मसीह में एक
प्रभु के कार्य में मेरे साथियों, मैं विश्वास करता हूं नये मित्रों का गिरजे में स्वागत करने में हम बहुत बेहतर कर सकते हैं और हमें बेहतर करना चाहिए ।
मेरे प्रिय भाइयों और बहनों नमस्कार । जैसा हम मेरी स्थानीय ब्राजीली-पुर्तगाली में कहते हैं, “बोआ टारडे” मैं हमारे प्रिय भविष्यवक्ता, अध्यक्ष रसल एम. नेलसन के निर्देशन में, अंतिम-दिनों के संतों के यीशु मसीह के गिरजे के इस शानदार महा सम्मेलन में एकत्रित होते हुए आशीषित महसूस करता हूं । पृथ्वी पर इन अंतिम दिनों में उसके सेवकों के द्वारा प्रभु की वाणी को सुनने के लिये हम में से प्रत्येक को मिले महान अवसर से अचंभित हूं ।
मेरा देश ब्राजील प्राकृतिक स्रोतों में बहुत धनी है । उनमें से एक है अमेजन नदी, जोकि संसार के बड़ी और लंबी नदियों में एक है । यह दो भिन्न नदियों से बनी है, सोलेमोइस और नेग्रो । दिलचस्प है कि, भिन्न स्रोत, गति, तापमान, और रसायनिक संरचना के होते हुए उनका पानी आपस में मिलने से पहले वे दोनों कई मील एकसाथ बहता है । कई मील के बाद, ये पानी अतंत: आपस में मिलते हैं, जिससे यह आरंभिक भागों से बिलकुल भिन्न नदी हो जाती है । केवल इन भागों के मिलने के बाद, अमेजन नदी इतनी शक्तिशाली हो जाती है कि जब यह अटलांटिक सागर में पहुंचती है, तो यह समुद्र के पानी को पीछे धकेलती है जिससे मीठा पानी समुद्र में कई मील तक पाया जाता है ।
इसी तरह से जैसे सोलेमोइस और नेग्रो नदियां एकसाथ बहकर महान अमेजन नदी बनाती है, वैसे ही यीशु मसीह के पुनास्थापित गिरजे में परमेश्वर के बच्चे भिन्न समाजिक पृष्ठभूमियों, परंपराओं, और संस्कृतियों से एकसाथ मिलकर मसीह में संतों का शानदार समाज बनाते हैं । परिणामस्वरूप, जब हम एक दूसरे को उस्ताह, सर्मथन, और प्रेम देते हैं, तो हम मिलकर संसार में भलाई के लिये शक्तिशाली ताकत बनते हैं । यीशु मसीह के अनुयायी के रूप में, इस भलाई की नदी में मिलकर बहते हुए, हम एक प्यासे संसार को सुसमाचार का “मीठा पानी” उपलब्ध कराने के योग्य होंगे ।
प्रभु ने अपने भविष्यवक्ताओं को हमें सीखाने के लिये प्रेरणा दी है कि कैसे हम एक दूसरे को सर्मथन और प्रेम दे सकते हैं, ताकि हम यीशु मसीह का अनुसरण करने में विश्वास और उद्देश्य में संगठित हो सकें । नये नियम के प्रेरित पौलुस ने सीखाया था, वे जिन्होंने “मसीह में बपतिस्मा लिया है उन्होंने मसीह को पहन लिया है … : तुम सब यीशु मसीह में एक हो ।”
जब बपतिस्मे पर उद्धारकर्ता का अनुसरण करने की प्रतिज्ञा करते हैं, तो हम पिता के सम्मुख गवाही देते हैं कि हम अपने ऊपर मसीह का नाम धारण करने की इच्छा कर रहे हैं । जब हम उसके दिव्य गुणों को हमारे जीवनों में पाने का प्रयास करते हैं, तो हम जो थे उससे भिन्न बन जाते हैं, प्रभु मसीह के प्रायश्चित के माध्यम से, और सब लोगों के प्रति हमारा प्रेम स्वाभाविकरूप से बढ़ जाता है । हम प्रत्येक के कल्याण और सुख के लिये चिंता महसूस करते हैं । हम एक दूसरे को भाइयों और बहनों के रूप में देखते हैं, परमेश्वर के बच्चे के तौर पर दिव्य उत्पत्ति, गुणों, और संभावनावों के साथ । हम एक दूसरे की देखभाल करने की इच्छा करते हैं और एक दूसरे के बोझों को उठाते हैं ।
