अध्याय 22
हजारवें दिन सब मनुष्य प्रभु की प्रशंसा करेंगे—वह उनके बीच रहेगा—यशायाह 12 से तुलना करें । लगभग 559–545 ई.पू.
1 और उस दिन तुम कहोगे, हे प्रभु, मैं तुम्हारा धन्यवाद करता हूं, क्योंकि यद्यपि तू मुझ पर क्रोधित हुआ था, परन्तु अब तेरा क्रोध शांत हुआ, और तुमने मुझे शांति दी है ।
2 देखो, परमेश्वर मेरा उद्धार है; मैं भरोसा रखूंगा और भयभीत न हूंगा; क्योंकि प्रभु यहोवा मेरा बल और मेरा गीत है; और वह मेरा उद्धारक भी हो गया है ।
3 इसलिए, तुम आनंदपूर्वक उद्धार के सोतों से जल भरोगे ।
4 और उस दिन तुम कहोगेः प्रभु की प्रशंसा करो, उससे प्रार्थना करो, लोगों के बीच में उसके बड़े कामों का प्रचार करो, और कहो कि उसका नाम उत्कर्ष है ।
5 प्रभु के भजन गाओ; क्योंकि उसने प्रतापमय काम किये हैं; इसे सारी पृथ्वी पर प्रकट करो ।
6 हे सिय्योन में बसने वाले लोगों, तुम जयजयकार करो और ऊंचे स्वर से गाओ, क्योंकि इस्राएल का एकमेव पवित्र परमेश्वर तुम में महान है ।