महा सम्मेलन
व्यक्तिगत शांति प्राप्त करना
अप्रैल 2023 महा सम्मेलन


15:54

व्यक्तिगत शांति प्राप्त करना

मैं प्रार्थना करता हूं कि आपको शांति मिले, अन्य लोगों को इसे खोजने में मदद करें, और दूसरों के साथ साझा करें।

मेरे प्यारे भाइयों-बहनों, महा सम्मेलन के इस आरंभिक सत्र में प्रेरित शिक्षा और सुंदर संगीत से आशीषित हुए हैं। हम आपकी भागीदारी और आपके विश्वास के लिए धन्यवाद देते हैं।

आज मैं व्यक्तिगत शांति पाने के चमत्कार के बारे में जो कुछ भी मैंने सीखा है, उस पर बोलूंगा, बेशक हमारी परिस्थितियां कुछ भी हों। उद्धारकर्ता जानता है कि स्वर्गीय पिता के सभी बच्चे शांति चाहते हैं, और उसने कहा कि वह इसे हमें दे सकता है। यूहन्ना की पुस्तक में लिखे यीशु मसीह के शब्द आपको याद हैं: “मैं तुम्हें शान्ति दिए जाता हूं, अपनी शान्ति तुम्हें देता हूं; जैसे संसार देता है, मैं तुम्हें नहीं देता। तुम्हारा मन व्याकुल न हो और न डरे।”1

शांति से उसका क्या अर्थ है और वह इसे कैसे दे सकता है, यह उन लोगों की परिस्थितियों से प्रकट होता है जिन्होंने उसे उन शब्दों को बोलते हुए सुना था। मसीह की सेवकाई की समाप्ति के दौरान यूहन्ना में दिए गए वर्णन पर ध्यान दें। बुराई की भयंकर शक्तियां उसे प्रभावित कर रही थी और जल्द ही उसके शिष्यों पर आने वाली थी।

उद्धारकर्ता के शब्द इस प्रकार हैं:

“यदि तुम मुझ से प्रेम रखते हो, तो मेरी आज्ञाओं को मानोगे।

‘और मैं पिता से बिनती करूंगा, और वह तुम्हें एक और सहायक देगा, कि वह सर्वदा तुम्हारे साथ रहे।

“अर्थात सच्चाई की आत्मा, जिसे संसार ग्रहण नहीं कर सकता, क्योंकि वह न उसे देखता है और न उसे जानता है: तुम उसे जानते हो, क्योंकि वह तुम्हारे साथ रहती है, और वह तुम में होगी।

“मैं तुम्हें अनाथ न छोडूंगा, मैं तुम्हारे पास आऊंगा।

“और थोड़ी देर रह गई है कि फिर संसार मुझे न देखेगा, परन्तु तुम मुझे देखोगे, इसलिये कि मैं जीवित हूं, तुम भी जीवित रहोगे।

“उस दिन तुम जानोगे, कि मैं अपने पिता में हूं, और तुम मुझ में, और मैं तुम में।

“जिस के पास मेरी आज्ञा है, और वह उन्हें मानता है, वही मुझ से प्रेम रखता है, और जो मुझ से प्रेम रखता है, उस से मेरा पिता प्रेम रखेगा, और मैं उस से प्रेम रखूंगा, और अपने आप को उस पर प्रगट करूंगा।

“उस यहूदा ने जो इस्करियोती न था, उस से कहा, हे प्रभु, क्या हुआ की तू अपने आप को हम पर प्रगट किया चाहता है, और संसार पर नहीं।

“यीशु ने उस को उत्तर दिया, यदि कोई मुझ से प्रेम रखे, तो वह मेरे वचन को मानेगा, और मेरा पिता उस से प्रेम रखेगा, और हम उसके पास आएंगे, और उसके साथ वास करेंगे।

“जो मुझ से प्रेम नहीं रखता, वह मेरे वचन नहीं मानता, और जो वचन तुम सुनते हो, वह मेरा नहीं वरन पिता का है, जिस ने मुझे भेजा॥

“ये बातें मैं ने तुम्हारे साथ रहते हुए तुम से कही।

“परन्तु सहायक अर्थात पवित्र आत्मा जिसे पिता मेरे नाम से भेजेगा, वह तुम्हें सब बातें सिखाएगी, और जो कुछ मैं ने तुम से कहा है, वह सब तुम्हें स्मरण कराएगी।

“मैं तुम्हें शान्ति दिए जाता हूं, अपनी शान्ति तुम्हें देता हूं; जैसे संसार देता है, मैं तुम्हें नहीं देता। तुम्हारा मन न घबराए और न डरे।”2

