मॉरमन की पुस्तक: आपका जीवन इसके बिना कैसा होगा ?
सबसे चमत्कारी और विलक्षण तरीके से, मॉर्मन की पुस्तक हमें यीशु मसीह और उसका सुसमाचार सिखाता है।
1986 में, मुझे अक्करा, घाना में एक विश्वविद्यालय में विशेष व्याख्यान देने के लिये निमंत्रण दिया गया था । वहां मैं बहुत से नागरिक अधिकारियों, सहित अफ्रीकी जनजाति के राजा से मिला । जब मैं उनसे अपने व्याख्यान से पहले मिला था, राजा ने अपने दुभाषिया के द्वारा मुझे बात की थी, जिसने मेरे लिये अनुवाद किया था । मैं दुभाषिये को जवाब देता, और फिर दुभाषिया मेरे जवाबों को राजा को अनुवाद करके बताता ।
मेरे व्याख्यान के बाद, राजा सीधा मेरे पास आया, लेकिन इस बार राजा बिना दुभाषिये के था । मुझे आश्चर्य हुआ, उसने बहुत अच्छी अंग्रेजी, असल में --- ब्रिटीश अग्रेंजी में बात की थी ।
राजा उलझन में लगता था । उसने पूछा “वैसे आप कौन हैं ?”
मैंने जवाब दिया, “मैं यीशु मसीह का नियुक्त प्रेरित हूं ।”
राजा ने पूछा, “क्या आप मुझे यीशु मसीह के बारे में सीखा सकते हो ?”
मैं ने प्रश्न के साथ जवाब दिया: “क्या मैं पूछ सकता हूं आप उसके बारे में पहले से क्या जानते हैं ?”
राजा के जवाब से पता चला कि उसने बाइबिल का मन लगाकर अध्ययन किया था और उसे प्रभु से प्रेम था ।
फिर मैंने पूछा क्या वह प्राचीन अमेरिका के लोगों की यीशु मसीह के सेवकाई के विषय में जानता था ?
जैसे मुझे आशा थी, वह नहीं जानता था ।
मैंने समझाया कि उद्धारकर्ता के सूली पर चढ़ाए जाने और पुनरूत्थान के बाद, वह प्राचीन अमेरिका के लोगों के पास आया था, जहां उसने अपना सुसमाचार सीखाया । उसने अपने गिरजे को संगठित किया और अपने शिष्यों से उनके बीच उसकी सेवकाई का अभिलेख रखने को कहा था ।
“यह अभिलेख,” मैंने बताना जारी रखा, “वही है जिसे हम मॉरमन की पुस्तक के तौर पर जानते हैं । यह यीशु मसीह की अन्य गवाही है । यह पवित्र बाइबिल के समान धर्मशास्त्र है ।”
अब तक, राजा बहुत रुचि लेने लगा था । मैं मिशन अध्यक्ष की ओर मुड़ा जो मेरे साथ थे और पूछा क्या उनके पास मॉरमन की पुस्तक थी । उन्होंने अपने ब्रीफकेस में से एक निकाली ।
मैंने इसमें से 3 नफी अध्याय 11, खोला, और राजा और मैंने नफाइयों के लिये उद्धारकर्ता के प्रवचन को पढ़ा । फिर मैंने मॉरमन की पुस्तक की वह प्रति उसे भेंट कर दी । उसके जवाब को मैं कभी भूल नहीं पाऊंगा: “आप मुझे हीरे और रूबीस दे सकते थे, लेकिन मेरे लिये यीशु मसीह के बारे में इस अतिरिक्त ज्ञान से अधिक अनमोल कुछ नहीं ।”
3 नफी में उद्धारकर्ता के वचनों की शक्ति को अनुभव करने के बाद, राजा ने कहा था, “यदि मैं परिवर्तित होता हूं और गिरजे से जुड़ता हूं, तो मैं अपनी संपूर्ण जनजाति को अपने संग लाऊंगा ।”
“ओ, राजा,” मैंने जवाब दिया, “यह इस तरह काम नहीं करता । परिवर्तन व्यक्तिगत मामला है । उद्धारकर्ता ने नफाइयों की एक एक करके सेवकाई की थी । प्रत्येक व्यक्ति यीशु मसीह के सुमाचार की साक्षी और गवाही प्राप्त करता है ।”
मेरे भाइयों और बहनों, मॉरमन की पुस्तक आपके लिये कितनी अनमोल है ? यदि आपको हीरे या रूबीस या मॉरमन की पुस्तक दी जाती है, तो आपको किस को चुनोगे ? सच में, आपके लिये कौन अधिक मूल्यवान है ?
