पवित्रशास्त्र
सिद्धांत और अनुबंध 115


खंड 115

भविष्यवक्ता जोसफ स्मिथ द्वारा, सूदूर पश्चिम, मिसूरी में, 26 अप्रैल 1838 में उस स्थान और प्रभु के घर का निर्माण करने के संबंध में परमेश्वर की इच्छा जानने के लिए दिया गया प्रकटीकरण । यह प्रकटीकरण गिरजे के अध्यक्षीय अधिकारियों और सदस्यों को संबोधित है ।

1–4, प्रभु अपने गिरजे का नाम अंतिम-दिनों के संतों का यीशु मसीह का गिरजा रखते हैं; 5–6, सिय्योन और उसके स्टेक संतों के लिए सुरक्षा और शरण के स्थान हैं; 7–16, संतों को सूदूर पश्चिम में प्रभु का घर बनाने का आदेश दिया जाता है; 17–19, जोसफ स्मिथ पृथ्वी पर परमेश्वर के राज्य की कुंजियों को धारण करते हैं ।

1 सच में प्रभु तुम से इस प्रकार कहता है, मेरे सेवक जोसफ स्मिथ, जु., और मेरे सेवक सिडनी रिगडन भी, और मेरे सेवक हाएरम स्मिथ भी, और तुम्हारे सलाहकारों से जो नियुक्त किए गए हैं और बाद में नियुक्त किए जाएंगे ।

2 और तुम से भी, मेरे सेवक एडवर्ड पार्ट्रिज, और उसके सलाहकारों से;

3 और मेरे विश्वासी सेवकों से भी जो सिय्योन में मेरे गिरजे के उच्च परिषद के हैं, क्योंकि इसे इस प्रकार बुलाया जाएगा, और अंतिम-दिनों के संतों के मेरे गिरजे के सभी एल्डरों और लोगों से भी, जो संसार-भर में बिखरे हुए हैं;

4 क्योंकि मेरा गिरजा अंतिम-दिनों में इस प्रकार कहलाया जाएगा, अर्थात अंतिम-दिनों के संतों का यीशु मसीह का गिरजा ।

5 मैं तुम सबों से सच कहता हूं: उठो और चमको, ताकि तुम्हारा प्रकाश राष्ट्रों के लिए आदर्श हो;

6 और कि सिय्योन प्रदेश पर एकत्रित हों, और उसके स्टेकों पर, सुरक्षा के लिए, और तूफान से शरण, और क्रोध से जब इसे निरी मदिरा के समान संपूर्ण पृथ्वी पर उंडेला जाएगा ।

7 सूदूर पश्चिम, शहर को, मेरे लिए पवित्र और समर्पित रहने दो; और यह अति पवित्र कहलाया जाएगा, क्योंकि जिस जमीन पर तुम खड़े हो पवित्र है ।

8 इसलिए, मैं तुम्हें मेरे लिए घर का निर्माण करने का आदेश देता हूं, मेरे संतों के एकत्रित होने के लिए, ताकि वे मेरी आराधना कर सकें ।

9 और इस कार्य को आरंभ किया जाए, और बुनियाद, और तैयारी का कार्य, इस आने वाली गर्मियों में;

10 और आरंभ अगली जुलाई के चौथे दिन को किया जाए; और उस समय के पश्चात मेरे लोग मेरे नाम से घर का निर्माण करने के लिए परिश्रम से कार्य करें;

11 और इस दिन से एक साल में वे मेरे घर की बुनियाद रखना पुनःआरंभ करें ।

12 इस प्रकार उस समय के बाद से उन्हें परिश्रम से कार्य करने दो जबतक यह पूरा किया जाता है, इसके कोने के पत्थर से लेकर इसकी छत तक, जबतक ऐसा कुछ न रहे जिसे पूरा न किया गया हो ।

13 मैं तुम से सच कहता हूं, न तो मेरा सेवक जोसफ स्मिथ, और न ही मेरा सेवक सिडनी, और न ही मेरा सेवक हाएरम, मेरे नाम से घर का निर्माण करने में किसी प्रकार के कर्ज में न पड़ें;

14 परंतु मेरे नाम में घर बनाया जाए उस नमूने के अनुसार जो मैं उन्हें दिखाऊंगा ।

15 और यदि मेरे लोग इसका निर्माण उस नमूने के अनुसार नहीं करते जिसे मैं उनकी अध्यक्षता को दिखाऊंगा, मैं इसे उनके हाथों से स्वीकार नहीं करूंगा ।

16 लेकिन यदि मेरे लोग इसका निर्माण उस नमूने के अनुसार करते हैं जिसे मैं उनकी अध्यक्षता को दिखाऊंगा, अर्थात मेरे सेवक जोसफ और उसके सलाहकारों को, तब मैं इसे अपने लोगों के हाथों स्वीकार करूंगा ।

17 और फिर, मैं तुम से सच कहता हूं, यह मेरी इच्छा है कि सूदूर पश्चिम के शहर का निर्माण शीघ्रता से किया जाए मेरे संतों के एकत्रित होने के द्वारा;

18 और कि आस-पास के क्षेत्रों में अन्य स्थानों को भी स्टेकों के लिए नियुक्त किया जाए, जैसे इन्हें मेरे सेवक जोसफ को, समय समय, पर प्रकट किया जाएगा ।

19 क्योंकि देखो, मैं उसके साथ रहूंगा, और लोगों के समक्ष उसे पवित्र करूंगा; क्योंकि उसे मैंने इस राज्य और सेवकाई की कुंजियां सौंपी हैं । तो भी । आमीन ।