मैंने उद्धारकर्ता की उस शिक्षा से कम से कम पांच सच्चाइयां सीखी हैं।

सबसे पहले, शांति का उपहार तब दिया जाता है जब हम उसकी आज्ञाओं का पालन करने के लिए विश्वास करते हैं। उन लोगों के लिए जो प्रभु के गिरजे के अनुबंधित सदस्य हैं, आज्ञा पालन करने का हम पहले ही प्रतिज्ञा कर चुके हैं।

दूसरा, पवित्र आत्मा आएगी और हमारे साथ रहेगी। प्रभु कहता है कि जब हम विश्वसनीय बने रहेंगे, तो पवित्र आत्मा हम में निवास करेगी। प्रभु-भोज प्रार्थना में यही प्रतिज्ञा है कि आत्मा हमारे साथ रहेगी और हम अपने हृदयों और मनों में, उसकी दिलासा को महसूस करेंगे।

तीसरा, उद्धारकर्ता प्रतिज्ञा करता है कि जब हम अपने अनुबधों का पालन करते हैं, तो हम एक-दूसरे और अपने प्रति पिता और पुत्र के प्रेम को महसूस कर सकते हैं। हम अपने नश्वर जीवन में उनकी निकटता को महसूस कर सकते हैं, जब हम ऐसा करेंगे तब हम हमेशा के लिए उनके साथ रहने के लिए आशीषित होते हैं।

चौथा, प्रभु की आज्ञाओं को मानने के लिए मात्र आज्ञाकारी होने से अधिक की आवश्यकता होती है। हमे परमेश्वर से अपने पूरे हृदय, योग्यता, बुद्धि और प्राण से प्रेम करना चाहिए।3

जो उससे प्रेम नहीं करते, वे उसकी आज्ञाओं का पालन नहीं करते। और इसलिए, उन्हें इस जीवन में और आने वाली दुनिया में शांति का उपहार नहीं मिलेगा।

पांचवां, यह स्पष्ट है कि प्रभु ने हमें हमारे पापों की कीमत चुकाने के लिए अत्यधिक प्यार किया ताकि हम—उस पर अपने विश्वास और हमारे पश्चाताप के द्वारा, और उसके प्रायश्चित के प्रभाव से शांति के उस उपहार को जो “सारी समझ से परे है,”4 इस जीवन में और उसके साथ अनन्त काल के लिए प्राप्त कर सकें।

आप में से कुछ, शायद बहुत से, उस शांति को महसूस नहीं कर रहे हैं जिसकी प्रतिज्ञा प्रभु ने की थी। आपने व्यक्तिगत शांति और आत्मिक दिलासा के लिए प्रार्थना की होगी। फिर भी हो सकता है आप महसूस करते हों कि परमेश्वर आपकी शांति की विनती नहीं सुन रहा है।

आपकी आत्मा का एक दुश्मन है जो नहीं चाहता कि आप और जिन्हें आप प्यार करते हैं, उन्हें शांति प्राप्त हो। वह इससे खुश नहीं होता है वह आपको उस शांति को पाने से रोकने के लिए काम करता है जो उद्धारकर्ता और हमारे स्वर्गीय पिता चाहते हैं कि आप प्राप्त करें।

हमारे चारों ओर घृणा और मतभेद फैलाने के शैतान के प्रयास बढ़ते दिखाई दे रहे हैं। हम राष्ट्रों और शहरों के बीच, पड़ोस में, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में, और दुनिया भर में ऐसा होते हुए देख रहे हैं।

फिर भी आशावादी होने का कारण: यह है कि मसीह का प्रकाश प्रत्येक नवजात बच्चे को दिया जाता है। उस व्यापक उपहार के साथ एक भावना आती है कि जो सही है, प्यार करने और प्यार किए जाने की इच्छा। परमेश्वर के प्रत्येक बच्चे में जन्म से न्याय और सच्चाई की स्वाभाविक भावना होती है जब वह नश्वरता में आता है।

उन बच्चों के लिए व्यक्तिगत शांति की हमारी आशा उन लोगों पर निर्भर करती है जो उनका लालन-पालन करते हैं। यदि उनका लालन-पालन करने वालों ने और उनकी सेवा करने वालों ने उद्धारकर्ता से शांति के उपहार को प्राप्त करने के लिए काम किया है, तो वे व्यक्तिगत उदाहरण और प्रयास से, बच्चे के विश्वास को शांति के अलौकिक उपहार के योग्य होने के लिए प्रोत्साहित करेंगे।

पवित्र शास्त्र यही प्रतिज्ञा करता है: “बच्चे को उसी मार्ग की शिक्षा दे जिसमें उसको चलना चाहिए, और वह बुढ़ापे में भी उससे न हटेगा।”5 इसके लिए आवश्यक होगा कि जिस पर बच्चे की देखभाल और पालन-पोषण की जिम्मेदारी हो वह शांति के उपहार के योग्य हो।