याद कीजिये अप्रैल 2017 के महा सम्मेलन के प्रात:कालिन सत्र में, अध्यक्ष थॉमस एस. मॉनसन ने हम में से “प्रत्येक को प्रार्थना-पूर्वक मॉरमन की पुस्तक का प्रतिदिन अध्ययन और मनन करने के लिये कहा था ।” बहुतों ने हमारे भविष्यवक्ता की याचना का जवाब दिया है ।
मैं आपको बता दूं कि न तो मैं और न ही आठ वर्ष का रीले जानता था कि कोई हमारी फोटो ले रहा था । ध्यान दें रीले अपनी मॉरमन की पुस्तक “I Am a Child of God” पुस्तक चिन्ह की सहायता से पढ़ रहा है ।
कुछ शक्तिशाली होता है जब परमेश्वर का बच्चा उसके और उसके प्रिय पुत्र के बारे में अधिक जानना चाहता है । इन सच्चाइयों को इतनी अधिक स्पष्टता और प्रभावशाली रूप से कहीं और नहीं सीखाया जाता है सिवाए मॉरमन की पुस्तक के ।
छह महिने पहले अध्यक्ष मॉनसन की चुनौती के बाद, मैंने उनकी सलाह का पालन करने की कोशिश की है । अन्य बातों के अलावा, मैंने सूची बनाई है कि मॉरमन की पुस्तक क्या है, यह किस की पुष्टि करती, किस का खंडन करती है, क्या , पूराकरती है, क्या स्पष्ट करती है, और यह क्या प्रकट करती है । मॉरमन की पुस्तक की इस तरह से जांच करना एक गहरा और प्रेरणादायक अनुभव रहा है ! मैं ऐसा करने के लिये आप सबों को कहता हूं ।
इन छह महिनों के दौरान, मैंने बहुत से समुहों को निमंत्रित किया था ---बारह परिषद के मेरे भाइयों, चिली के प्रचारकों, और मिशन अध्यक्षों और उनकी पत्नियों सहित अर्जनटीना में एकत्रित हुए थे तीन संबंधित प्रश्नों पर विचार करने के लिये जो मैं आज आप से विचार करने की विनती करता हूं :
पहला, बिना मॉरमन की पुस्तक के आपका जीवन क्या होगा ? दूसरा, आपको क्या मालूम नहीं होता ? और तीसरा, आपके पास क्या नहीं होता ?
इन समुहों से उत्साहपूर्ण जवाब सीधे उनके हृदयों से निकले थे । ये उनकी टिप्पणियों में से कुछ हैं:
“मॉरमन की पुस्तक के बिना, मैं बहुत सी बातों के विषय में असंगत शिक्षाओं और विचारों के कारण उल्झन में रहता । मैं वैसा ही रहता जैसा मैं गिरजे को पाने से पहले था, जब मैं ज्ञान, विश्वास, और आशा की खोज कर रहा था ।”
एक ने कहा: “मुझे पवित्र आत्मा की मेरे जीवन में भूमिका के बारे में मालूम नहीं होता ।”
दूसरा: “मैं स्पष्टरूप से यहां पृथ्वी पर अपने उद्देश्य को समझ न पाता !”
