यीशु मसीह सहायता है
हम उद्धारकर्ता के साथ भागीदार बन कर जरूरतमंद लोगों को नश्वर और आत्मिक सहायता प्रदान करने में मदद कर सकते हैं—और इस प्रक्रिया में स्वयं के लिए सहायता पा सकते हैं।
यीशु मसीह में विश्वास और उसके चमत्कारों में आशा के साथ, पक्षाघात व्यक्ति की देखभाल करने वाले लोग उसे यीशु के पास लेकर आए। बहुत भीड़ होने के कारण उन्होंने छत की खप्रैल को हटाया और व्यक्ति को उसकी खाट सहित उस स्थान पर उतारा जहां यीशु सीखा रहा था। जब यीशु ने “उनके विश्वास को देखा, तो उसने कहा [पक्षाघात वाले व्यक्ति से],तेरे पाप क्षमा हो गए हैं।”1 और फिर “उठ, अपनी खाट उठाकर अपने घर चला जा 2। और तुरंत पक्षाघात वाला व्यक्ति उठा और अपनी खाट उठाई और “परमेश्वर की महिमा करते हुए” घर चला गया।3
हम उन दोस्तों के बारे में और क्या जानते हैं जिन्होंने पक्षाघात वाले व्यक्ति की मदद की थी? हम जानते हैं कि उद्धारकर्ता ने उनके विश्वास को पहचाना था। और उद्धारकर्ता को देखने और सुनने और उसके चमत्कारों को देखने के बाद, वे “चकित हुए” और “परमेश्वर की महिमा” की थी।4
यीशु मसीह ने दर्द और पुराने रोग के गंभीर परिणाम पक्षाघात से—शारीरिक सहायता प्रदान की थी। उल्लेखनीय ढंग से, उद्धारकर्ता ने इस व्यक्ति को पाप से शुद्ध कर आत्मिक सहायता भी प्रदान की थी।
और दोस्तों ने—जरूरतमंद की देखभाल करने के उनके कार्य से, उन्हें सहायता का स्रोत मिला; उन्होंने यीशु मसीह को पाया था।
मैं गवाही देती हूं कि यीशु मसीह सहायता है। यीशु मसीह के प्रायश्चित के माध्यम से, हम पाप के बोझ और परिणामों से मुक्त हो सकते हैं और अपनी कमजोरियों में सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
और क्योंकि हम परमेश्वर से प्रेम करते हैं, और उसकी सेवा करने का अनुबंध बनाते हैं, इसलिए हम उद्धारकर्ता के साथ भागीदार बन कर जरूरतमंद लोगों को नश्वर और आत्मिक सहायता प्रदान करने में मदद कर सकते हैं—और इस प्रक्रिया में स्वयं के लिए सहायता पा सकते हैं।5
हमारे प्रिय भविष्यवक्ता, अध्यक्ष रसल एम. नेल्सन ने हमें संसार पर विजय पाने और विश्राम प्राप्त करने के लिए आमंत्रित किया।6 उसने “सच्चे आराम” को “सहायता और शांति” कहा था। क्योंकि उद्धारकर्ता ने अपने अनंत प्रायश्चित के माध्यम से, हम में से प्रत्येक को कमजोरियों, गलतियों और पाप से मुक्ति दिलायी, और क्योंकि उसने आपके द्वारा कभी सहन की गई प्रत्येक पीड़ा, चिंता और बोझ का अनुभव किया है, तब जब आप सच में पश्चाताप करते हो और उसकी सहायता की तलाश करते हो, तो आप इस वर्तमान अनिश्चित संसार की चुनौतियों का सामना कर सकते हो।”7 यीशु मसीह हमें यही सहायता प्रदान करता है!
