महा सम्मेलन
सेवकाई
अप्रैल 2023 महा सम्मेलन


14:31

सेवकाई

आओ हम अपने उद्धारकर्ता के समान आगे बढ़कर लोगों की देखभाल करें, खासकर उनकी जिनकी हमें प्यार और सेवकाई करने की जिम्मेदारी मिली है।

प्यारे भाइयों और बहनों, और दोस्तों, महा सम्मेलन में आपका स्वागत है!

पिछली अक्टूबर में महा सम्मेलन के बाद, बहन गोंग और मैं हेलो कहने और आपके सुसमाचार के अनुभवों को सुनने के लिए सम्मेलन केंद्र में आपसे मिले थे।

मेक्सिको के हमारे सदस्यों ने कहा था, “अब मेक्सिको का समय आ गया है।

एल्डर और सिस्टर गोंग के साथ गिली और मैरी

हमने पता चला कि गिली और मैरी इंग्लैंड से आए दोस्त हैं। जब मैरी गिरजे में शामिल हुई, तो उसने अपने रहने की जगह को खो दिया था। गिली ने उदारतापूर्वक मैरी को अपने साथ रहने के लिए कहा था। विश्वास से भरी, गिली कहती है, “मुझे हमेशा विश्वास था कि प्रभु मेरे साथ है। सम्मेलन में, गिली उस बहन प्रचारक से भी मिली, जिसने 47 साल पहले उसे सिखाया था।

जेफ और मेलिसा एल्डर और सिस्टर गोंग के साथ

जेफ और उनकी पत्नी, मेलिसा, अपने पहले महा सम्मेलन में भाग ले रहे थे। जेफ पेशेवर बेसबॉल खेलता था (वह एक कैचर था) और अब एक एनेस्थीसिया चिकित्सक है। उसने मुझसे कहा, “मुझे बहुत खुशी है, कि मैं बपतिस्मा के लिए तैयार हो रहा हूं क्योंकि यह जीने का सबसे प्रामाणिक और ईमानदार तरीका है।

इससे पहले मेलिसा ने जेफ के सेवकाई भाई से खेद प्रकट करते हुए कहा था, “जेफ हमारे घर में ‘सफेद शर्ट वाले व्यक्ति’ नहीं चाहता है। सेवकाई भाई ने कहा, “मैं कोई तरीका निकाल लूंगा। अब वह और जेफ अच्छे दोस्त हैं। जेफ के बपतिस्मे के समय, मैं अंतिम-दिनों के संतों लोगों से मिला था, जिन्हें जेफ, मेलिसा और उनकी बेटी, शार्लोट प्यार करते हैं।

यीशु मसीह के अनुयायियों के रूप में, हम दूसरों की सेवा करनी चाहिए क्योंकि बहुत से लोगो बदलना चाहते हैं।

जब पैगी ने मुझे बताया कि शादी के 31 साल बाद उसके पति, जॉन, बपतिस्मा वाले थे, तो मैंने पूछा कि यह बदलाव कैसे हुआ था।

पैगी ने कहा, “जॉन और मैं नया नियम आओ, मेरा अनुसरण करो, का अध्ययन कर रहे थे, और जॉन ने गिरजे के सिद्धांत के बारे में पूछा।

पैगी ने कहा, “चलो प्रचारकों को बुलाकर पूछते हैं।

जॉन ने कहा, “कोई प्रचारक नहीं—जब तक कि मेरा दोस्त नहीं आ सकता। 10 वर्षों में, जॉन का सेवकाई भाई उसका भरोसेमंद दोस्त बन गया था। (मैंने सोचा, क्या होता यदि जॉन के सेवकाई भाई ने एक, दो या नौ साल बाद आना बंद कर दिया होता?)

जॉन ने सुना। उसने सच्चे इरादे से मॉरमन की पुस्तक पढ़ी थी। जब प्रचारकों ने जॉन को बपतिस्मा लेने के लिए पूछा, तो उसने हां कह दिया। पैगी ने कहा, “मैं चौंक कर अपनी कुर्सी से गिर पड़ी और रोने लगी।”

जॉन ने कहा, “जैसे-जैसे मैं प्रभु के निकट आता गया, मैं बदलता गया। बाद में, जॉन और पैगी को पवित्र मंदिर में मुहरबंद किया गया था। पिछले साल दिसंबर में जॉन का 92 साल की आयु में निधन हुआ था। पैगी कहती हैं, “जॉन हमेशा से एक अच्छे व्यक्ति थे, लेकिन बपतिस्मा लेने के बाद उनमें बहुत सुंदर तरीके से बदलाव हुए थे।