अफसोस की बात यह है कि हम सभी ने उस दर्द को महसूस किया है जब बच्चों को प्रेरित माता-पिता ने पाला-पोसा—और कभी-कभी अकेले माता-पिता—, जो जीवन भर के विश्वास और शांति की शिक्षा के बाद भी, दुख का मार्ग अपनाते हैं।

जबकि यह उदासी होती है, तो भी मैं प्रभु के एक अन्य उपहार के प्रति आशावादी हूं। ये यह है: कि वह अपने भरोसेमंद शिष्यों के बीच कई शांतिदूतों को बनाया करता है। उन्होंने परमेश्वर की शांति और प्रेम को महसूस किया है। उनके हृदयों में पवित्र आत्मा है, और प्रभु उन्हें भटकती हुई भेड़ों तक पहुंचने के लिए मार्गदर्शन कर सकता है।

मैंने इसे अपने पूरे जीवन काल और दुनिया भर में देखा है। आपने भी इसे देखा है। जब पवित्र आत्मा किसी व्यक्ति को खोजने और सहायता करने में आपकी सहायता करती है, तो यह संयोग लग सकता है।।

एक बार, मैंने बस किसी से पूछा था जिसे मैं यात्रा के दौरान मिला था, “क्या आप मुझे अपने परिवार के बारे में थोड़ा बताएंगे?” बातचीत के दौरान उसने मुझे अपनी युवा बेटी की तस्वीर देखने के लिए कहा जो कि संघर्ष कर रही थी। तस्वीर में उस लड़की के चेहरे की अच्छाई देखकर मैं प्रभावित हो गया। मैं यह पूछने के लिए प्रभावित हुआ कि क्या मुझे उसका ईमेल मिल सकता था। वह बेटी उस पल खोई हुई थी और सोचती थी कि क्या परमेश्वर के पास उसके लिए कोई संदेश है। हां अवश्य था। यह था: “प्रभु आपसे प्यार करता है। उसने हमेशा किया है। प्रभु चाहता है कि आप वापस लौट आओ। आपसे प्रतिज्ञा की गई आशीषें अभी भी सुरक्षित हैं।

संपूर्ण गिरजे के सदस्यों ने प्रभु के व्यक्तिगत शांति के उपहार को महसूस किया है। वह हर किसी को प्रोत्साहित कर रहा है कि वे दूसरों को उसके पास आने और उसी शांति के योग्य होने के अवसर प्रदान करने में मदद करें। वे, बदले में, फिर यह जानने के लिए प्रेरणा पाने का चुनाव करेंगे कि वे उस उपहार को दूसरों को कैसे दे सकते हैं।

उभरती हुई पीढ़ी आने वाली पीढ़ी का पालन-पोषण करने वाली बन जाएगी। इस प्रकार कई गुणा बढ़ने वाले प्रभाव से चमत्कार उत्पन्न होगा। यह समय के साथ फैलेगा और बढ़ेगा, और पृथ्वी पर प्रभु का राज्य तैयार होगा और होसन्ना के जयकारों के साथ उसका स्वागत करने के लिए तैयार होगा। धरती पर शांति होगी।

मैं अपनी दृढ़ गवाही देता हूं कि उद्धारकर्ता जीवित है और वह इस गिरजे का मार्गदर्शन करता है। मैंने अपने जीवन में उसके प्रेम और स्वर्गीय पिता के सभी बच्चों के प्रति उसके प्रेम और चिंता को महसूस किया है। उसके पास आने के लिए उद्धारकर्ता का आमंत्रण शांति पाने का अवसर है।

अध्यक्ष रसल एम. नेल्सन संपूर्ण पृथ्वी के परमेश्वर के जीवित भविष्यवक्ता हैं। उन्होंने कहा है, “मैं आपको अपना आश्वासन देता हूं कि दुनिया की स्थिति और आपकी व्यक्तिगत परिस्थितियों की परवाह किए बिना, आप आशा और खुशी के साथ भविष्य का सामना कर सकते हैं।6

मैं आपके प्रति अपने प्रेम को व्यक्त करता हूं। आपका महान विश्वास और प्रेम लोगों तक पहुंच रहा है और प्रभु को दिल बदलने की अनुमति दे रहा है ताकि अन्य लोग उस शांति का उपहार देने की इच्छा प्राप्त करें जो सारी समझ से परे है।

मैं प्रार्थना करता हूं कि आपको शांति मिले, अन्य लोगों को इसे खोजने में मदद करें, और दूसरों के साथ साझा करें। जब प्रभु फिर से आएगा तो अद्भुत हजार सालों की शांति होगी। मैं यह गवाही आनंद से यीशु मसीह के नाम में देता हूं, आमीन।