युवाओं को मजबूत करने के लिये समायोजन
अधिक युवक और युवतियां इस चुनौती को सफलतापूर्वक करने के योग्य होंगे और अनुबंध बनाने के मार्ग पर चलते हुए हमारे युवाओं पर लेसर जैसी पैनी निगाह रखेंगे ।
धन्यवाद, प्रिय अध्यक्ष नेलसन, बपतिस्मे के गवाहों के संबंध में आनंददायक मार्गदर्शन और युवाओं को मजबूत बनाने और उनकी पावन क्षमता को विकसित करने में मदद के लिये उस निर्देशन के लिये जिसे आपने हमें साझा करने को कहा है ।
इससे पहले मैं उन बदलावों को साक्षा करूं, हम पुनास्थापित सुसमाचार में चल रहे विकास पर अद्वितीय तरीके से प्रतिक्रिया देने वाले सदस्यों को हमारी हार्दिक प्रशंसा व्यक्त करते हैं । जैसा कि पिछले साल अध्यक्ष नेलसन ने सुझाव दिया था, आपने अपनी विटामिन की गोलियां ले चुके हैं !
आपने घर पर आनंदपूर्वक आओ, मेरा अनुसरण करो का अध्ययन करते हैं । आपने गिरजे में बदलावों पर भी प्रतिक्रिया व्यक्त की है । एल्डर परिषद के सदस्य और सहायता संस्था के बहनें एकजुट होकर उद्धार के कार्य को करती हैं ।
हम अत्यंत आभारी हैं । हम विशेषरूप से आभारी हैं कि हमारे युवा निरंतर मजबूत और विश्वासी रहे हैं ।
हमारे युवा रोमांचक लेकिन चुनौतीपूर्ण समय में रहते हैं । आजकल उपलब्ध चुनाव कभी भी इतने प्रभावशाली नहीं रहे हैं । एक उदाहरण: आधुनिक स्मार्टफोन जो बहुत महत्वपूर्ण और प्रेरक सूचानाएं उपलब्ध कराता है, जिसमें परिवार इतिहास और पवित्र धर्मशास्त्र शामिल हैं । इसके विपरीत, इसमें मूर्खतापूर्ण, अनैतिकता, और बुराई भी है जो कि पहले इतनी सरलता से उपलब्ध नहीं थी ।
हमारे युवाओं की इन चुनावों में सही चुनने में मदद करने के लिये, गिरजे ने तीन गहन और व्यापक पहल की है । पहला, पाठ्यक्रम को मजबूत और घर के लिये विस्तारित किया गया है । दूसरा, बच्चों और युवा कार्यक्रम जिसमें रोमांचक और व्यक्तिगत विकास की गतिविधियां शामिल हैं अभी पिछले रविवार को अध्यक्ष रसल एमनेलसन, अध्यक्ष एम. रसल बलार्ड, और जनरल अधिकारियों द्वारा पेश किया था । तीसरी पहल हमारे धर्माध्यक्षों और अन्य मार्गदर्शकों को युवाओं पर अधिक महत्वपूर्ण ध्यान देने के लिये संगठनात्मक बदलाव हैं । यह ध्यान आत्मिकरूप से शक्तिशाली चाहिए और हमारे युवाओं को युवा सेना बनने में मदद के लिये होना चाहिए जैसा अध्यक्ष नेलसन ने उन्हें बनने के लिये कहा है ।
एक साथ जुड़े आदर्श
ये प्रयास, और पिछले कुछ सालों के दौरान घोषित किए गए प्रयास अलग-अलग नहीं हैं । प्रत्येक बदलाव संतों को आशीषित करने और उन्हें परमेश्वर से मिलने के प्रति तैयारी का एक साथ जुड़े आदर्श का जरूरी हिस्सा है ।
उस आदर्श का एक हिस्सा उभरती पीढ़ी से संबंधित है । हमारे युवाओं से छोटी आयु से ही अधिक व्यक्तिगत जिम्मेदारी देने के लिये कह जा रहा है—जो माता-पिता और मार्गदर्शकों के बिना युवा स्वयं के लिये कर सकते हैं ।
घोषणा
आज हम युवाओं के लिये वार्ड और स्टेक स्तर पर संगठनात्मक बदलावों की घोषणा करते हैं । जैसा अध्यक्ष नेलसन ने बताया है, बहन बोनी एच. कॉरडॉन इन बदलावों की घोषणा आज शाम युवतियों के लिये करेंगी । उन बदलावों में से एक जिसकी मैं अब चर्चा करूंगा हारूनी पौरोहित्य धारकों, परिषदों, और परिषद अध्यक्षताओं को मजबूती देना है । ये बदलाव सिद्धांत और अनुबंध 107:15 के साथ हमारी कार्यप्रणाली के अनुसार है, जिसमें लिखा है, “धर्माध्यक्ष इस पौरोहित्य की अध्यक्षता करता है, और इसकी कुंजियां या अधिकार को धारण करता है ।”
