“हन्ना,” पुराने नियम की कहानियां (2022)
“हन्ना,” पुराने नियम की कहानियां
हन्ना
एक विश्वासी महिला के प्रति प्रभु का जवाब
प्रत्येक वर्ष, हन्ना और उसका पति प्रभु के भवन यानी मंदिर में जाते थे। हन्ना के कोई बच्चा नहीं था, इसलिए वह बहुत दुखी रहती थी। उसने उपवास रखा और एक पुत्र के लिए प्रार्थना की थी। हन्ना ने प्रभु से वादा किया था कि यदि उसके पुत्र हुआ तो बड़ा होकर उसका पुत्र प्रभु की सेवा करेगा।
एली नामक एक याजक ने हन्ना को रोते हुए देखा था। उसने उसे बताया कि प्रभु उसकी प्रार्थना का जवाब जरूर देगा। हन्ना ने प्रभु पर भरोसा किया और आशा रखी थी।
उस वर्ष, हन्ना को एक पुत्र हुआ था। उसने उसका नाम शमूएल रखा था।
हन्ना ने प्रभु से अपना वादा निभाया था। जब शमूएल बड़ा हुआ, तो वह उसे प्रभु के घर में सेवा करने के लिए ले गई थी। उसने याजक एली के साथ प्रभु की सेवा की थी। हन्ना शमूएल से मिलने जाती रहती थी। वह उसके लिए वस्त्र लेकर जाती थी जो वह उसके लिए खुद बनाती थी। प्रभु ने हन्ना को पांच और बच्चे दिए थे।