हम में से प्रत्येक मानो अपनी पीठ पर एक प्रकार का बोझ लादे ले चल रहा है। यह आपके सिर पर रखी कोई टोकरी हो सकती है या वस्तुओं की थैली या कपड़े में लपेटकर गठरी जो आपके कंधे पर रखा हो सकता है। लेकिन कल्पना करने के लिए, चलो हम इसे बैकपैक कहते हैं।
यह काल्पनिक बैकपैक वह है जहां हम पतित दुनिया में रहने का बोझ उठाते हैं। हमारे बोझ बैकपैक में रखे पत्थरों के समान हैं। आम तौर पर, ये तीन प्रकार होते हैं:
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पाप के कारण हमारे अपने काम उन पत्थरों के समान हैं।
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दूसरों के गलत निर्णय, दुर्व्यवहार और निर्दयता हमारे बैकपैक में पत्थर के समान हैं।
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और हम उन पत्थरों को लादे चलते हैं क्योंकि हम पतित अवस्था में रह रहे हैं। इनमें बीमारियां, दर्द, पुराने रोग, दुख, निराशा, अकेलापन और प्राकृतिक आपदाओं के प्रभाव के पत्थर भी शामिल हैं।
मैं खुशी से घोषणा करती हूं कि हमें नश्वर बोझ, हमारे काल्पनिक बैकपैक में इन पत्थरों के भार को उठाने की आवश्यकता नहीं है।
यीशु मसीह हमारे भार को हल्का कर सकता है।
यीशु मसीह हमारे बोझ उठा सकता है।
यीशु मसीह हमें पाप के भार से छुटकारा पाने का तरीका प्रदान करता है।
यीशु मसीह हमारी सहायता है।
उसने कहा था:
“हे सब परिश्रम करने वालों और बोझ से दबे लोगों, मेरे पास आओ; मैं तुम्हें विश्राम दूंगा [अर्थात, सहायता और शांति]।
“मेरा जूआ अपने ऊपर उठा लो; और मुझ से सीखो; क्योंकि मैं नम्र और मन में दीन हूं: और तुम अपने मन में विश्राम पाओगे।
“क्योंकि मेरा जूआ सहज और मेरा बोझ हल्का है।”8
यह कि जूआ सहज है और बोझ हल्का है, कल्पना करें कि हम उद्धारकर्ता के साथ जुआ उठाते हैं, कि हम उसके साथ अपने बोझ को साझा करते हैं, कि हम उसे अपना भार उठाने देते हैं। इसका अर्थ है परमेश्वर के साथ अनुबंध बनाना और उस अनुबंध का पालन करना है, जैसा कि अध्यक्ष नेल्सन ने समझाया है, “जीवन के बारे में सब कुछ सरल हो जाता है। उन्होंने कहा था, “उद्धारकर्ता के साथ स्वयं को जोड़ने का अर्थ है कि आपके पास उसकी ताकत और मुक्ति दिलाने वाली शक्ति तक पहुंच है।”9
तो हम अपने पत्थरों को लादे क्यों चल रहे हैं? कोई थका हुआ बेसबॉल पिचर अपना स्थान छोड़ने से मना क्यों करेगा जब कोई रिलीवर खेल को पूरा करने के लिए तैयार है? मैं अपने बोझ को अकेले उठाए रखने पर जोर क्यों दूंगी जब यीशु मसीह इसे मेरे साथ उठाने के लिए तैयार है?
अध्यक्ष नेल्सन ने सिखाया है, वह हमें यीशु मसीह … खुली बाहों से, हमें चंगा करने की आशा और इच्छा करते हुए, क्षमा करने, स्वच्छ करने, मजबूत करने, शुद्ध करने और पवित्र करने के लिए तैयार खड़ा है।”10
तो हम अपने पत्थरों को अकेले उठाने पर जोर क्यों देते हैं?
यह एक व्यक्तिगत प्रश्न के रूप पूछा गया है जिस पर आप में से प्रत्येक को विचार करना है।
मेरे लिए, यह सदियों पुराना घमंड है। “मैं इस कर सकती हूं,” मैं कहती हूं। “कोई चिंता नहीं; मैं इसे स्वयं पूरा कर लूंगी। यह शैतान है जो चाहता है कि मैं परमेश्वर से छिप जाऊं, उससे दूर हो जाऊं, अकेले इसे करूं।
भाइयों और बहनों, मैं इसे अकेले नहीं कर सकती, और मुझे अकेले करने की आवश्यकता नहीं है, और मैं नहीं करूंगी। परमेश्वर के साथ बनाए अनुबंधों के माध्यम से अपने उद्धारकर्ता, यीशु मसीह से जुड़ने का चुनाव करते हुए, “मैं मसीह के माध्यम से वह सब कुछ कर सकती हूं जो मुझे मजबूत करते हैं।”11
अनुबंध पालन करनेवालों को उद्धारकर्ता की सहायता का वरदान मिलता है।
मॉरमन की पुस्तक के इस उदाहरण पर विचार करें: अलमा के लोगों पर अत्याचार हुआ” और … उनके ऊपर उसने काम-करवाने वालों को रखा था।”12 बोलकर प्रार्थना करने से मना करने पर “उन्होंने अपने हृदयों को उसके सामने खोल दिया; और वह उनके हृदयों के विचारों को जानता था।”13