जेनी और मेब

बहन गोंग और मैं कोविड महामारी के दौरान वीडियो द्वारा मेब और जेनी से मिले थे। (हमने कोविड के दौरान वीडियो द्वारा कई अद्भुत जोड़ों और व्यक्तियों से मुलाकात की, प्रत्येक का उनके स्टेक अध्यक्ष द्वारा परिचय दिया गया था।

मेब और जेनी ने विनम्रतापूर्वक कहा कि अपने जीवन में चिंताओं के कारण वे सोचते थे कि क्या उनके मंदिर विवाह को बचाया जा सकता है, और यदि हां, तो कैसे। उनका मानना था कि यीशु मसीह का प्रायश्चित और अनुबंध के प्रति उनकी निष्ठाएं उनकी मदद कर सकती हैं।

मुझे बहुत खुशी हुई जब मेब और जेनी को नई मंदिर संस्तुति मिली और वे प्रभु के घर में एक साथ आए थे। इसके बाद में मेब मरते-मरते बची थी। मेब और जेनी ने प्रभु और एक-दूसरे के प्रति अनुबंध के रिश्तों को पुन:स्थापित किया है, और अपने आस-पास के कई लोगों के सेवकाई प्रेम को महसूस किया है।

जहां भी मैं जाता हूं, मैं कृतज्ञतापूर्वक उन लोगों से सीखता हूं जो हमारे उद्धारकर्ता के समान सेवकाई और देखभाल करते हैं।

एल्डर और सिस्टर गोंग के साथ सल्वाडोर

पेरू में, बहन गोंग और मैं सल्वाडोर और उनके भाई-बहनों से मिले थे।1 सल्वाडोर और उसके भाई-बहन अनाथ हैं। उस दिन सल्वाडोर का जन्मदिन था। गिरजे के मार्गदर्शक और सदस्य जो ईमानदारी से इस परिवार की सेवा करते हैं, वे मुझे प्रेरणा देते हैं। “शुद्ध और निर्मल भक्ति यह है … कि “अनाथों और विधवाओं के क्लेश में उन की सुधि लें”2 “कमजोर की सेवा करें, उन हाथों को ऊपर उठाएं जो नीचे झूके हुए हैं, और कमजोर घुटनों को बल दें।”3

हांगकांग में, एक एल्डर्स परिषद अध्यक्ष विनम्रता से साझा करता है कि कैसे उनकी परिषद लगातार 100 प्रतिशत सेवकाई मुलाकातें करती है। “हम प्रार्थनापूर्वक साथी बनाते हैं ताकि हर कोई किसी की देखभाल कर सके और उनकी स्वयं की देखभाल हो सके,” वे बताते हैं। “हम नियमित रूप से प्रत्येक साथी से उन लोगों के बारे में पूछते हैं जिनकी वे सेवकाई करते हैं। हम मात्र खाना-पूर्ति नहीं करते, हम उन सेवकाई करने वालों की सेवा करते हैं जो हमारे लोगों की देखभाल करते हैं।

बोकोलो परिवार

कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य के किंशासा में, राष्ट्रपति बोकोलो ने साझा किया था कि कैसे वह और उनका परिवार फ्रांस में गिरजे में शामिल हुए थे। एक दिन, जब वह अपनी कुलपति की आशीष पढ़ रहे थे, आत्मा ने भाई बोकोलो को अपने परिवार के साथ लोकतांत्रिक गणराज्य कांगो लौटने के लिए प्रेरित किया था। भाई बोकोलो जानते थे कि यदि वे वापस लौटे तो उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। और उनका गिरजा, अंतिम-दिनों के संतों के यीशु मसीह का गिरजा, तब तक किंशासा में स्थापित नहीं हुआ था।

फिर भी, विश्वास में, जैसा कि कई अन्य लोगों ने किया है, बोकोलो परिवार ने प्रभु की आत्मा का अनुसरण किया। किंशासा में, उन्होंने अपने आस-पास के लोगों की सेवा की और उन्हें आशीषित किया, चुनौतियों पर काबू पाया, आत्मिक और संसारिक आशीषें प्राप्त की। आज, वे अपने देश में प्रभु का घर होने से खुश हैं।4

एक परिवर्तित व्यक्ति की व्यक्तिगत उदाहरण द्वारा सेवकाई हुई थी। एक युवक के रूप में, उसने कहा वह अपना समय समुद्र तट पर घूमते हुए बिताता था। एक दिन, उसने कहा, “मैंने शालीन स्विमसूट में एक आकर्षक लड़की को देखा। आश्चर्यचकित होकर, वह पूछने गया कि इतनी आकर्षक लड़की ने इतना शालीन स्विमसूट क्यों पहना है। वह अंतिम-दिनों के संतों का यीशु मसीह के गिरजे की सदस्या थी और उसने मुस्कुराते हुए पूछा, “क्या आप रविवार को गिरजे आना चाहेंगे? उसने कहा हां।

