खंड 105
भविष्यवक्ता जोसफ स्मिथ को, फिशिंग नदी पर, मिसूरी में, 22 जून 1834 को दिया गया प्रकटीकरण । भविष्यवक्ता के नेतृत्व के अंतर्गत, ओहायो और अन्य क्षेत्रों के संत एक अभियान में मिसूरी तक चल कर आए थे जिसे बाद में सिय्योन शिविर के नाम से जाना गया था । उनका उद्देश्य मिसूरी से निकाले गए संतों को उनके प्रदेश जैक्सन काऊंटी तक सुरक्षा प्रदान करना था । मिसूरी के लोग जिन्होंने पहले संतों को सताया था उन्हें सिय्योन शिविर से प्रतिशोध का भय था और इसे रोकने के लिए उन्होंने क्ले काउंटी में रह रहे कुछ संतों पर हमला किया था । मिसूरी के गवर्नर द्वारा संतों की सहायता करने की उसकी प्रतिज्ञा को वापस ले लिए जाने के बाद जोसफ स्मिथ ने इस प्रकटीकरण को प्राप्त किया था ।
1–5, सिय्योन का निर्माण सिलिस्टियल व्यवस्था के अनुसार किया जाएगा; 6–13, सिय्योन की मुक्ति कुछ समय के लिए स्थगित कर दी जाती है; 14–19, प्रभु सिय्योन का युद्ध लड़ेगा; 20–26, संतों को समझदार होना है और एकत्रित होने पर उन्हें महान कार्यों का घमंड नहीं करना है; 27–30, जैक्सन और आस-पास की काउंटी को खरीदा जाना चाहिए; 31–34, एल्डरों को कर्टलैंड में प्रभु के घर में इंडोवमेंट प्राप्त करना है; 35–37, संत जिन्हें नियुक्त और चुना जाता है पवित्र किए जाएंगे; 38–41, संतों को संसार के लिए शांति का झंडा उठाना है ।
1 मैं तुम से सच कहता हूं जिन्होंने अपने आप को एकत्रित किया है ताकि तुम मेरे पीड़ित लोगों की मुक्ति के संबंध में मेरी इच्छा जान सको-
2 देखो, मैं तुम से कहता हूं, यदि यह मेरे लोगों के उल्लंघन के लिए नहीं होता, संपूर्ण गिरजे को बोलते हुए और व्यक्तियों को नहीं, तो वे अब तक मुक्त करा दिए गए होते ।
3 लेकिन देखो, उन्होंने आज्ञाकारी होने की उन बातों को नहीं सीखा जो मैं उनसे चाहता था, लेकिन सब प्रकार की बुराई से भरपूर हैं, और अपने वस्तुओं को बांटते नहीं हैं, जैसा संतों को होना चाहिए, उनके बीच गरीब और पीड़ित को;
4 और एकता में नहीं रहते हो जैसे सिलिस्टियल राज्य की व्यवस्था के अनुसार एक होने की आवश्यकता है;
5 और सिय्योन का निर्माण नहीं किया जा सकता जब तक यह सिलिस्टियल व्यवस्था के नियमों के द्वारा न हो; वरना मैं इसे अपने साथ शामिल नहीं कर सकता हूं ।
6 और मेरे लोगों को दंड दिए जाने की जरूरत है जब तक वे आज्ञाकारिता नहीं सीखते, यदि यह अवश्यक हुआ, तो उन बातों के द्वारा जिस से वे दुख पाएं ।
7 मैं उनके संबंध में नहीं बोलता जिन्हें मेरे लोगों का नेतृत्व करने के लिए नियुक्त किया गया है, जो मेरे गिरजे के प्रथम एल्डर हैं, क्योंकि वे इस दंड के अधीन नहीं हैं;
8 लेकिन मैं विश्वभर में अपने गिरजों के संबंध में बोलता हूं—बहुत से हैं जो कहेंगे: उनका परमेश्वर कहां है? देखो, वह उन्हें विपत्ति के समय में बचाएगा, वरना हम सिय्योन को नहीं जाएंगे, और अपने धन को रखेंगे ।
9 इसलिए, मेरे लोगों के उल्लंघनों के परिणामस्वरूप, मेरे लिए यह उचित है कि मेरे एल्डर सिय्योन की मुक्ति के थोड़े समय के लिए प्रतिक्षा करें—