और “उनके कष्टों के बीच प्रभु की वाणी उन्हें यह कहते हुए सुनाई दी: अपने सिरों को ऊपर उठाओ और दिलासा ग्रहण करो, क्योंकि मैं उस अनुबंध को जानता हूं जो तुमने मेरे साथ बनाया है; और मैं अपने लोगों से अनुबंध करूंगा और उन्हें गुलामी से मुक्त करूंगा।
“और मैं उस बोझ को हल्का करूंगा जो तुम्हारे कांधों पर लादा जाता है, कि गुलामी में होते हुए भी, तुम इन्हें अपनी पीठ पर महसूस नहीं करोगे।”14
और उनके बोझ “हल्के हो गए” और “प्रभु ने उन्हें शक्ति दी कि वे अपने बोझों को सरलता के साथ ढो सकें, और वे आनंदपूर्वक और धैर्य के साथ प्रभु की सभी इच्छाओं के अधीन हो गए।”15
अनुबंधों का पालन करने वालों को दिलासा के रूप में सहायता मिली, धैर्य और प्रसन्नता में वृद्धि हुई, उनके बोझ हल्के हुए ताकि वे प्रकाश महसूस करें, और अंततः मुक्ति प्राप्त करें।16
अब हम अपने पहले बताए काल्पनिक बैकपैक की बात करते हैं।
पश्चाताप, यीशु मसीह के प्रायश्चित के माध्यम से, हमें पाप के पत्थरों के भार से छुटकारा दिलाता है। और इस उत्तम उपहार के द्वारा, परमेश्वर की दया हमें न्याय की भारी और अन्यथा दुर्गम मांग को पूरा करने से छुटकारा दिलाती है।17
यीशु मसीह का प्रायश्चित भी हमारे लिए क्षमा करने की शक्ति को प्राप्त करना संभव बनाता है, जो हमें दूसरों द्वारा दुर्व्यवहार के कारण हमारे द्वारा उठाए गए बोझ को उतारना संभव करता है।18
तो उद्धारकर्ता हमें दुख और दर्द के अधीन नश्वर शरीरों के साथ पतित दुनिया में रहने के बोझ से कैसे छुटकारा दिलाता है?
अक्सर, वह हमारे माध्यम से उस तरह की सहायता प्रदान करता है! उसके गिरजे के अनुबंधित सदस्यों के रूप में, हम “शोक करनेवालों के साथ शोक मनाने” और “उन लोगों को सांत्वना देने” का वादा करते हैं जिन्हें दिलासा की जरूरत है।”19 क्योंकि हम “परमेश्वर के झुंड में आ जाते हैं” और “उसके लोग कहलाते हैं,” हम “एक-दूसरे के बोझ को उठाने के लिए तैयार हैं, ताकि वे हल्के हो जाएं।”20
हमारे अनुबंध की आशीष यह है कि हम परमेश्वर के सभी बच्चों को नश्वर और आत्मिक दोनों तरह की सहायता प्रदान करने में यीशु मसीह के साथ सहयोगी बनें। हम एक माध्यम हैं जिसके द्वारा वह सहायता प्रदान करता है।21
और इसलिए, पक्षाघात के रोगी के दोस्तों के समान, हम “ जो कमजोर हैं उन्हें बल दें, झुके थके हाथों को अपने बल से ऊपर उठाए, और कमजोर घुटनों को मजबूत करें।”22 हम “एक दूसरे के बोझ उठाते हैं, और इसलिए मसीह की व्यवस्था को पूरा करते है।”23 जब ऐसा हम करते हैं, हम उसे जानते हैं, उसके समान बन जाते हैं, और उसकी सहायता पाते हैं।24
सहायता क्या है?
यह किसी कष्टदायक, परेशान करने वाली या बोझिल वस्तु को हटाना या हल्का करना है, या इसे सहन करने की ताकत है। यह एक ऐसे व्यक्ति को दर्शाता है जो दूसरे की जगह लेता है। यह किसी गलती का वैध सुधार है।25 एंग्लो-फ्रेंच शब्द पुरानी फ्रेंच से आता है, शब्द रिलेवर, या “ऊपर उठने के लिए,” और लैटिन रिलेवरेसे, या “फिर से उठाना” से।”26
भाइयों और बहनों, यीशु मसीह ही सहायता है। मैं गवाही देती हूं कि वह तीसरे दिन फिर से जी उठा और प्रेमपूर्ण और अनंत प्रायश्चित को पूरा करने के बाद, खुली बाहें लिए खड़ा है, हमें फिर से उठने, बचाए जाने, और उत्कर्ष प्राप्त करने और उसके समान बनने का अवसर प्रदान करता है। वह जो सहायता हमें प्रदान करता है वह अनंतकाल तक कायम रहती है।
ईस्टर की पहली सुबह स्वर्गदूत से भेंट करने वाली स्त्रियों के समान, मैं “शीघ्र जाकर” और “बड़े आनन्द के साथ” यह कहना चाहती हूं कि वह मृतकों में से जी उठा है।27 हमारे मसीह, यीशु मसीह के नाम में, आमीन ।