वर्षों पहले, जब हम एक साथ एक किसी कार्य पर थे, एल्डर एल. टॉम पेरी ने साझा किया कि कैसे वह और उनके साथी नियमित रूप से एक बहन की सेवा करते थे जो बोस्टन के एक दंगई पड़ोस में अकेली रहती थी। जब एल्डर पेरी और उनके साथी उसके घर पहुंचे, तो बहन ने सतर्कता से कहा, “दरवाजे के नीचे से अपनी मंदिर संस्तुतियां अंदर सरका दो।” मंदिर संस्तुतियां देखने के बाद ही वह कई ताले खोलकर दरवाजा खोलेगी।5 अवश्य ही, मैं यह नहीं कह रहा हूं कि सेवकाई साथियों को मंदिर संस्तुतियों की आवश्यकता होती है। लेकिन मुझे यह विचार पसंद है कि जब वे जो अनुबधों का सम्मान करते हैं, उनके लिए घर और दिल खुल जाते हैं।

एल्डर पेरी ने व्यावहारिक सलाह भी दी थी। उन्होंने कहा, “प्रचारकों को उचित संख्या में जिम्मेदारी सौंपे, प्रार्थनापूर्वक चुनाव करें, भौगोलिक रूप से एकत्र करें, जहां पहुंचने के समय का अच्छी तरह से उपयोग किया जाता है।” उन्होंने सलाह दी, “उन लोगों से आरंभ करें जिन्हें मुलाकात करने की सबसे अधिक आवश्यकता है। उन लोगों से आरंभ करें जो मुलाकात का स्वागत करने और अच्छी तरह से प्रतिक्रिया देने के लिए सबसे अधिक तैयार हैं। उन्होंने निष्कर्ष निकाला, “विश्वासपूर्ण तालमेल से चमत्कार होते हैं।

उच्चतर और पवित्रतर सेवकाई होती है6 जब हम “मसीह के सच्चे प्रेम”7 के लिए प्रार्थना करते और आत्मा का अनुसरण करते हैं। यह तब भी होता है जब एल्डर्स परिषद और सहायता संस्था अध्यक्षताएं धर्माध्यक्ष के निर्देशन में, सेवकाई के कार्यों को करते हैं, जिसमें सेवकाई साथियों को जिम्मेदारी सौंपना भी शामिल है। कृपया हमारे युवकों और युवतियों को अनुभवी सेवकाई भाइयों और बहनों के साथ जाने और सलाह देने का अवसर दें। और कृपया हमारी युवा उभरती पीढ़ी को सेवकाई भाई और बहन साथियों की सेवा करने के लिए प्रेरित करने दें।

गिरजे में कुछ स्थानों पर, हमारी सेवकाई के कार्य में कमी है। बहुत से लोग कहते हैं कि वे सेवकाई तो करते हैं पर कोई उनकी सेवकाई नहीं करता है। हम मात्र खानापूर्ति करना नहीं चाहते हैं।। लेकिन अक्सर हमें हॉल में एक सच्चे हैलो या किसी पार्किंग स्थल में अनौपचारिक “क्या मैं आपकी मदद कर सकता हूं?” से अधिक करने की आवश्यकता होती है। कई स्थानों पर, हम उनसे मिलकर, उनकी वर्तमान स्थिति और आत्मिकता को समझ सकते हैं, और जब हम नियमित रूप से सदस्यों से उनके घरों में मिलते हैं तो उनसे रिश्ते बना सकते हैं । प्रेरित आमंत्रण जीवन बदल देते हैं। जब आमंत्रण हमें पवित्र अनुबंध बनाने और पालन करने में मदद करते हैं, तो हम प्रभु और एक-दूसरे के निकट आते हैं।

ऐसा कहा जाता है कि जो लोग सेवकाई की सच्ची भावना समझते हैं, वे पहले से अधिक करते हैं, जबकि जो नहीं समझते वे कम करते हैं। आओ हम पहले से अधिक करें, जैसा हमारा उद्धारकर्ता करता। जैसा कि हमारा स्तुतिगीत कहता है, यह “कर्तव्य और प्रेम की आशीष” है।8

वार्ड परिषदें, एल्डर्स परिषद और सहायता संस्थाएं, कृपया अच्छे चरवाहे की बात सुनें और “खोए हुओं को खोजने, और भटके हुओं को वापस लाने, और घायल के घावों चंगा करने, और बीमार को बल देने में” उसकी मदद करें।”9 हम “अनजाने में स्वर्गदूतों”10 की सेवकाई करते हैं, जब हम उसकी सराय में सभी को स्थान देते हैं।11

