सर्वश्रेष्ठ अंतिम-दिनों के संत बनना
मैं आपना प्रेम और आशीष आपको देता हूं, कि आप प्रभु के वचनों में आनंद मनाएं, और उसकी शिक्षाओं को अपने निजी जीवन में लागू करें ।
यह एक प्रेरणादायक और ऐतिहासिक महा सम्मेलन रहा है । हम भविष्य की ओर उत्साह से देखते हैं । हमें अच्छा करने और बेहतर बनने के लिये प्रेरित किया गया है । इस मंच से हमारे जनरल अधिकारियों और पदाअधिकारियों ने बेहतरीन संदेश दिये और संगीत बहुत ही प्रभावशाली था । मैं आपसे विनती करता हूं इस आने वाले सप्ताह में इन संदेशों का अध्ययन करें । ये वर्तमान में समय उसके लोगों के लिये प्रभु के मन और इच्छा को व्यक्त करते हैं ।
नया घर-केंद्रीत, गिरजा-समर्थित संकलित पाठ्यक्रम में परिवारों की शक्ति को मुक्त करने की ताकत है, जब प्रत्येक परिवार निंरतर जिम्मेदार प्रयासों से अपने घर को विश्वास के शरणस्थान में बदलता है । मैं वादा करता हूं कि जब आप परिश्रम से अपने घर को सुसमाचार सीखने के लिये ढालते हो, तो धीरे-धीर आपके सब्त दिन खुशी के दिन होंगे । आपके बच्चे उद्धारकर्ता की शिक्षाओं को सीख कर और जीवन जीकर उत्साहित होंगे, और शैतान का प्रभाव आपके जीवन में और आपके घर में कम होगा । आपके परिवार में परिवर्तन प्रभावशील और स्थाई होंगे ।
इस महा सम्मेलन के दौरान हमें प्रभु यीशु मसीह के नाम का सम्मान करने के लिये सशक्त किया गया प्रत्येक बार जब हम उसके गिरजे का नाम लेते हैं । मैं आपसे वादा करता हूं कि उद्धारकर्ता के गिरजे और इसके सदस्यों का सही नाम उपयोग करने में हमारा सही आदर उसके गिरजे के सदस्यों के लिये बढ़े हुए विश्वास और बढ़ी हुई आत्मिक शक्ति को ले जाएगी ।
अब मैं मंदिरों के विषय में बोलूंगा । हम जानते हैं मंदिर में बीताया गया हमारा समय हमारे और हमारे परिवारों के उद्धार और उत्कृष के लिये आवश्यक है ।
हमारी स्वयं की मंदिर विधियां प्राप्त करने और परमेश्वर से पवित्र अनुबंध बनाने के बाद, हम में से प्रत्येक को निरंतर आत्मिक मजबूती और सीखाए जाने की जरूरत होती है जो केवल प्रभु के घर में मिलती है । और हमारे पूर्वजों को हमारी आवश्यकता है उनका प्रतिनिधित्व करने के लिये ।
परमेश्वर की विशाल दया और न्याय पर विचार करें जो, संसार के आरंभ से, उनके लिये मंदिरों की आशीषें उपलब्ध कराई जाती रही हैं जो बिना सुसमाचार जानें इस संसार के चले गए थे । ये पवित्र मंदिरों रीतियां प्राचीन हैं । मेरे लिये यह प्राचीनता उत्साहवर्धक और इनकी वास्तविकता का एक अन्य प्रमाण है ।
मेरे प्यारे भाइयों और बहनों, शैतान के हमले तीव्रता और विविधता में बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं । हमारी निरंतर और अक्सर मंदिरों में जाने की आवश्यकता बहुत बढ़ गई है । मैं आपसे याचना करता हूं कि प्रार्थनापूर्वक देखें आप अपना समय कैसे व्यतीत करते हो । अपने भविष्य और अपने परिवार के भविष्य के लिये समय निकालें । यदि आप के निकट मंदिर हैं, तो मैं आप से विनती करता हूं कि निरंतर प्रभु से भेंट करने का तरीका निकालें---उसके पवित्र घर जाकर---फिर उस मुलाकात को सटीकता और आनंद से पूरा करें । मैं आप से वादा करता हूं कि प्रभु चमत्कार करेगा वह आपकी जरूरतों को जानता है जब आप उसके मंदिरों में सेवा और आराधना करने के लिये बलिदान करते हो ।
वर्तमान में हमारे पास 159 समर्पित मंदिर हैं । इन मंदिरों की उचित देख भाल जरूरी है । समय के साथ मंदिर नवीन करण और ताजगी के लिये आवश्यक हैं । इसलिये, सॉल्ट लेक मंदिर और आंरभिक मंदिरों का सुधार और नया करनी की योजनाएं बनाई जा रही हैं । इसकी विस्तार से जानकारी बाद में उपलब्ध कराई जाएगी जब इनका विकास किया जाता है ।
आज 12 नये मंदिरों का निर्माण करने की घोषणा करने हमें खुशी होती है । ये मंदिर इन स्थानों में बनाए जाएंगे : मेंडोज़ा, अर्जेंटीना; साल्वाडोर, ब्राज़िल; युबा शहर, कैलिफ़ोर्निया; फनाम पेंह, कंबोडिया; प्राइया, केप वर्डे; यिगो, गुआम; प्यूबेला, मेक्सिको; ऑकलैंड, न्यूजीलैंड; लागोस, नाइजीरिया; दवावो, फिलीपींस; सान जुआन, पर्टो रीको; और वाशिंगटन काउंटी, यूटाह ।
मंदिर बनाने और देख-रेख करने से शायद आपका जीवन न बदले, लेकिन मंदिर में अपना समय व्यतीत करने से आपका समय अवश्य बदलेगा । जो बहुत समय से मंदिर नहीं गए हैं, मैं आपको जितनी जल्दी संभव हो मंदिर जाने की तैयारी को प्रोत्साहित करता हूं । फिर मैं आपसे मंदिर में आराधना और प्रार्थना करने का निमंत्रण देता कि आप अपने लिये उद्धारकर्ता के असीम प्रेम की गहराई को समझे, ताकि आप सब अपनी स्वयं की गवाही प्राप्त करें कि इस पवित्र और अनंत कार्य को वह निरंतर निर्देश देता है ।
भाइयों और बहनों, मैं आपके विश्वास और समर्थित प्रयासों के लिये आपका धन्यवाद करता हूं । मैं आपना प्रेम और आशीष आपको देता हूं, कि आप प्रभु के वचनों में आनंद मनाएं, और उसकी शिक्षाओं को अपने निजी जीवन में लागू करें । मैं आपको आश्वासन देता हूं गिरजे में प्रकटीकरण निरंतर मिलते रहे हैं और तब तक मिलते रहेंगे जबतक परमेश्वर के उद्देश्य पूरे नहीं हो जाते और, महान यहोवा कहेगा कार्य पूरा हुआ ।”
मैं उसमें और उसके पवित्र कार्य में आपके बढ़े हुए विश्वास से, आपके निजी जीवन में चुनौतियों का समाना करने के लिये विश्वास और धैर्य से आशीषित करता हूं । मैं आपको सर्वोत्तम अंतिम-दिनों का संत बनने की आशीष देता हूं । मैं यह आशीष और अपनी गवाही देता हूं कि परमेश्वर जीवित है ! यीशु ही मसीह है ! यह उसका गिरजा है । हम उसके लोग हैं, यीशु मसीह के नाम में, आमीन ।