पौलुस ने, इसकी प्रेम के रूप में व्याख्या की है । मॉरमन, मॉरमन की पुस्तक के भविष्यवक्ता ने, इसकी व्याख्या इस प्रकार की है “मसीह का विशुद्ध प्रेम,” जोकि प्रेम का उत्कृष्ट, श्रेष्ठत्तम, और सबसे मजबूत स्वरूप है । हमारे वर्तमान भविष्यवक्ता, अध्यक्ष रसल एम. नेलसन, ने हाल ही में सेवकाई के रूप में मसीह के इस विशुद्ध प्रेम को अभिव्यक्त किया था, जोकि अन्य लोगों से प्रेम और देखभाल करने का अधिक केंद्रित और पवित्र दृष्टिकोण है जैसा उद्धारकर्ता ने किया था ।
हम प्रेम और देखभाल के इस नियम पर विचार करते हैं, जैसा उद्धारकर्ता ने किया था, उत्साह देने, मदद करने, और समर्थन देने उनके संदर्भ में जो हाल में परिवर्तित हुए हैं और वे जो हमारे गिरजे की सभाओं में आने में दिलचस्पी दिखाना आरंभ करते हैं ।
जब ये नये मित्र संसार से बाहर आते और यीशु मसीह के सुसमाचार को गले लगाते हैं, उसके गिरजे में शामिल होकर, वे उसके शिष्य बनते हैं, उसके द्वारा फिर से जन्म लेकर । वे उस संसार को छोड़ देते हैं जिसे वे अच्छी तरह जानते थे और यीशु मसीह का अनुसरण करने का चुनाव करते हैं, संपूर्ण हृदय के साथ, नई “नदी” में शामिल होते हैं शक्तिशाली अमेजन नदी के समान—ऐसी नदी जिसमें भलाई और धार्मिकता का शक्तिशाली बल है जो परमेश्वर की उपस्थिति की ओर बहता है । प्रेरित पौलुस इसकी व्याख्या इस प्रकार करता है “चुने हुए वंश. राजसी पौरोहित्य, पवित्र राष्ट्र, पवित्र लोग ।” जब ये नये मित्र इस नई और अपरिचित नदी में मिल जाते हैं, वे आरंभ में खोया हुआ अनुभव कर सकते हैं । ये नये मित्र स्वयं को बेजोड़ स्रोत, तापमान, और रसायनिक संरचना की नदी में मिलते हुए पाते हैं है—ऐसी नदी जिसके स्वयं की परंपराएं, संस्कृति, और शब्दावली है । मसीह में यह नया जीवन उनके लिये विचलित करने वाला हो सकता है । एक क्षण के लिये विचार करें वे कैसा महसूस करते होंगे जब वे पहली बार इन उच्चारणों को सुनते हैं जैसे “पारिवारिक घरेलु संध्या,” “धर्माध्यक्ष युवा समीति,” “उपवास रविवार,” “मृतक का बपतिस्मा,” “सहायता संस्था,” “मलकिसिदिक पौरोहित्य,” “तिहरा धर्मशास्त्र,” और इत्यादि ।
यह देखना सरल है क्यों वे महसूस करते हैं वे यहां के नहीं हैं । इस परिस्थिति में, वे स्वयं से पूछ सकते हैं, “क्या यहां मेरे लिये जगह है ? क्या मैं अंतिम-दिनों के संतों के यीशु मसीह में फिट बैठता हूं ? क्या गिरजे को मेरी आवश्यकता है ? क्या मुझे नये मित्र मिलेंगे जो मेरी मदद और समर्थन करने को तैयार हों ?”