10 ताकि वे स्वयं को तैयार कर सकें, और कि मेरे लोगों को अधिक परिपूर्णता से सीखाया जा सके, और अनुभव प्राप्त करें, और अधिक परिपूर्णता से समझ सकें अपने कर्तव्य के संबंध में, और उन बातों के जो मैं उनसे चाहता हूं ।
11 और यह तब तक नहीं किया जा सकता है जब तक मेरे एल्डरों को स्वर्ग की शक्ति प्रदान नहीं की जाती है ।
12 क्योंकि देखो, मैंने एक महान इंडोवमेंट और आशीष उन पर उंडेलने के लिए तैयार की हैं, जब तक वे मेरे सम्मुख विश्वसनीय और निरंतर विनम्रता में बने रहते हैं ।
13 इसलिए यह मुझ में उचित है कि मेरे एल्डर थोड़े समय के लिए प्रतिक्षा करें, सिय्योन की मुक्ति के लिए ।
14 क्योंकि देखो, मैं उनसे सिय्योन के युद्ध नहीं लड़वाना चाहता हूं; क्योंकि, जैसा मैंने पहली आज्ञा में कहा था, वैसा ही मैं करूंगा—मैं उनके युद्धों को लड़ूंगा ।
15 देखो, मैंने नाश करने वाले को नाश करने और मेरे शत्रुओं को नष्ट करने भेजा है; और अब से बहुत वर्षों के लिए उन्हें मेरी विरासत को भ्रष्ट करने के लिए नहीं छोड़ा जाएगा, और मेरे नाम की निंदा करने के लिए उन प्रदेशों पर जिन्हें मैंने अपने संतों के एकत्रित होने के लिए समर्पित किया है ।
16 देखो, मैंने अपने सेवक जोसफ स्मिथ, जु., को आज्ञा दी है, मेरे घर के सभी लोगों से कह दो, मेरे योद्धाओं, मेरे जवानों, और मध्य-आयु के लोगों को, मेरे लोगों की मुक्ति के लिए एकत्रित होने के लिए, और मेरे शत्रुओं की मिनारों को गिरा डालने, और उनके पहरेदारों को खदेड़ने के लिए;
17 लेकिन मेरे घर के सभी लोगों ने मेरे वचनों पर ध्यान नहीं दिया है ।
18 लेकिन जब तक वे जो मेरे वचनों पर ध्यान देते हैं, मैंने उनके लिए आशीष और इंडोवमेंट तैयार किया है, यदि वे निरंतर विश्वासी बने रहते हैं ।
19 मैंने उनकी प्रार्थनाओं को सुना है, और उनकी भेंटों स्वीकार करूंगा; और मुझ में यह उचित है कि उन्हें उनके विश्वास की परिक्षा के लिए इस स्थान पर लाया जाए ।
20 और अब, मैं तुम से सच कहता हूं, एक आज्ञा तुम्हें देता हूं, कि वे सब जो यहां आते हैं, वे इस क्षेत्र के आस-पास रह सकते हैं, उन्हें रहने दो;
21 और वे जो रह नहीं सकते हैं, जिनके परिवार पूर्व में हैं, उन्हें थोड़े समय के लिए ठहरने दो, जब तक मेरा सेवक जोसफ उनके लिए नियुक्त करेगा;
22 क्योंकि मैं उसके साथ इस विषय के संबंध में सलाह करूंगा, और सब बातें जो वह उनके लिए नियुक्त करेगा परिपूर्ण होंगी ।
23 और मेरे लोग जो आस-पास के क्षेत्र में निवास करते हैं वे मेरे सम्मुख बहुत विश्वासी, और प्रार्थनापूर्ण, और विनम्र रहें, और उन बातों को प्रकट न करें जो मैंने उन पर प्रकट की हैं, जब तक मैं यह उचित न जानूं कि उन्हें प्रकट किया जाना चाहिए ।
24 न्याय के विषय में न बोलो, न विश्वास और न ही महान कार्यों का घमंड करो, लेकिन सावधानी से एकत्रित हो, जितना अधिक एक क्षेत्र में हो सकते हो, लोगों की अनुभूतियों के अनुसार;
25 और देखो, मैं तुम्हारी आंखों में कृपा और अनुग्रह दूंगा, ताकि तुम शांति और सुरक्षा में निवास कर सको, जब तुम लोगों से बोल रहे हो: हमारे लिए व्यवस्था के अनुसार धर्म और न्याय करो, और हम पर किए गलत की भरपाई करो ।
