2010–2019
फल
अक्टूबर 2019 महा सम्मेलन


2:3

फल

अपनी आंखें और अपने दिल को उद्धारकर्ता, यीशु मसीह, और अनंत आनंद पर केंद्रित रखें जो केवल उसके माध्यम से आता है ।

मैं जानता हूं कि आप क्या सोच रहे हैं ! बस एक और वक्ता और हम अध्यक्ष नेलसन को सुनेंगे । कुछ मिनटों के लिए आपको सचेत रखने की आशा करते हुए, जब हम अपने प्रिय भविष्यवक्ता की प्रतीक्षा करते हैं, मैंने एक बहुत ही आकर्षक विषय का चयन किया है: मेरा विषय फल है ।

फल

बेर, केला, तरबूज, और आम के रंग, बनावट और मिठास के साथ, या अधिक विदेशी फल जैसे किवैनो या अनार, फल लंबे समय से एक मूल्यवान व्यंजन रहे हैं ।

अपनी सांसारिक सेवकाई के दौरान, उद्धारकर्ता ने अनंत मूल्य की बातों की तुलना अच्छे फल से की । उसने कहा, “तुम उन्हें उनके फलों से जानोगे । “हर अच्छा पेड़ अच्छे फल लाता है ।” उसने हमें “अनन्त जीवन के लिए फल” इकट्ठा करने के लिए प्रोत्साहित किया है ।

एक सपने में जिसे हम सब मॉरमन की पुस्तक में अच्छी तरह से जानते हैं, भविष्यवक्ता लेही स्वयं को “एक अंधेरे और सुनसान जंगल” में पाता है । गंदे पानी, अंधेरे की धुंध, अजीब सड़कों और वर्जित मार्गों के साथ-साथ एक छड़ भी है; लोहे की छड़ एक सीधे और संकरे रास्ते में “सुंदर वृक्ष को ले जाती है जिसका फल किसी को खुश कर सकता है ।” सपने को याद करते हुए, लेही कहता है:” मैंने … फल को खाया; … यह सबसे मीठा था, उन सब में जो मैंने [कभी भी] चखा था। … [और] इसने मेरी आत्मा को अत्यधिक आनंद से भर दिया । ”यह फल” [अधिक] वांछनीय था अन्य किसी प्रकार के फल से ।”

जीवन का वृक्ष इसके स्वादिष्ट फल के साथ

वृक्ष और फल का अर्थ

यह पेड़ अपने सबसे कीमती फल के साथ क्या बताता है? यह “परमेश्वर का प्रेम” का दर्शाता है और हमारे स्वर्गीय पिता की मुक्ति योजना की घोषणा करता है । “क्योंकि परमेश्वर ने जगत से ऐसा प्रेम रखा, कि उसने अपना एकलौता बेटा दे दिया, ताकि जो कोई उस पर विश्वास करे वह नाश न हो चाहिए, बल्कि हमेशा का जीवन पाए ।”

यह कीमती फल उद्धारकर्ता के अतुलनीय प्रायश्चित के चमत्कारिक आशीष का प्रतीक है । न केवल हम अपनी नश्वरता के बाद फिर से जीवित होंगे, बल्कि यीशु मसीह में अपने विश्वास, अपने पश्चाताप और आज्ञाओं को बनाए रखते हुए, हम अपने पापों की क्षमा पा सकते हैं और एक दिन हमारे पिता और उनके पुत्र के सामने स्वच्छ और शुद्ध खड़े हो सकते हैं ।

पेड़ के फल को खाना यह भी प्रतीक है कि हम पुनास्थापित किए गए सुसमाचार की विधियों और अनुबंधों को गले लगाते हैं - बपतिस्मा लेते हैं, पवित्र आत्मा का उपहार प्राप्त करते हैं, और प्रभु के घर में प्रवेश कर उच्च शक्ति से वृतिदान प्राप्त करते हैं । यीशु मसीह की कृपा से और हमारी अनुबंधों का सम्मान करने से, हम अपने धर्मी परिवार के साथ अनंत काल तक रहने की असीम प्रतिज्ञा प्राप्त करते हैं ।

कोई आश्चर्य नहीं कि स्वर्गदूत ने इस फल को “आत्मा के लिए सबसे अधिक खुशी” के रूप में वर्णित किया है । यह वास्तव में है !

