“एल्लियाह और बाल के याजक,” पुराने नियम की कहानियां (2022)
“एल्लियाह और बाल के याजक,” पुराने नियम की कहानियां
1 राजा 18
एल्लियाह और बाल के याजक
प्रभु का भविष्यवक्ता बनाम झूठे याजक
इस्राएल का राज्य पानी की कमी से जूझ रहा था। राजा अहाब ने लोगों को बाल नाम के एक झूठे ईश्वर का अनुसरण करने को कहा था।
प्रभु ने एल्लियाह नाम के भविष्यवक्ता को अहाब से मिलने भेजा था। एल्लियाह ने लोगों को पर्वत के ऊपर बुलाया। उसने राजा और उसके याजकों को यह जानने की चुनौती दी कि प्रभु और बाल में से कौन सच्चा परमेश्वर था।
एल्लियाह ने चुनौती के बारे में बताया। वह और याजक एक वेदी पर जानवर की बलि देंगे, लेकिन वे स्वयं आग नहीं जलाएंगे। इसके बजाय, याजक बाल से आग जलाने की प्रार्थना करेंगे। फिर एल्लियाह प्रभु से आग जलाने की प्रार्थना करेगा। एल्लियाह जानता था कि केवल सच्चा परमेश्वर ही आग जलाएगा।
बाल के याजक सुबह से लेकर दोपहर तक अपने ईश्वर से प्रार्थना करते रहे, लेकिन कुछ भी नहीं हुआ। एल्लियाह ने उनका मजाक उड़ाया और कहा कि ईश्वर बाल अवश्य ही सो रहा होगा।
याजकों को गुस्सा आ गया, वे वेदी पर कूदने लगे और शाम तक चिल्लाते रहे। उन्हें उम्मीद थी कि उनका ईश्वर उत्तर देगा, लेकिन कोई आग नहीं जली।
अब एल्लियाह की बारी थी। उसने प्रभु के लिए एक वेदी बनाई, वेदी के आसपास एक गड्ढा खोदा और बलि की तैयारी की।
एल्लियाह ने लोगों को चार बैरल पानी भरकर उसे अपनी वेदी की लकड़ियों पर तीन बार डालने को कहा। लकड़ियों और वेदी ने पानी सोख लिया था। पूरा गड्ढा पानी से भर गया था।
एल्लियाह ने सच्चे परमेश्वर की शक्ति दिखाने के लिए प्रभु से प्रार्थना की। प्रभु की आग ने बलिदान, लकड़ी, पत्थर और पानी को जला दिया था। लोगों को पता चल गया था कि एल्लियाह का परमेश्वर सच्चा परमेश्वर था। एल्लियाह ने सूखा खत्म होने की प्रार्थना की और प्रभु ने वर्षा कर दी।