मेरे प्रिय मित्रों, इस प्रकार के क्षणों में, हम जो शिष्यता की लंबी यात्रा में एक भिन्न मोड़ पर हैं आगे बढ़कर अपने नये मित्रों के लिये अपना हाथ बढ़ाना चाहिए, उन्हें स्वीकार करें वे जहां भी हों, और मदद करें, प्रेम करें, और उन्हें अपने जीवनों में शामिल करें । ये सब नये मित्र परमेश्वर के बहुमूल्य बेटे और बेटियां हैं । हम उनमें से किसी एक भी नहीं खो सकते क्योंकि, अमेजन नदी के समान जोकि अपनी सहायक नदियों पर निर्भर होती है जो इसमें मिलती हैं, हमें उनकी उतनी ही आवश्यकता है जितनी उन्हें हमारी आवश्यकता है । केवल जब हम आगे आते और सोलेमोइस और नेग्रो नदियों के समान बदलते हैं हम संसार में भलाई के लिये शक्तिशाली बल बन जाते हैं ।
हमारे नये मित्र अपने साथ परमेश्वर के दिये हुनर, उत्साह, और भलाई लाते हैं । सुसमाचार के लिये उनका जोश फैलने वाल हो सकता है, इस तरह हमें अपनी स्वयं की गवाहियों को नया जीवन दे सकता है । वे जीवन और सुसमाचार की हमारी समझ के लिये नये दृष्टिकोण भी लाते हैं ।
हमें लबें समय से सीखाया गया है अपने नये मित्रों को यीशु मसीह के पुनास्थापित गिरजे में स्वागत और प्रेम महसूस कराने के लिये हम कैसे मदद कर सकते हैं । उन्हें तीन बातों की आवश्यकता है ताकि वे अपने समंपूर्ण जीवन में मजबूत और विश्वासी बने रहें:
पहले, गिरजे में भाइयों और बहनों की आवश्यकता है जो उनमें दिलचस्पी रखते हों, सच्चे और वफादार जिनके पास वे मदद के लिये आ सकते हैं, जो उनके साथ चलेगा, और जो उनके प्रश्नों के उत्तर देगा । सदस्यों के रूप में, हमें सदैव ध्यान रखना और देखना चाहिए जब गिरजे की गतिविधियों और सभाओं में नये चहरे आते हैं, बेशक हमारी जिम्मेदारियां, कार्यभार, या कार्य कुछ भी हों । हम इन नये मित्रों की मदद के लिये सरल कार्य कर सकते हैं जिससे वे गिरजे में गर्मजोशी और स्वागत महसूस कर सकें, उदाहरण के लिए, अभिवादन करें, निष्ठापूर्वक उनकी ओर मुस्कराएं, गाने और आराधना के लिये साथ में बैठें, अन्य सदस्यों के उनका परिचय कराएं, और इत्यादि । जब हम अपने हृदयों को इन में से कुछ तरह से अपने नये मित्रों के लिये खोलते हैं, तो हम सेवकाई की आत्मा में कार्य कर रहे होते हैं । हम उनकी उस तरह सेवा करते हैं जैसे उद्धारकर्ता ने की थी, वे स्वयं को “हमारे द्वार के भीतर अजनबी महसूस नहीं करते हैं ।” वे महसूस करते हैं वे यहां फिट होते हैं और नये मित्र बनाते हैं, और अधिक महत्वपूर्ण, वे हमारी निष्कपट देखभाल के द्वारा उद्धारकर्ता के प्रेम को महसूस करेंगे ।