सच्चे बने रहने की चुनौती

जैसा कि हम सभी सीख चुके हैं, भले ही पुनास्थापित सुसमाचार के अनमोल फल को चखने के बाद भी, प्रभु यीशु मसीह के प्रति सच्चा और वफादार बने रहना अभी भी सरलता से नहीं किया जाता है । जैसा हम से इस सम्मेलन में कई बार बोला गया है, हम विचलित होते और धोखे, भ्रम और विवाद, लुभाने और प्रलोभनों का सामना करना जारी रखते हैं जो हमारे हृदयों को उद्धारकर्ता और उन सुंदरता से दूर करने का प्रयास करते हैं जिसे हमने उसका अनुसरण करने में अनुभव किया है ।

इस कठिनाई के कारण, लेही के सपने में एक चेतावनी भी शामिल है ! नदी के दूसरी ओर एक विशाल इमारत है जिसमें सभी उम्र के लोग अपनी उंगलियों से इशारा करते हैं, मजाक उड़ाते हैं, और यीशु मसीह के धर्मी अनुयायियों का उपहास करते हैं ।

इमारत के लोग आज्ञाओं को रखने वाले लोगों का उपहास और हंसी उड़ा रहे हैं, वे बदनाम करने की उम्मीद कर रहे हैं और यीशु मसीह और उसके सुसमाचार में विश्वास को कम करने का प्रयास करते हैं । और विश्वासियों के संदेह और तिरस्कार के हमलों के कारण, उन लोगों में से कुछ जो फल का स्वाद ले चुके हैं, उन्हें उस सुसमाचार के बारे में शर्म महसूस होने लगती है जिसे उन्होंने एक बार ग्रहण किया था । दुनिया के झूठे लालच उन्हें बहकाते हैं; वे वृक्ष और फल से दूर हो जाते हैं और धर्मशास्त्रों के शब्दों में, “वर्जित मार्गों में गिरते और [खो जाते हैं] ।”

आज हमारी दुनिया में, शैतान के सेवक अधिक परिश्रम कर रहे हैं, जल्दबाजी में बड़ी और विशाल इमारत को बड़ा कर रहे हैं । यह विस्तार हमारे घरों को घेरने की उम्मीद करते हुए नदी के पार पहुंच गया है, जबकि चेतावनी देने के आपके इंटरनेट मेगाफोन के दिन और रात चिल्लाते रहते हैं ।

अध्यक्ष नेलसन ने समझाया, “शैतान गवाहियों को नष्ट करने और प्रभु के कार्य विलम्ब करने के लिये अपने प्रयासों को चौगुना कर रहा है ।” हमें लेही के शब्दों को याद करें: “हमने उन पर ध्यान नहीं दिया ।”

हालांकि हमें डरने की जरूरत नहीं है, लेकिन हम चौकन्ने रहना होगा । कई बार, छोटी बातें भी हमारे आत्मिक संतुलन को बनाए रख सकती हैं । कृपया अपने प्रश्नों, दूसरों के अपमान, विश्वासघाती दोस्तों, या दुर्भाग्यपूर्ण गलतियों और निराशाओं को आपको मीठे, शुद्ध और आत्मा-संतोषजनक आशीष से दूर करने की अनुमति न दें जो कि पेड़ के बहुमूल्य फल से आते हैं । अपनी आंखें और अपने दिल को उद्धारकर्ता, यीशु मसीह, और अनंत आनंद पर केंद्रित रखें जो केवल उसके माध्यम से आता है ।

जेसन हॉल का विश्वास

जून में मेरी पत्नी कैथी और मैं जेसन हॉल के अंतिम संस्कार में शामिल हुए थे । जून में मेरी पत्नी कैथी और मैं जेसन हॉल के अंतिम संस्कार में शामिल हुए थे ।

यह एक घटना के बारे में जेसन के शब्द हैं जिसने उसका जीवन बदल दिया था:

“15 साल की उम्र में एक गोताखोरी दुर्घटना में । … मेरी गर्दन टूट गई थी और छाटी से नीचे लकवा मार गया था । मैंने अपने पैरों का पूर्ण नियंत्रण और अपनी बाहों का आंशिक नियंत्रण खो दिया । मैं अब नहीं चल सकता था, खड़े नहीं हो सकता था, या स्वयं को खिला नहीं सकता था । मैं मुश्किल से सांस ले या बोल पाता था ।”

“प्रिय स्वर्गीय पिता, मैं विनती करता हूं, यदि मेरे केवल हाथ सही हो जाएं, मैं जानता हूं मैं ऐसा कर सकता हूं । कृपया पिता दया करो । …

“ …मेरी टांग सही रखो, पिता; मैं केवल अपने हाथों के उपयोग की प्रार्थना करता हूं ।”

