“आदम और हव्वा,” पुराने नियम की कहानियां (2022)
“आदम और हव्वा,” पुराने नियम की कहानियां
उत्पत्ति 2–3; मूसा 3–5; इब्राहीम 5
आदम और हव्वा
चुनने के द्वारा अनुभव प्राप्त करना
आदम और हव्वा पृथ्वी पर रहने वाले स्वर्गीय पिता की पहली संतान थे। वे पौधों और पेड़ों से घिरी सुंदर अदन की वाटिका में रहते थे। हमारा स्वर्गीय पिता परमेश्वर और प्रभु यीशु मसीह उनसे मिलते और उनसे बात करते थे।
उत्पत्ति 2:8–9; 3:8; मूसा 3:8–9; इब्राहीम 5:8, 14–19
परमेश्वर ने उन्हें एक वृक्ष को छोड़कर सभी वृक्षों के फल खाने को कहा था। अगर उन्होंने भलेऔर बुरे के ज्ञान के वृक्ष से फल खाया, तो उन्हें वाटिका छोड़कर जाना होगा और वे मर जाएंगे। शैतान ने आदम और हव्वा से झूठ कहा था। शैतान ने कहा कि अगर उन्होंने फल खाया, तो उन्हें भले और बुरे का पता चलेगा, लेकिन वे मरेंगे नहीं।
उत्पत्ति 2:16–17; 3:1–5; मूसा 3:9; 4:6–11; इब्राहीम 5:9, 12–13
हव्वा ने फल खाया।
हव्वा ने आदम को फल दिया। उसने भी फल खाया था।
परमेश्वर और प्रभु उन्हें दर्शन देने आये, लेकिन आदम और हव्वा डरकर छिप गए थे। परमेश्वर ने उनसे पूछा कि क्या उन्होंने भले और बुरे के ज्ञान के वृक्ष का फल खाया था।
आदम और हव्वा ने परमेश्वर से कहा कि उन्होंने फल खाने का चुनाव किया था। उन्होंने अपनी इच्छा से फल खाया था, इसलिए उन्हें अदन की वाटिका छोड़कर जाना पड़ा। वे परमेश्वर से अलग हो गये, लेकिन परमेश्वर ने उनके लिए एक योजना बनाई थी। अब वे जान गये थे कि क्या सही है और क्या गलत है और बच्चों को जन्म दे सकते थे।
उत्पत्ति 3:16–24; मूसा 4:15–31
आदम और हव्वा ने परमेश्वर की सभी आज्ञाओं का पालन करने की प्रतिज्ञा की थी। उन्हें पशुओं का बलिदान करना सीखाया गया था। जब उन्होंने आज्ञा का पालन किया था, तो उन्होंने परमेश्वर के पुत्र यीशु मसीह के बारे में अधिक सीखा था। उन दोनों ने बहुत खुशी महसूस की थी क्योंकि वह उनके परिवार को परमेश्वर के पास लौटने में मदद करेगा।