अन्य प्रतिवादी ने कहा: “मैं नहीं जान पाता कि इस जीवन के बाद विकास निरंतर जारी रहता है । मॉरमन की पुस्तक के कारण, मैं जानता हूं कि मृत्यु के बाद वास्तव में जीवन है । यही वह उच्चतम लक्ष्य है जिसके लिये हम कार्य कर रहे हैं ।”
अंतिम टिप्पणी ने मुझे दशकों पहले अपने जीवन जब मैं युवा डॉक्टर था, पर विचार करने के लिये मजूबर किया । डॉक्टर के गंभीर कर्तव्यों मे से एक है, समय समय पर, परिवार को सूचित करना जब उनका कोई प्रियजन ऑपरेशन के दौरान गुजर जाता है । उस हस्पताल में जहां मैं काम करता था, वहां गद्देदार दीवारों वाला एक विशेष कक्ष बनाया गया था जहां परिवार को इस प्रकार का समाचार बताया जाता । वहां, कुछ लोग अपने सिरों को उन गद्देदार दीवारों पर मार कर अपने दुख को प्रकट करते थे । उन लोगों को सीखाने की मेरी बहुत इच्छा थी कि मृत्यु, यद्यपि जीवित प्रियजनों के लिये कठीन है, फिर भी हमारे नश्वर जीवन का एक जरूरी हिस्सा है । मृत्यु हमें अगले संसार में प्रगति करने का मौका देती है ।
मेरे प्रश्न के एक अन्य प्रतिवादी ने कहा: “मुझे तब तक जीवन नहीं प्राप्त हुआ था जब तक मैंने मॉरमन की पुस्तक को नहीं पढ़ा था । यद्यपि में अपने पूरे जीवन-भर प्रार्थना करता और अपने गिरजे जाता था, मॉरमन की पुस्तक ने मुझे वास्तव में स्वर्गीय पिता के साथ बातचीत करने में पहली बार मेरी मदद की थी ।”
दूसरे ने कहा: “बिना मॉरमन की पुस्तक के, मैं समझ नहीं पाता कि उद्धारकर्ता ने न केवल मेरे पापों के लिये कष्ट सहे, बल्कि वह मेरे दर्द और दुखों को भी दूर कर सकता है ।”
और फिर एक अन्य ने कहा: “मैं नहीं जान पाता कि हमारा मार्गदर्शन करने के लिये हमारे पास भविष्यवक्ता हैं ।”
स्वयं को मॉरमन की पुस्तक की सच्चाइयों में लीन रखना जीवन-बदलने वाला अनुभव हो सकता है । हमारी प्रचारक पड़-पोतियों में से एक, बहन ओलिविया नेलसन, ने एक जांचकर्ता से वादा किया कि यदि वह प्रतिदिन मॉरमन की पुस्तक पढ़ेगा, तो उसके विश्वविद्यालय परिक्षाओं के अंकों में सुधार होगा । उसने वैसा किया, और उसके अंकों में सुधार हुआ
मेरे प्रिय भाइयों और बहनों, मैं गवाही देता हूं कि मॉरमन की पुस्तक वास्तव में परमेश्वर का वचन है । इसमें जीवन के अति महत्वपूर्ण प्रश्नों के उत्तर शामिल हैं । यह मसीह का सिद्धांत सीखाती है ।. यह उन “स्पष्ट और बहुमूल्य”सच्चाइयों पर अधिक प्रकाश डालती और स्पष्ट करती है जो शताब्दियां गुजर जाने के बाद और बाइबिल के बहुत से अनुवादों के कारण खो गई थी ।
मॉरमन की पुस्तक यीशु मसीह के प्रायश्चित के अन्य कहीं पाए जाने वाले ज्ञान से अधिक परिपूर्ण और अधिकृत ज्ञान उपलब्ध कराती है । यह सीखाती है फिर से जन्म लेने का अर्थ क्या है । मॉरमन की पुस्तक से हम बिखरे हुए इस्राएल के एकत्रित होने के बारे में सीखते हैं । हम जानते हैं कि हम यहां पृथ्वी पर क्यों हैं । ये और अन्य सच्चाइयां किसी अन्य पुस्तक के मुकाबले मॉरमन की पुस्तक में अधिक प्रभावशाली और प्रेरणादायक रूप से सीखाई जाती हैं । यीशु मसीह के सुसमाचार की संपूर्ण शक्ति मॉरमन की पुस्तक में है । बस ।
मॉरमन की पुस्तक स्वामी की शिक्षाएं और शैतान की चालाकियों दोनों को स्पष्ट करती है । मॉरमन की पुस्तक झूठी धार्मिक परंपराओं को पराजित करने के लिये सच्चे सिद्धांत को सीखाती है --- जैसे नवजात शिशुओं का बपतिस्मा करने की गलत प्रथा । मॉरमन की पुस्तक अनंत जीवन की संभावनाओं और अनंत सुख का मनन करने पर जोर देकर जीवन को उद्देश्य प्रदान करती है । मॉरमन की पुस्तक इस झूठे भरोसे को तोड़ती है कि सुख दुष्टता में मिल सकता है और कि परमेश्वर की उपस्थिति में वापस जाने के लिये केवल व्यक्तिगत भलाई की आवश्यकता होती है । यह इन झूठी परिकल्पनाओं को हमेशा के लिये खंडित करती है कि प्रकटीकरण बाइबिल के साथ समाप्त हो गए हैं और कि आज स्वर्ग से बातचीत नहीं हो सकती है ।