जेसन अपने हाथों का उपयोग कभी नहीं कर पाया । क्या आप विशाल भवन से आवाज़ सुन सकते हैं? “जेसन हॉल, परमेश्वर आपकी प्रार्थना नहीं सुनते हैं ! यदि परमेश्वर प्यार करने वाला परमेश्वर है, तो वह आपको इस तरह कैसे छोड़ सकता है ? मसीह में विश्वास क्यों है? जेसन हॉल ने उनकी आवाजें सुनीं, लेकिन उसने ध्यान नहीं दिया । इसके बजाय उसने पेड़ के फल को खाया । यीशु मसीह में उसका विश्वास अटल हो गया । उसने विश्वविद्यालय से स्नातक की उपाधि प्राप्त की और मंदिर में कोइल कोलमैन से विवाह किया, उन्हें अपने जीवन का प्यार बताते हुए । 16 साल की शादी के बाद, एक और चमत्कार, उनके अमूल्य बेटे, कोलमैन का जन्म हुआ ।

जेसन और कोलेट हॉल
हॉल परिवार

उनका विश्वास कैसे बढ़ा ? कोलेट ने समझाया: “हमने परमेश्वर की योजना पर भरोसा किया । और इसने हमें आशा दी । हम जानते थे कि जेसन भविष्य के दिनों में संपूर्ण होगा । … हम जानते थे कि परमेश्वर ने हमें एक उद्धारकर्ता प्रदान किया है, जिसका प्रायश्चित बलिदान हमें आगे देखते रहने में सक्षम बनाता है जब हम त्याग करना चाहते हैं ।”

कोलमैन हॉल

जेसन के अंतिम संस्कार में बोलते हुए, 10 वर्षीय कोलमैन ने कहा उनके पिता ने उन्हें “स्वर्ग में रहने वाले पिता” के रूप में सिखाया हमारे लिए एक योजना है, पृथ्वी का जीवन शानदार होगा, और हम परिवारों में रह सकते हैं । … लेकिन … हमें कठिन परिक्षाओं से गुजरना होगा और हम गलती करेंगे ।”

कोलमैन ने जारी रखा: “स्वर्गीय पिता ने अपने पुत्र, यीशु को पृथ्वी पर भेजा । उसका काम परिपूर्ण होना था । लोगों को चंगा करने के लिए । उनसे प्यार करने के लिए । और फिर हमारे सभी दर्द, दुख और पापों के लिए पीढ़ी सहने के लिए । फिर वह हमारे लिए मर गया ।” तब कोलमैन ने कहा,“ क्योंकि उसने ऐसा किया था, यीशु जानता है कि मैं अभी कैसा महसूस करता हूं ।

“यीशु के मरने के तीन दिन बाद, वह … फिर से जीवित हुआ था, अपने परिपूर्ण शरीर के साथ । यह मेरे लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि मुझे पता है कि … मेरे [पिताजी] का शरीर परिपूर्ण होगा और हम एक परिवार के रूप में एक साथ रहेंगे ।”

हॉल परिवार

कोलमैन ने समाप्त किया: “हर रात जब से मैं एक बच्चा था, मेरे पिताजी ने मुझसे कहते थे, ‘पिताजी आपसे प्यार करते हैं, स्वर्गीय पिता आपसे प्यार करता है, और आप एक अच्छे लड़के हैं ।”

यीशु मसीह के कारण आनंद आता है

अध्यक्ष रसल एम. नेलसन ने बताया कि हॉल परिवार क्यों खुशी और आशा महसूस करता है । उन्होंने कहा था:

“आनंद जो हम महसूस करते हैं उसका हमारे जीवन की परिस्थितियों से बहुत कम लेना-देना है और उससे सबकुछ लेना-देना है जो हम अपने जीवन केन्द्रित को करने के लिये करते हैं ।

“जब हमारे जीवन का ध्यान परमेश्वर की मुक्ति की योजना पर है … और यीशु मसीह और उसके सुसमाचार, हम साथ क्या हो रहा है या नहीं हो रहा है की परवाह किए बिना आनंद महसूस कर सकते हैं-अपने जीवन में । आनंद उससे और उसके कारण आता है । … वह सभी आनंद का स्रोत है । …

“यदि हम दुनिया को देखते हैं… तो हम कभी आनंद को नहीं समझ पाएंगे । … [खुशी] वह उपहार है जो उसे मिलती है जो स्वेच्छा से धर्मी जीवन जीने की कोशिश करता है, जैसा कि यीशु मसीह ने सिखाया है ।”