प्रेरित सेवकाई परिवारों और व्यक्तियों को आशीष देती है; यह वार्डों और शाखाओं को भी मजबूत करती है। अपने वार्ड या शाखा का किसी आत्मिक पारिस्थिति प्रणाली के रूप में विचार करें। मॉरमन की पुस्तक के जैतून के वृक्षों के दृष्टांत में, बगीचे का स्वामी और उसके नौकर अच्छे फल पैदा करते हैं और सभी वृक्षों की शक्तियों और कमजोरियों को एक साथ मिलाकर प्रत्येक वृक्ष को मजबूत करते हैं।12 बगीचे का स्वामी और उसके सेवक बार-बार जानना चाहते हैं, “मैं इससे अधिक क्या कर सकता हूं?13 मिलकर, वे प्रेरणादायक, नियमित सेवकाई द्वारा दिलों और घरों, वार्डों और शाखाओं को आशीष देते हैं।14

जड़ों और शाखाओं को आपस में जोड़ना

सेवकाई—देखभाल करना—हमारे बगीचे को “एक”15 बनाता है—एक पवित्र उपवन। हमारे उपवन में प्रत्येक वृक्ष एक जीवित परिवार वृक्ष है। जिनकी जड़ें और शाखाएं आपस में जुड़ी हुई हैं। सेवा करना पीढ़ियों को आशीष देता है। जब सेवा की आवश्यकता होती है, तो समझदार धर्माध्यक्ष, एल्डर्स परिषद और सहायता संस्था अध्यक्षताएं जानना चाहते हैं, “सेवकाई भाई और बहनें कौन हैं? वार्ड परिषद और सेवकाई मुलाकातें न केवल चुनौतियों या समस्याओं के बारे में पूछते हैं, बल्कि हमारे जीवन में प्रभु की कई स्नेहपूर्ण दयाओं को देखने और आनंदित करने वाली आंखों से देखते हैं जब हम उसके समान सेवा करते हैं।

हमारा उद्धारकर्ता हमारा आदर्श उदाहरण है।16 क्योंकि वह भला है, वह भलाई कर सकता है।17 वह एक और 99 को आशीष देता है। सेवकाई ही उसके व्यक्तित्व में है। हम यीशु मसीह की समान हो जाते हैं जब हम उन छोटे से छोटे भाइयों में से किसी …18 से भी हम अपने पड़ोसी से अपने समान प्रेम करते हैं,19 जब “जैसा उसने हम से प्रेम रखा है, वैसा ही हम भी एक दूसरे से प्रेम रखते हैं,20 और जो कोई तुम में बड़ा होना चाहे, वह तुम्हारा सेवक बने”21 का पालन करते हैं।

यीशु मसीह सेवा करता है। स्वर्गदूत सेवा करते हैं।22 यीशु मसीह के शिष्यों का “हर व्यक्ति का एक दूसरे के साथ न्यायपूर्ण व्यवहार होता है”23 वे “आनन्द करने वालों के साथ आनन्द करते हैं; और शोकित के साथ शोकित होते हैं”24 “वे अपने लोगों की देखभाल करते हैं, और उन्हें धर्मिकता … का पोषण देते हैं”25 “… गरीब और जरूरमंद, बीमार और सताये हुए को स्मरण रखते हैं, … जो ऐसा नहीं करता, वह [उसका] शिष्य नहीं है”26 हमारी सेवकाई के द्वारा उसका नाम जाना जाए।27 जब हम उसके समान सेवकाई करते हैं, तो हम उसके समान चमत्कारों, और उसकी आशीषों को देखते हैं।28 हम “सेवकाई से बढ़कर” प्राप्त करते हैं।29

हम शारीरिक रूप से थक सकते हैं। लेकिन उसकी सेवा में हम “भलाई करने में थकते नहीं हैं।”30 हम पूरी लगन से अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हैं, ताकत से तेज नहीं दौड़ते हैं,31 लेकिन भरोसा करते हैं, जैसा कि प्रेरित पौलुस सिखाता है, कि “क्योंकि परमेश्वर हर्ष से देने वाले से प्रेम रखता है।”32 क्योंकि परमेश्वर जो “बोने वाले को बीज, और भोजन के लिये रोटी देता है, … और तुम्हारे धर्म के फलों को बढ़ाएगा।”33 दूसरे शब्दों में, परमेश्वर “हर बात में सब प्रकार की उदारता [देता] है।”34 वह “जो बहुत बोता है, वह बहुत काटेगा।”35

इस ईस्टर अवसर पर हम जहां भी हों, आओ हम अपने उद्धारकर्ता के समान आगे बढ़कर देखभाल करें, खासकर उन लोगों की जिनकी हमें प्यार और सेवकाई करने की जिम्मेदारी मिली है। ऐसा करने से, हम यीशु मसीह और एक-दूसरे के निकट आ सकते हैं, यीशु मसीह और उसके अनुयायियों के समान बन सकते हैं जैसा वह हम सब को बनाना चाहता है। यीशु मसीह के पवित्र नाम में, आमीन।