जब मैं मॉरमन की पुस्तक के विषय में सोचता हूं, तो मैं शब्द शक्ति के विषय मे सोचता हूं । मॉरमन की पुस्तक की सच्चाइयों में हमारी आत्माओं को चंगा करन्, दिलासा देने, पुनास्थापित करने, राहत देने, ढाढस बांधने, सामर्थ देने, और उत्साहित करने की शक्ति है ।
मेरे प्रिय भाइयों और बहनों, मैं वादा करता हूं कि जब आप प्रार्थनापूर्वक प्रतिदिन मॉरमन की पुस्तक का अध्ययन करते हैं, तो आप बेहतर निर्णय लेंगे---प्रतिदिन । मैं वादा करता हूं कि जब आप उसका मनन करते हो जो आपने अध्ययन किया है, तो स्वर्ग के झरोखे खुल जाएंगे, और आपको अपने प्रश्नों के उत्तर और स्वयं के जीवन के लिये मार्गदर्शन मिलेगा । मैं वादा करता हूं कि जब आप प्रतिदिन मॉरमन की पुस्तक में लीन होते हो, तो समय की बुराइयों से आप सुरक्षित हो सकते हो, जैसे पोर्नोग्राफी का गंभीर रोग और अन्य बुरी आदतें जो आपको आत्मिक बातों के प्रति असंवेदनशील बनाती हैं ।
जब कभी मैं किसी को कहते सुनता हूं, जिसमें मैं भी शामिल हूं, कि “मुझे मालूम है मॉरमन की पुस्तक सच्ची है,” मैं जोर दे कर कहना चाहता हूं, “यह अच्छी बात है, लेकिन इतना ही काफी नहीं है !” हमें अपने हृदयों की गहराई से महसूस करने की आवश्यकता है, कि मॉरमन की पुस्तक निसंदेहरूप से परमेश्वर का वचन है । हमें इसे इतनी गहराई से महसूस करना चाहिए कि जीवन में हम कभी भी इसके बिना न रहना चाहें । मैं इसे कहने में अध्यक्ष ब्रिंगम यंग (1801–77) के ब्यान दोहराना चाहूंगा, “मैं चाहता हूं कि लोगों को” मॉरमन की पुस्तक की सच्चाई और शक्ति के प्रति “जगाने के लिये मेरे पास गर्जन के सात आवाजें हों” ।
हमें इस युवा प्रचारक के समान होना चाहिए जो यूरोप में सेवा कर रहा है जिसने मॉरमन की पुस्तक की सच्चाई को इतनी गहराई से महसूस किया कि वह सचमुच में इस पवित्र अभिलेख की प्रति लेकर उस व्यक्ति की ओर दौड़ा जो उसे और उसके साथी ने पार्क में मिला था ।
मैं गवाही देता हूं कि जोसफ स्मिथ इस अंतिम प्रबंध का भविष्यवक्ता था और है । यह वही था जिसने, परमेश्वर के उपहार और शक्ति द्वारा, इस पवित्र पुस्तक का अनुवाद किया था । यह वही पुस्तक है जो संसार को प्रभु के द्वितीय आगमन के लिये तैयार करने में मदद करेगी ।
मैं गवाही देता हूं यीशु मसीह हमारे जीवित परमेश्वर का वास्तविक और जीवित पुत्र है । वह हमारा उद्धारकर्ता है, हमारा मुक्तिदाता, हमारा महान उदाहरण, और पिता के पास हमारा सहायक । वह वादा किया गया मसीहा, अमर मसीहा, और हजार वर्षों का मसीहा होगा । मैं अपनी संपूर्ण आत्मा से गवाही देता हूं कि बहुत चमत्कारिक और बेजोड़ तरीके से, मॉरमन की पुस्तक हमें यीशु मसीह और उसके सुसमाचार के विषय में सीखाती है ।
मैं जानता हूं कि भविष्यवक्ता थॉमस एस. मॉनसन आज पृथ्वी पर परमेश्वर के भविष्यवक्ता हैं । मैं उनसे प्रेम करता हूं और अपने संपूर्ण हृदय से उनका समर्थन करता हूं । यह गवाही मैं यीशु मसीह के पवित्र नाम में देता हूं, आमीन ।
अध्यक्ष नेलसन की मॉरमॉन की पुस्तक की सूची
मॉरमॉन की पुस्तक है:
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यीशु मसीह के एक और वसीयतनामा इसके प्रमुख लेखकों-नेफ़ी, याकूब, मॉर्मन, मोरोनी-और इसके अनुवादक, जोसेफ स्मिथ, सभी परमेश्वर की चश्मदीद थे।
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प्राचीन अमेरिका में रहने वाले लोगों के लिए उनकी सेवा का एक रिकॉर्ड
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सच है, जैसा कि परमेश्वर स्वयं द्वारा प्रमाणित है।
मॉर्मन की पुस्तक पुष्टि करती है:
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स्वर्गीय पिता और उसके प्यारे बेटे, यीशु मसीह की व्यक्तिगत पहचान ।
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आदम के पतन और हव्वा के ज्ञान की आवश्यकता, जिससे मनुष्य खुशी पा सकें।
मॉर्मन की पुस्तक इनकार करते हैं इन विचारों को कि:
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प्रकटीकरण बाइबिल के साथ समाप्त हुआ ।
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शिशुओं को बपतिस्मा लेने की ज़रूरत है ।
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दुष्टता में खुशी पायी जा सकती है ।
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उच्चता के लिए व्यक्तिगत भलाई पर्याप्त है (अध्यादेश और वाचाएं आवश्यक हैं) ।
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एडम के पतन ने मानव जाति को “मूल पाप” के साथ दागे रखा।
मॉर्मन की पुस्तक बाइबल की भविष्यवाणियों को पूरा करता है कि:
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“अन्य भेड़ें उसकी आवाज को सुनेंगी ।
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परमेश्वर चमत्कार के कार्य और आश्चर्य करेगा, धूल से बोलते हुए ।
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यहूदा की लकड़ी और जोसफ की लकड़ी एक हो जाएंगी ।
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अंतिम दिनों में बिखरा हुआ इस्राएल एक होगा, और यह कैसे किया जाएगा ।
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जोसफ के वशं के लिये पैतृक भूमि अमेरिकी गोलार्ध है ।
मॉरमन की पुस्तक निम्न की समझ को स्पष्ट करती है:
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हमारा नश्वरपूर्व अस्तित्व ।
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मृत्यु । यह परमेश्वर की सुख की योजना में आवश्यक तत्व है ।
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मरणोत्तर अस्तित्व स्वर्गलोक में आरंभ होता है ।
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पुर्नजीवित शरीर, इसकी आत्मा के संग मिलकर, एक अमर आत्मा बन जाता है ।
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प्रभु द्वारा हमारा न्याय हमारे कामों और हमारे हृदय की इच्छाओं के अनुसार होगा ।
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विधियों को कैसे उचितरूप से किया जाना चाहिए: उदाहरण के लिये, बपतिस्मा, प्रभुभोज, पवित्र आत्मा प्रदान करना ।
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यीशु मसीह का प्रायश्चित ।
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पुनरूत्थान ।
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स्वर्गदूतों के महत्वपूर्ण भूमिका ।
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पौरोहित्य की अनंत प्रकृति ।
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कैसे मानव व्यवहार तलवार की शक्ति से अधिक वचन की शक्ति द्वारा प्रभावित होता है ।
मॉरमन की पुस्तक उस सूचना को प्रकट करती है जो पहले अनजान थी :
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यीशु मसीह के जन्म से पहले बपतिस्मे किए जाते थे ।
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मंदिर प्राचीन अमेरिका में लोगों द्वारा बनाए और उपयोग किए जाते थे ।
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युसफ, इस्राएल के 11वें बेटे ने जोसफ स्मिथ की भविष्यवक्ता संबंधी भूमिका पहले से देखा था ।
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नफी (600–592 ई.पू.) अमेरिका की खोज और उपनिवेश बनाए जाने को पहले से देखा ।
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बाइबिल के स्पष्ट और बहुमूल्य हिस्से खो गए हैं ।
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मसीह का प्रकाश प्रत्येक व्यक्ति को दिया गया है ।
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व्यक्तिगत स्वतंत्रता का महत्व और सब बातों में विरोध की जरूरत ।
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“गुप्त संगठनों” के बारे में चेतावनियां ।