प्रतिज्ञा जब आप वापस लौटते हैं

यदि आप कुछ समय के लिए पेड़ के फल के बिना रहे हैं, तो कृपया जानें कि उद्धारकर्ता की भुजाएं हमेशा आपके लिए फैली हुई रहती हैं । वह प्यार से कहता है, “पश्चाताप करो और मेरे पास आओ ।” उसका फल बहुतायत और हर मौसम में होता है । इसे पैसे से नहीं खरीदा जा सकता है, और कोई भी व्यक्ति जो ईमानदारी से इच्छा रखता है, उसके लिये इसे मना नहीं किया जाता है ।

वृक्ष पर वापस लौटने और फल का स्वाद लेने के इच्छुक लोगों के लिए, अपने स्वर्गीय पिता से प्रार्थना करके शुरुआत करें । यीशु मसीह और उसके प्रायश्चित बलिदान की शक्ति पर विश्वास करें । मैं आपसे वादा करता हूं कि जब आप उद्धारकर्ता को देखते हैं “हर विचार में,”पेड़ का फल एक बार फिर से आपका होगा, आपके स्वाद के लिए स्वादिष्ट, आपकी आत्मा के लिए खुशी, “परमेश्वर का सभी उपहारों में सबसे बड़ा ।”

एल्डर एंडरसन पुर्तगाली संतों के साथ लिसबन मंदिर समर्पण पर

आज से तीन हफ्ते पहले, मैंने उद्धारकर्ता के फल की खुशी पूर्णरूप से देखी थी जब कैथी और मैंने लिस्बन पुर्तगाल मंदिर समर्पण में भाग लिया था । धार्मिक स्वतंत्रता के उपलब्ध होते ही 1975 में पुनास्थापित किए गए सुसमाचार की सच्चाई पुर्तगाल में खुल गई । कई महान संत थे जिन्होंने पहली बार फल का स्वाद चखा, पहले वहां कोई समूह नहीं था कोई प्रार्थनाघर, और कोई भी मंदिर नहीं था, सबसे करीब मंदिर 1600 किमी दूर था, वृक्ष का कीमती फल अब पुर्तगाल के लिस्बन में प्रभु के घर में है । मैं इन अंतिम-दिनों के संतों का बहुत सम्मान और आदर करता हूं जिन्होंने अपने हृदयों को उद्धारकर्ता पर केंद्रित कर दिया है ।

उद्धारकर्ता ने कहा, “जो मुझ में बना रहता है, और मैं उस में, वह बहुत फल फलता है: क्योंकि मुझ से अलग होकर तुम कुछ भी नहीं कर सकते ।”

आज सुबह दुनिया भर के गिरजे के सदस्यों से बात करते हुए, अध्यक्ष नेलसन ने कहा, “मेरे प्यारे भाइयों और बहनों, आप यीशु मसीह की शिक्षाओं का पालन करने से प्राप्त होने वाले फलों के उदाहरण हो । फिर उसने आगे कहा: “मैं आपको धन्यवाद देता हूं ! मैं आपसे प्यार करता हूं !”

अध्यक्ष नेलसन, हम आपसे प्यार करते हैं ।

मैं प्रकटीकरण की शक्ति का एक प्रत्यक्षदर्शी हूं जो हमारे प्रिय अध्यक्ष पर स्थापित हुई है । वे परमेश्वर के भविष्यवक्ता हैं । प्राचीन के लेही की तरह, अध्यक्ष रसल एम. नेलसन ने हमें और परमेश्वर के परिवार को वृक्ष के फल का हिस्सा बनने के लिए कहा । हमें उनकी सलाह मानने की विनम्रता और ताकत मिलनी चाहिए ।

मैं विनम्रतापूर्वक गवाही देता हूं कि यीशु मसीह परमेश्वर का पुत्र है । उसका प्यार, शक्ति और अनुग्रह स्थायी मूल्य की सभी वस्तुएं लाते हैं । मैं यह गवाही यीशु मसीह के नाम में देता हूं, आमीन ।