26 अब, देखो, मैं तुम से कहता हूं, मेरे मित्रों, इस तरीके से लोगों की आंखों में कृपा पाओगे, जब तक इस्राएल की सेना महान होती है ।
27 और मैं लोगों के हृदयों को कोमल करूंगा, जैसे मैंने फिरोन के हृदय को किया था, समय समय पर, जब तक मेरा सेवक जोसफ स्मिथ, जु., और मेरे एल्डर, जिन्हें मैंने नियुक्त किया है, मेरे घर के लोगों को एकत्रित करने का समय मिल जाएगा,
28 और बुद्धिमान लोगों को भेजने के लिए, उस को पूरा करने के लिए जो आदेश मैंने जैक्सन काउंटी में सारी जमीन खरीदने के संबंध में दिया है जिसे खरीदा जा सकता है, और चारों ओर बगल के प्रांतों में ।
29 क्योंकि यह मेरी इच्छा है कि इन जमीनों को खरीदा जाए; और इन्हें खरीदने के बाद कि मेरे संत इन्हें प्राप्त करें समर्पण की व्यवस्था के अनुसार जो मैंने दी है ।
30 और इन जमीनों को खरीदने के बाद, मैं इस्राएल की सेना को निर्दोष ठहराऊंगा उनकी स्वयं की जमीनों का कब्जा लेने में, जो उन्होंने अपने स्वयं के धन से खरीदे हैं, और मेरे शत्रुओं की मिनारों को गिरा कर जो उन पर थे, और उनके पहरेदारों को खदेड़कर, और मेरे शत्रुओं से बदला लेकर उनकी तीसरी और चौथी पीढ़ी तक जो मुझ से नफरत करते हैं ।
31 लेकिन मेरी सेना को महान बनने दो, और इसे मेरे सम्मुख पवित्र होने दो, ताकि ये सूर्य जैसे निर्मल, और चांद जैसे सुंदर हो, और कि इसकी पताकाएं सब राष्ट्रों के लिए भंयकर हो;
32 ताकि इस संसार के राज्य स्वीकार करने के लिए बाध्य हों कि सिय्योन का राज्य वास्तव में हमारे परमेश्वर और उसके मसीह का राज्य है; इसलिए, हम उसकी व्यवस्था के अधीन हो जाएं ।
33 मैं तुम से सच कहता हूं, मेरे लिए यह उचित है कि मेरे गिरजे के प्रथम एल्डर मेरे घर में स्वर्ग से अपना एंडोवमेंट प्राप्त करें, जिसे मैंने कर्टलैंड प्रदेश में अपने नाम में निर्माण करने का आदेश दिया है ।
34 और वे आज्ञाएं जो मैंने सिय्योन और इसकी व्यवस्था के संबंध में दी हैं का पालन और परिपूर्ण किया जाए, उसके मुक्ति के बाद ।
35 पूर्व में नियुक्ति करने का समय रहा है, लेकिन चुनने के दिन का समय आ गया है; और उन्हें चुना जाए जो योग्य हैं ।
36 और यह मेरे सेवक पर प्रकट किया जाएगा, आत्मा की वाणी के द्वारा, वे जिन्हें चुना जाता है; और वे पवित्र किए जाएंगे ।
37 और जब तक वे उन सलाह का अनुसरण करते हैं जिन्हें वे प्राप्त करते हैं, बहुत दिनों के बाद उनके पास सिय्योन के संबंध में सारी बातों को पूरा करने की शक्ति होगी ।
38 और फिर मैं तुम से कहता हूं, शांति की विनती करो, न केवल उन लोगों के लिए जिन्होंने तुम पर आर्कमण किया है, लेकिन सारे लोगों के लिए;
39 और शांति के झंडे को ऊपर उठाओ और पृथ्वी के अंतिम छोर तक शांति की घोषणा करो;
40 और उनके लिए शांति के समझौते करो जो तुम पर आकर्मण करते हैं, आत्मा की वाणी के अनुसार जो तुम्हारे भीतर है, और सब बातें मिलकर तुम्हारी भलाई के लिए होंगी ।
41 इसलिए, विश्वासी रहो; और देखो, और नजर उठाओ, मैं अंत तक तुम्हारे साथ हूं । तो भी । आमीन ।