धर्माध्यक्ष के आत्मिक कर्तव्यों में से एक याजकों की अध्यक्षता करना और साथ परिषद में बैठना है, उनके पदों के कर्तव्यों को उन्हें सीखाना है । इसके अतिरिक्त धर्माध्यक्षता में प्रथम सलाहकार के पास शिक्षकों और द्वितीय सलाहकार के पास डीकन की विशेष जिम्मेदारी होगी ।
इसलिये, सिद्धांत और अनुबंध में इस प्रकटीकरण के समरूप होने के लिये, वार्ड स्तर पर युवकों की अध्यक्षता समाप्त कर दिया जाएगा । इन विश्वासी भाइयों ने बहुत अच्छा काम किया है, और हम उनके प्रति प्रशंसा व्यक्त करते हं ।
हम आशा करते हैं कि धर्माध्यक्षताएं युवकों की पौरोहित्य जिम्मेदारियों अधिक जोर और ध्यान देंगी और उनकी परिषद कर्तव्यों में उन्हें मदद करेंगी । योग्य वयस्क युवक सलाहकारों को हारूनी पौरोहित्य परिषद अध्यक्षताओं और धर्माध्यक्षताओं की उनके कर्तव्यों में मदद के लिये नियुक्त किया जाएगा । हमें भरोसा है कि अपने युवाओं पर अत्याधिक ध्यान रखने के कारण अधिक युवक और युवतियां चुनौती का सामना करने के योग्य होंगे और अनुबंधित मार्ग पर चलते रहेंगे ।
प्रभु के प्रेरक आदर्श में, धर्माध्यक्ष के पास वार्ड में प्रत्येक की जिम्मेदारी है । वह युवाओं के माता-पिता के साथ-साथ युवाओं को भी आशीषित करता है । एक धर्माध्यक्ष को युवक से बात करते हुए पता चला कि वह पॉर्नाग्रफी से ग्रस्त था, वह युवक की पश्चाताप करने में मदद कर सका उसी प्रकार उसने माता-पिता को प्रेम और समझदारी से प्रतिक्रिया करने में मदद की थी । युवक की चंगाई उसके परिवार के लिये चंगाई थी और धर्माध्यक्ष द्वारा पूरे परिवार के कार्य करने के द्वारा संभव हो पाई थी । वह युवक अब योग्य मेलकिसिदक पौरोहित्य धारक और पूरे-समय का प्रचारक है ।
जैसे यह घटना बताती है, ये बदलाव:
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धर्माध्यक्षों और उनके सलाहकारों को युवाओं और प्राथमिक बच्चों पर अपनी अति-महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों को कंद्रित करने में मदद करेंगे ।
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हारूनी पौरोहित्य अधिकार और कर्तव्यों को प्रत्येक युवकों के व्यक्तिगत जीवन और लक्ष्यों में केंद्रित करेंगे ।
ये बदलाव:
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हारूनी पौरोहित्य परिषद अध्यक्षताओं जिम्मेदारियों और धर्माध्यक्षता को सीधे रिपोर्ट करने के लिये बढ़ावा भी देंगी ।
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हारूनी पौरोहित्य परिषद अध्यक्षताओं की उनके पदों की शक्ति और अधिकार की मर्यादा बढ़ाने में मदद करने और परामर्श देने के लिये वयस्क मार्गदर्शकों को प्रेरित भी करेंगे ।
जैसा कि नोट किया होगा, ये बदलाव युवतियों के प्रति धर्माध्यक्षता की जिम्मेदारियों को कम नहीं करते हैं । जैसा कि अध्यक्ष नेलसन अभी बताया, “धर्माध्यक्ष की पहली और प्रमुख जिम्मेदारी अपने वार्ड के युवकों और युवतियों की देख भाल करना है ।”