विवरण

  1. मत्ती 7:16

  2. मत्ती 7:17

  3. यहून्ना 4:36

  4. जनवरी 2007 के आरंभ में, 4 मार्च 2007 को सत्तर की अध्यक्षता के सदस्य के रूप में संबोधन करने की तैयारी के दौरान, मैंने एल्डर डेविड ए. बेडनार से पूछा कि वह उन्हीं श्रोतागणों के सम्मुख 4 फरवरी, 2007 को अपने संबोधन के लिये क्या तैयारी कर रहे हैं । मैं अचंभे में पड़ गया जब उन्होंने कहा वे लोहे को छड़ को थामने के विषय में बोलेंगे । यह बिलकुल वही शीर्षक था जिसे मैंने अपने संबोधन के लिये चुना था । एक दूसरे के साथ अपना संदेश साझा करने के बाद, हमने महसूस किया कि हमारे विचार अलग थे । उनके संबोधन का विषय “A Reservoir of Living Water” (जीवित जल का जलाशय) था, जो कि लोहे की छड़, अर्थात परमेश्वर के वचन, धर्मशास्त्रों पर महत्व देता था । अपनी वार्ता में उन्होंने पूछा था, “क्या आप और मैं प्रतिदिन धर्मशास्त्रों को उस प्रकार पढ़ते हैं जो हमें लोहे की छड़ को मजबूती से पकड़ने के योग्य बनाती है ?”(speeches.byu.edu).

    फिर, एल्डर बेडनार के साथ मेरी बातचीत के ठीक एक सप्ताह बाद, अध्यक्ष बोएड के. पैकर ने बीवाईयू की प्रार्थना-सभा संबोधन दिया शीर्षक था “Lehi’s Dream and You” (लेही का स्वपन और आप) । अध्यक्ष पैकर ने लोहे की छड़ पर व्यक्तिगत प्रकटीकरण और प्रेरणा के तौर पर जोर दिया था जो हमें पवित्र आत्मा के माध्यम से मिलता है । उन्होंने कहा था: “यदि आप लोहे की छड़ को थामते हैं, तो आप अपने मार्ग पर पवित्र आत्मा के उपहार के साथ आगे बढ़ते हुए महसूस कर सकते हैं । … लोहे की छड़ को पकड़ो, और इसे नहीं छोड़ो । पवित्र आत्मा की शक्ति के माध्यम से, आप जीवन के बीच अपना मार्ग महसूस कर सकते हैं” (Jan. 16, 2007, speeches.byu.edu) ।

    मेरे विषय, “भविष्यवक्ता के वचनों को मजबूती से पकड़े रहो मार्च 2007 में जीवित भविष्यवक्ताओं के वचनों का प्रतिनिधित्व लोहे की छड़ के रूप में किया था (Mar. 4, 2007, speeches.byu.edu) ।

    इन तीनों वार्ताओं का संबंध कोई संयोग नहीं था । प्रभु का हाथ कार्य कर रहा था, जब तीन वार्ताओं में, जिन्हें एक ही श्रोता के लिए तैयार किया गया था, लोहे की छड़, या परमेश्वर के वचन के तीन पहलुओं की पहचान की गई थी: (1) धर्मशास्त्रों, या प्राचीन भविष्यवक्ताओं के वचन; (२) जीवित भविष्यवक्ताओं के वचन; और (3) पवित्र आत्मा की शक्ति । यह मेरे लिये सीखाने का एक महत्वपूर्ण अनुभव था ।

  5. देखें 1 नफी 8:4-12

  6. 1 नफी 11:25

  7. यहून्ना 03:16.

  8. See David A. Bednar, “Lehi’s Dream: Holding Fast to the Rod,” Liahona, Oct. 2011, 32–37.

  9. 1 नफी 11:23

  10. 1 नफी 8:28

  11. See Boyd K. Packer, “Lehi’s Dream and You” (Brigham Young University devotional, Jan. 16, 2007), speeches.byu.edu.

  12. Russell M. Nelson, “We Can Do Better and Be Better,” Liahona, May 2019, 68.

  13. 1 नफी 8:33

  14. Stephen Jason Hall, “The Gift of Home,” New Era, Dec. 1994, 12.

  15. Stephen Jason Hall, “Helping Hands,” New Era, Oct. 1995, 46, 47.

  16. Personal correspondence to Elder Andersen from Kolette Hall.

  17. Personal correspondence to Elder Andersen from Kolette Hall.

  18. Funeral talk by Coleman Hall, shared with Elder Andersen by Kolette Hall.

  19. Russell M. Nelson, “Joy and Spiritual Survival,” Liahona, Nov. 2016, 82, 84.

  20. 3 नफी 21:6

  21. देखें 2 नफी 26:25, 33

  22. सिद्धांत और अनुबंध 6:36

  23. 1 नफी 15:36

  24. यूहन्ना 15:5

  25. Russell M. Nelson, “The Second Great Commandment,” Liahona, Nov. 2019, 100.