दूसरा, नये मित्रों को कार्यभार की आवश्यकता होती है—दूसरों की सेवा करने का अवसर । सेवा अंतिम-दिनों के संतों के यीशु मसीह की महान प्रतिभाओं में से एक है । यह ऐसी प्रक्रिया है जिसके द्वारा हमारा विश्वास मजबूत हो सकता है । प्रत्येक नये मित्र इस अवसर का पात्र है । जबकि धर्माध्यक्ष और वार्ड परिषद के पास कार्यभार देने की सीधी जिम्मेदारी होती है, फिर भी हमारे नये मित्रों को सेवा की गतिविधियों में भाग लेकर दूसरों की सेवा करने का निमंत्रण देने से हमें कोई नहीं रोक सकता ।
तीसरा, नये मित्रों का “पोषण परमेश्वर के अच्छे वचन द्वारा किया जाना चाहिए ।” हमें उनकी धर्मशास्त्रों से प्रेम करने और परिचित होने में मदद कर सकते हैं जब हम शिक्षाओं को उनके साथ पढ़ते और चर्चा करते हैं, कहानियों के सदंर्भ बताकर और कठीन शब्दों को समझाकर । हम उन्हें सीखा सकते हैं कैसे नियमित धर्मशास्त्र अध्ययन से व्यक्तिगत मार्गदर्शन प्राप्त करते हैं । इसके अतिरिक्त, हम गिरजे की नियमित सभाओं और गतिविधियों के अलावा, अपने नये मित्रों के घरों में जा सकते हैं और कभी-कभी उन्हें अपने घरों में बुला सकते हैं, ताकि उन्हें संतों के समाज की शक्तिशाली नदी में शामिल होने मदद मिले ।
हमारे भाइयों और बहनों के रूप में, परमेश्वर के परिवार का सदस्य बनने में हमारे नये मित्रों के समयोजन और चुनौतियों को पहचानते हुए, हम साक्षा कर सकते हैं किस प्रकार हमने अपने जीवन में वैसी चुनौतियां का सामना किया था । इससे उन्हें जानने में मदद मिलेगी कि वे अकेले नहीं है और कि परमेश्वर उन्हें आशीष देगा जब वे उसकी प्रतिज्ञाओं में विश्वास दिखाते हैं ।
जब सोलेमोइस और नेग्रो नदियां आपस में मिलती हैं, अमेजन नदी शक्तिशाली और मजबूत बनती है । इसी तरह, जब हम और हमारे नये मित्र वास्तव में घुल-मिल जाते हैं, यीशु मसीह का पुनास्थापित गिरजा अधिक मजबूत और स्थिर होता है । मेरी पत्नी, रोसाना, और मैं उन सभी के बहुत आभारी हैं जिन्होंने कई साल पहले हमें इस नई नदी में मिलने में मदद की थी, जब हमने अपने देश में यीशु मसीह के सुसमाचार को अपनाया था । वर्षों से, इन शानदार लोगों ने वास्तव में हमारी सेवकाई की और निरंतर धार्मिकता में बहने में हमारी मदद की है । हम उनके बहुत आभारी हैं ।
पश्चिमी गोलार्ध में भविष्यवक्ता जानते थे किस प्रकार नये मित्रों को भलाई की इस नयी नदी में अनंत जीवन तक विश्वसनीयता से बहने में एकसाथ रखा जाए । उदाहरण के लिये, हमारे समय को देखते और जानते हुए कि हम चुनौतियों का सामना करेंगे, मोरोनी ने मॉरमन की पुस्तक में अपने लेखों में इन कुछ महत्वपूर्ण बातों को शामिल किया था :
“और उन्हें बपतिस्मा के लिए स्वीकार किये जाने, और प्रभावित होने और पवित्र आत्मा के सामर्थ्य द्वारा स्वच्छ किये जाने के पश्चात, उनकी गिनती मसीह के गिरजे के लोगों में हुई; और उनके नाम ले लिए गए ताकि उन्हें याद रखा जा सके और उन्हें सही मार्ग पर चलने के लिए, और निरंतर प्रार्थना करने में चौकस रहने के लिए उनका पोषण परमेश्वर के अच्छे वचन द्वारा किया जा सके, केवल मसीह के गुणों पर निर्भर होते हुए, जो कि उनके विश्वास का रचयिता और समाप्त करनेवाला था ।