हमारे प्रिय और परिश्रमी धर्माध्यक्ष इस जिम्मादारी को कैसे पूरा करेंगे ? जैसा आपको याद हो, 2018 में, मेलकिसिदक पौरोहित्य परिषदों को अधिक ध्यानपूर्वक सहायता संस्थाओं के साथ मिलकर कार्य करने के लिये समायोजित किया गया था ताकि एल्डर परिषदें और सहायता संस्थाएं, धर्माध्यक्ष के निर्देशन में, उन महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों को पूरा करने में मदद कर सकते हैं जिनमें पहले उनका अधिक समय बीत जाता था । इन जिम्मेदारियों में शामिल हैं, वार्ड में प्रचारक कार्य और मंदिर और परिवार इतिहास कार्य—के साथ साथ वार्ड सदस्यों की सेवाकाई का अधिकतर कार्य ।
धर्माध्यक्ष कुछ जिम्मेदारियों को किसी को सौंप नहीं सकता है, जैसे युवाओं को मजबूती देना, सामान्य न्यायाधीक्ष होना, जरूरतमंदों की देख भाल करना, और वित और संसारिक मामलों का प्रबंध । हालांकि, ये उससे कम हैं जिन्हें हमने अतीत में समझा था । जैसा एल्डर जैफ्री आर. हॉलैंड ने पिछले साल बताया था जब मेलकिसिदक पौरोहित्य परिषदों में बदलावों की घोषणा की गई थी : “धर्माध्यक्ष, अवश्य ही, वार्ड में अध्यक्षता करने वाला उच्च याजक है । यह [एल्डर परिषदों और सहायता संस्थाओं का] नया गठबंधन उसे मेलकिसिदक पौरोहित्य और सहायता संस्था के कार्य की अध्यक्षता करने देगा, इन संस्थाओं में से किसी काम करने की उसकी आवश्यकता के बिना ।”
उदाहरण के लिये, सहायता संस्था अध्यक्षा और एल्डर परिषद अध्यक्ष, जब उन्हें नियुक्त किया जाता है, वयस्कों से सलाह करने की एक बड़ी भूमिका ले सकते हैं—और इसी प्रकार युवतियों की अध्यक्षा युवतियों से सलाह करने की भूमिका ले सकती हैं । जबकि केवल धर्माध्यक्ष ही सामान्य न्यायाधीक्ष के रूप में कार्य कर सकता है, ये अन्य मार्गदर्शक भी उन चुनौतियों में मदद करने के लिये स्वर्ग से प्रकटीकरण पाने के योग्य हैं जिसमें सामान्य न्यायाधीक्ष की आवश्यकता नहीं होती या किसी प्रकार का दुर्व्यहार शामिल न हो ।
इसका अर्थ यह नहीं है कि युवतियां धर्माध्यक्ष से या अपने माता-पिता से बात नहीं कर सकती या उन्हें नहीं करना चाहिए । उन्हें युवाओं पर ध्यान केंद्रित करना है ! लेकिन इसका अर्थ यह है कि युवतियों की मार्गदर्शक युवती की जरूरतों को बहुत अच्छी तरह पूरा कर सकती है । धर्माध्यक्षता युवतियों के लिये उतने ही चिंतित हैं जितना युवकों के लिये, लेकिन हम उस शक्ति को जानते हैं जो उन मजबूत, सक्रिय, केंद्रित युवतियों की मार्गदर्शकों से मिलती है जो प्रेम करती और सलाह देती हैं, कक्षा अध्यक्षताओं की भूमिकाओं पर हावी नहीं होती, बल्कि युवाओं को उन भूमिकाओं में सफल होने में मदद करती हैं ।
बहन कॉरडॉन आज शाम युवतियों के लिये अतिरिक्त रोमांचक बदलावों को साझा करेंगी । मैं, हालांकि, घोषणा करता हूं कि वार्ड युवतियों की अध्यक्षाएं अब सीधे वार्ड के धर्माध्यक्ष को रिपोर्ट और सलाह करेंगी । अतीत में, ये कार्यभार सलाहकार को दिये जा सकते थे, लेकिन आगे से युवतियां सीधे उसकी जिम्मेदारी होगी जिसके पास वार्ड की अध्यक्षता करने की कुंजियां हैं । सहायता संस्था अध्यक्षा सीधे धर्माध्यक्ष को रिपोर्ट करना जारी रखेंगी ।
