अध्याय 7
याकूब यशायाह से पढ़ना जारी रखता है: यशायाह मसीहा के समान बोलता है—मसीहा बुद्धिमान की भाषा बोलेगा—वह सताने वालों को अपनी पीठ देगा—वह संकोच नहीं करेगा—यशायाह 50 से तुलना करें । लगभग 559–545 ई.पू.
1 हां, प्रभु इस प्रकार कहता है: क्या मैंने तुम्हें ठुकराया है, या क्या मैंने हमेशा के लिए तुम्हें त्याग दिया है ? क्योंकि प्रभु इस प्रकार कहता है: तुम्हारी माता का तलाक पत्र कहां है ? मैंने तुम्हें किसे दिया था, या अपने किस लेनदार के हाथ तुम्हें बेचा ? हां, मैंने किसको तुम्हें बेचा है ? देखो, तुम अपने ही अधर्म के कामों के कारण बिक गए, और तुम्हारे ही अपराधों के कारण तुम्हारी माता अलग कर दी गई ।
2 इसका क्या कारण है कि जब मैं आया तब कोई न मिला ? और जब मैंने पुकारा, तब किसी ने जवाब नहीं दिया ? ओ इस्राएल के घराने, क्या मेरे हाथ इतने छोटे हैं कि यह मुक्ति नहीं दे सकते, या क्या मुझ में उद्धार करने की शक्ति नहीं ? देखो, मैं एक धमकी से समुद्र को सुखा देता हूं, मैं नदियों को रेगिस्थान बना देता हूं, उनकी मछलियां सड़ती हैं क्योंकि पानी सूख जाता है, और वे प्यासी मर जाती हैं ।
3 मै आकाश को मानो शोक का काला कपड़ा पहनाता, और टाट को उनका ओढ़ना बना देता हूं ।
4 प्रभु परमेश्वर ने मुझे विद्वानों की भाषा दी है, ताकि मैं जान सकूं कैसे मैं सही समय में तुम्हें बताऊं, ओ इस्राएल के घराने, जब तुम थके होते हो तो वह तुम्हें हर सुबह जगाता है, वह मेरे कान को खोलता है ताकि मैं सुन सकूं जैसे विद्वान सुनते हैं ।
5 प्रभु परमेश्वर ने मेरा कान खोला है, और मैंने विरोध न किया, न पीछे हटा ।
6 मैंने मारने वालों को अपनी पीठ और दाढ़ी नोचने वालों की ओर अपने गाल किये; अपमानित होने और थूकने से मैंने मुंह न छिपाया ।
7 क्योंकि प्रभु परमेश्वर मेरी सहायता करता है, इसलिए मैंने संकोच नहीं किया; वरन अपना माथा चकमक की तरह कड़ा किया, और मैं जानता था कि मुझे लज्जित होना न पड़ेगा ।
8 और प्रभु मेरे निकट है, और वह मुझे निर्दोष ठहराता है । मेरे साथ कौन विवाद करेगा ? हम एक साथ खड़े हो जाएं । मेरा विरोधी कौन है ? वह मेरे निकट आए, और मैं उसे अपने मुंह की शक्ति से दंड दूंगा ।
9 क्योंकि देखो प्रभु परमेश्वर मेरी सहायता करता है । और वे सब जो मुझे दोषी ठहराएंगे, देखो, वे सब कपड़े के समान पुराने हो जाएंगे; उनको कीड़े खा जाएंगे ।
10 तुम में से कौन है जो प्रभु का भय मानता और उसके सेवक की बातों का पालन किया, जो अधंकार में चलता हो और उसके पास ज्योति न हो ?
11 देखो, तुम सब जो आग जलाते और अग्निबाणों को कमर में बांधते हो ! तुम सब अपनी जलाई हुई आग में और अपने जलाए हुए अग्निबाणों के बीच में चलो । तुम्हारी यह दशा मेरी ही ओर से होगी—तुम संताप में पड़े रहोगे ।