“और उपवास और प्रार्थना के लिए, और अपनी आत्माओं के कल्याण से संबंधित एक दूसरे से बात करने के लिए गिरजे के लोग अक्सर एक साथ मिलते थे ।”
प्रभु के कार्य में मेरे साथियों, मैं विश्वास करता हूं नये मित्रों का गिरजे में स्वागत करने में हम बहुत बेहतर कर सकते हैं और हमें बेहतर करना चाहिए । मैं आपको विचार करने का निमंत्रण देता हूं कि हम इस रविवार से ही उन्हें गले लगाने, स्वीकार करने, और मददगार होने के लिये क्या कर सकते हैं । ध्यान रखें नये मित्रों का स्वागत करने में गिरजे की सभाएं और गतिविधियां बीच में बाधा न बनें । क्योंकि, ये लोग परमेश्वर की दृष्टि में बहुमूल्य हैं और कार्यक्रमों और गतिविधियों से अधिक महत्वपूर्ण हैं । यदि हम हमारे नये मित्रों की सेवकाई विशुद्ध प्रेम से परिपूर्ण हृदय से करते हैं जैसा उद्धारकर्ता ने किया था, मैं, उसके नाम में, आपसे वादा करता हूं, कि वह हमारे प्रयासों में सहायता करेगा । जब हम विश्वसनीय सेवकों के रूप में कार्य करते हैं, जैसा उद्धारकर्ता ने किया था, हमारे नये मित्रों को अंत तक मजबूत, समर्पित, और विश्सनीय रहने में मदद मिलेगी । वे हमारे साथ शामिल होंगे जब हम परमेश्वर के शक्तिशाली लोग बनते हैं और संसार में मीठा पानी लाने में मदद करेंगे जिसे यीशु मसीह के सुसमाचार की अत्याधिक आवश्यकता है । परमेश्वर के ये बच्चे महसूस करेंगे कि वे “अब विदेशी और मुसाफिर नहीं रहे, परंतु पवित्र लोगों के समान हो गए ।” मैं आपसे प्रतिज्ञा करता हूं कि वे उद्धारकर्ता के गिरजे में उसकी उपस्थिति को पहचानेंगे । वे एक नदी के रूप में सभी भलाई के झरने में हमारे साथ बहना जारी रखेंगे जब तक हमारा प्रभु यीशु मसीह उन्हें खुली बाहों से स्वीकार करता है; और वे पिता को कहते सुनेंगे, “तुम्हें अनंत जीवन मिलेगा ।”
मैं आपको दूसरों को प्रेम करने में प्रभु की सहायता पाने का निमंत्रण देता हूं जैसा उसने आपसे प्रेम किया है । मॉरमन ने सीखाया था, “ इसलिए, मेरे प्रिय भाइयों, हृदय की पूरी ऊर्जा से पिता से प्रार्थना करो, जिससे कि तुम उसके उस प्रेम से परिपूर्ण हो सको, जिसे उसने उन सभी लोगों को प्रदान किया है जो उसके पुत्र, यीशु मसीह के सच्चे अनुयाई हैं; ताकि तुम परमेश्वर के बेटे बन सको; ताकि जब वह आएगा तब हम उसके समान होंगे, क्योंकि हम उसका वास्तविक रूप देख सकेंगे; ताकि हम इस आशा को प्राप्त कर सकें; ताकि हम वैसे ही पवित्र हो सकें जैसा कि वह है ।” इन सच्चाइयों कि, मैं गवाही देता हूं और ऐसा यीशु मसीह के नाम में करता हूं, आमीन ।