सामान्य और स्टेक स्तर पर, हम युवकों की अध्यक्षताएं जारी रखेंगे । स्टेक स्तर पर, उच्च पार्षद युवकों का अध्यक्ष होगा और युवतियों और प्राथमिक के लिये नियुक्त उच्च पार्षद के साथ, स्टेक हारूनी पौरोहित्य-युवतियों की समिति का हिस्सा होगा । ये भाई इस समिति में स्टेक युवतियों की अध्यक्षता के साथ कार्य करेंगे । स्टेक अध्यक्ष (समिति-अध्यक्ष) के सलाहकार के साथ, यह समिति का महत्व बढ़ेगा क्योंकि बच्चों और युवाओं की नयी पहल के बहुत से कार्यक्रम और गतिविधियां स्टेक स्तर पर होंगी ।
ये उच्च पार्षद, स्टेक अध्यक्षता के निर्देशन के अंतर्गत, धर्माध्यक्ष और हारूनी पौरोहित्य परिषदों की उसी प्रकार सहायता कर सकते हैं जैसे उच्च पार्षद वार्ड एल्डर परिषदों की सेवा करते हैं ।
संबंधित मामले के रूप में, एक अन्य उच्च पार्षद रविवार विद्यालय के अध्यक्ष के रूप में काम करेगा और आवश्यकतानुसार, स्टेक हारूनी पौरोहित्य-युवतियों की समिति की सेवा कर सकता है ।
मार्गदर्शकों को भेजी जाने वाली सूचनाओं में अतिरिक्त संगठनात्मक बदलावों आगे समझाया जाएगा । इन बदलावों में शामिल हैं:
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धर्माध्यक्षता युवा समिति की सभा को बदलकर वार्ड परिषद किया जाएगा ।
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“म्यूचवल” को समाप्त कर दिया जाएगा और “युवतियों की गतिविधियां” “हारूनी पौरोहित्य परिषद गतिविधियां,” या “युवाओं की गतिविधियां” बन जाएगी और जहां संभव होगा साप्ताहिक रूप से की जाएंगी ।
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युवा गतिविधयों के लिये वार्ड बजट को युवकों और युवतियों के बीच प्रत्येक संगठन में उनकी संख्या के अनुसार बराबर बांटा जाएगा । पर्याप्त धनराशी प्राथमिक गतिविधियों के लिये दी जाएगी ।
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सभी स्तरों पर—वार्ड, स्टेक, और जनरल—हम शब्द “सहायक” के स्थान पर शब्द “संगठन” का उपयोग करेंगे । वे जो महा सहायता संस्था, युवतियों, युवकों, प्राथमिक, और रविवार विद्यालय संगठनों का मार्गदर्शन करते हैं अब “जनरल अधिकारियों” के रूप में जाने जाएंगे । जो वार्ड और स्टेक स्तर पर संगठनों का मार्गदर्शन करते हैं अब “वार्ड अधिकारी” और “स्टेक अधिकारी” के रूप में जाने जाएंगे ।
घोषित किए गए बदलावों को जितनी जल्दी शाखाएं, वार्ड, जिले, और स्टेक तैयार होंगे लागू किए जा सकते हैं, लेकिन 1 जनवरी 2020 से प्रभावकारी होंगे । ये बदलाव, जब पिछले बदलावों से जुड़ते और मिलते हैं, तो प्रत्येक पुरूष, महिला, युवा, बच्चे को आशीष और शक्ति देने के लिये सिद्धांत के अनुसार आत्मिक और संगठनात्मक प्रयासों को दर्शाते हैं, हमारे उद्धारकर्ता, यीशु मसीह के उदाहरण का अनुसरण करने के लिये प्रत्येक की सहायता करते हुए, जब हम अनुबंध के मार्ग में प्रगति करते हैं ।
प्रिय भाइयों और बहनों, मैं वादा करता और गवाही देता हूं ये विस्तृत बदलाव, प्रेरक अध्यक्ष और भविष्यवक्ता, रसल एम. नेलसन के निर्देशन के अंतर्गत, गिरजे के प्रत्येक सदस्य को शक्ति और मजबूती प्रदान करेंगे । हमारे युवाओं उद्धारकर्ता में अधिक विश्वास पैदा होगा, शैतान के प्रलोभनों से सुरक्षित रहेंगे, और जीवन की चुनौतियों का सामना करने के लिये तैयार होंगे । यीशु मसीह के पावन नाम में, आमीन ।