धार और उत्कर्ष के कार्यों का नेतृत्व करता है।
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वह अभिलेख, वित्त और सभाघर के उपयोग की देखरेख करता है।
धर्माध्यक्ष की सबसे बड़ी ज़िम्मेदारी वार्ड में बढ़ती पीढ़ी (बच्चों, युवाओं और युवा एकल वयस्कों) के प्रति होती है। उन्हें अपनी जिम्मेदारी पर ध्यान केंद्रित करने में और सक्षम बने रहने के लिए, वह कई कार्य दूसरों को सौंपता है (देखें 4.2.5)।
7.1.1
पीठासीन उच्च याजक
धर्माध्यक्ष वार्ड का प्राथमिक आत्मिक मार्गदर्शक है।
7.1.1.1
वार्ड संगठन और पौरोहित्य परिषदें
धर्माध्यक्ष के पास वार्ड सहायता संस्था और युवतियों के संगठनों की जिम्मेदारी होती है। वह अपने सलाहकारों को रविवार विद्यालय और प्राथमिक के संगठनों और अन्य वार्ड कार्यक्रमों की जिम्मेदारी सौंपता है।
हारूनी पौरोहित्य परिषद के लिए धर्माध्यक्ष की जिम्मेदारियां 7.1.2 में उल्लिखित हैं। एल्डर परिषद के प्रति उसकी जिम्मेदारियां 8.3.1 में बताई गई हैं।
7.1.1.2
विधियां और आशीषें
धर्माध्यक्ष वार्ड में निम्नलिखित विधियों और आशीषों के प्रशासन का नेतृत्व करता है:
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प्रभु-भोज
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बच्चों का नामकरण और आशीषें देना
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अभिलेख के 8 वर्षीय बच्चों का बपतिस्मा और पुष्टिकरण (परिवर्तितों के लिए, देखें 31.2.3.2)
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हारूनी पौरोहित्य प्रदान करना और याजक, शिक्षक और डीकन के पदों पर नियुक्त करना
7.1.1.3
परिषदें और सभाएं
धर्माध्यक्ष वार्ड परिषद और वार्ड युवा परिषद का नेतृत्व करता है (देखें 29.2.5 और 29.2.6)।
धर्मध्यक्षता अध्याय 29 में सूचीबद्ध प्रभु-भोज सभाओं और अन्य वार्ड सभाओं की योजना बनाता है ।
7.1.1.4
नियुक्ति और सेवामुक्त करना
नियुक्त और सेवामुक्त करने के लिए धर्माध्यक्ष की जिम्मेदारियां अध्याय 30 में बताई गई हैं।
7.1.2
हारूनी पौरोहित्य का अध्यक्ष
वार्ड में हारूनी पौरोहित्य के अध्यक्ष के रूप में धर्माध्यक्ष के पास निम्नलिखित जिम्मेदारियां हैं। उसके सलाहकार उसकी सहायता करते हैं।
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युवाओं को सिखाने में माता-पिता का सहयोग करना।
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हारूनी पौरोहित्य परिषद और युवतियों की कक्षाओं का निरीक्षण करना। धर्माध्यक्ष याजक परिषद का अध्यक्ष होता है (देखें सिद्धांत और अनुबंध 107:87–88)। उसके प्रथम सलाहकार के पास शिक्षक परिषद की जिम्मेदारी होती है। उसके द्वितीय सलाहकार के पास डीकन परिषद की जिम्मेदारी होती है।
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वार्ड युवती अध्यक्षा के साथ परामर्श करना।
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प्रत्येक युवा से नियमित रूप से मिलना।
7.1.3
समान न्यायाधीश
धर्माध्यक्ष समान न्यायाधीश होते है(देखें सिद्धांत और अनुबंध107:71–74)। उसकी निम्नलिखित जिम्मेदारियां हैं:
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युवाओं और वयस्कों को मंदिर संस्तुति के लिए योग्य बनने में सहायता करना।
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31.2 के अनुसार साक्षात्कार करना।
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उन वार्ड सदस्यों से मिलना जो आत्मिक मार्गदर्शन चाहते हैं, जिनके पास गंभीर व्यक्तिगत समस्याएं हैं, या जिन्होंने गंभीर पाप किए हैं, उन्हें यीशु मसीह की चंगाई की शक्ति को जानने में मदद करना।
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स्टेक अध्यक्ष के निर्देशन में यदि आवश्यकता हो तो सदस्यता परिषदें गठित करना। दिशा-निर्देशों के लिए, अध्याय 32 देखें।
7.1.4
उद्धार और उत्कर्ष के कार्य का समन्वय करना
धर्माध्यक्ष वार्ड में उद्धार और उत्कर्ष के कार्य का समन्वय करता है (देखें अध्याय 1)। उसके सलाहकार और अन्य वार्ड मार्गदर्शक उनकी सहायता करते हैं।
7.1.4.1
सांसारिक जरूरतों वाले लोगों की देखभाल के लिए अग्रणी प्रयास
धर्माध्यक्ष जरूरतमंद लोगों की देखभाल कैसे करता है, इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए 22.6.1 देखें।
7.1.5
अभिलेख, वित्त, और सभाघर
अभिलेख के बारे में जानकारी के लिए, अध्याय 33 देखें। दशमांश सहित वित्त के बारे में जानकारी के लिए अध्याय 34देखें। सभाघरों के बारे में जानकारी के लिए, अध्याय 35देखें।
7.3
वार्ड कार्यकारी सचिव और सहायक वार्ड कार्यकारी सचिव
धर्माध्यक्षता वार्ड कार्यकारी सचिव के रूप में सेवा करने के लिए मेल्कीसेदेक पौरोहित्य धारक की सिफारिश करती है।
उसकी निम्नलिखित जिम्मेदारियां होती हैं:
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धर्माध्यक्षता से मिलना और उनके अनुसार कार्यसूची तैयार करना।
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वार्ड परिषद के सदस्य के रूप में कार्य करना और वार्ड परिषद की सभाओं में भाग लेना।
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धर्माध्यक्षता से मिलने का समय निश्चि्त करना।
7.4
वार्ड क्लर्क और सहायक वार्ड क्लर्क
वार्ड क्लर्क और सहायक वार्ड क्लर्क की जिम्मेदारियां 33.4.2 में उल्लिखित हैं।