“आओ, मेरे पीछे हो लो“
यीशु मसीह हमें हमारे स्वर्गीय माता-पिता और वे जिनसे हम प्रेम करते हैं उनके वापस घर जाने के लिए अनुबंध के मार्ग लेने का निमंत्रण देता है ।
मेरे प्यारे भाइयों और बहनों, मेरी पत्नी वेंडी और मैं इस सब्त की सुबह आपके साथ होने में आनंदित हैं । हमारे पिछले महा सम्मेलन के बाद से बहुत कुछ हुआ है । नए मंदिर कॉनसेपियोन, चिली; बैरेंक्विला, कोलंबिया; और रोम, इटली में समर्पित किए गए हैं । हमने इन पवित्र समारोहों में आत्मा की समृद्ध प्रभाव को अनुभव किया था ।
मैं उन महिलाओं (और पुरुषों) को बधाई देता हूं जिन्होंने हाल ही में मॉरमन की पुस्तक पढ़ी है और आनंद और छिपे हुए खजाने को पाया हैं । मैं प्राप्त किए गए चमत्कारों के बारे में रिपोर्टों से प्रेरित हुआ हूं ।
मुझे 11 साल के उन युवकों को देखकर बहुत खुशी होती है, जो अब डीकनों के रूप में, हर रविवार योग्यता से प्रभु-भोज बांटते हैं । वे हमारी 11 वर्षीय युवतियों के साथ मंदिर जाते हैं, जो अब बीहाईव के रूप में उत्सुकता से सीख और सेवा कर रही हैं । युवक और युवतियां दोनों स्पष्टता और दृढ़ विश्वास के साथ सुसमाचार की सच्चाइयों का प्रचार कर रहे हैं ।
मैं उन बच्चों और युवाओं के साथ खुशी मनाता हूं जो अपने घरों में सुसमाचार सीखाने में सहायता कर रहे हैं क्योंकि वे अपने माता-पिता के साथ घर-केंद्रित, गिरजा-समर्थित पाठ्यक्रम का पालन करने के लिए कार्य करते हैं ।
हमें चार वर्षीय ब्लेक का यह फोटो मिला है, जिसने, शनिवार की सुबह जल्दी, गिरजे की एक पुस्तक को पकड़ा और चिल्लाया, “मुझे अपनी आत्मा खिलाने की जरूरत है !“
ब्लेक, हम आपसे और अन्य लोगों से रोमांचित हैं, जो यीशु मसीह के पुनास्थापित सुसमाचार की सच्चाइयों पर दावत लेकर अपनी आत्माओं को खिलाना पसंद कर रहे हैं । और हमें यह जानकर खुशी होती है कि कई लोग अपने जीवन में परमेश्वर की शक्ति प्राप्त कर रहे हैं क्योंकि वे मंदिर में आराधना और सेवा करते हैं ।
जैसा कि आप में से बहुत से लोग जानते हैं कि हमारे परिवार ने तीन महीने पहले एक कोमल वियोग को अनुभव किया था जब हमारी बेटी वेंडी इस नश्वर संसार से चली गई । कैंसर से अपनी लड़ाई के अंतिम समय में, मुझे अपनी बेटी के साथ हमारी विदाई बातचीत करने का अवसर मिला ।
मैंने उसके हाथ पकड़े और उसे बताया कि मैं उससे बहुत प्यार करता हूं और मैं उसका पिता बनने का बहुत आभारी हूं । मैंने कहा: “आपने मंदिर में विवाह किया और अपने अनुबंधों का पालन किया । आपने और आपके पति ने अपने घर में सात बच्चों का स्वागत किया और उनका यीशु मसीह, गिरजे के सहासी सदस्यों, और नागरिकों का योगदान करने के लिए पालन पोषण किया । और उन्होंने अपने समान जीवनसाथी चुने हैं । आपके डैडी को आप पर बहुत, बहुत गर्व है । आपने मुझे बहुत आनंद दिया है !“
उसने शांति से जवाब दिया, “धन्यवाद, डैडी ।“
यह हमारे लिए एक कोमल, उदासी का क्षण था । उसके 67 वर्षों के दौरान, हमने एक साथ कार्य किया, एक साथ गाया, और अक्सर एक साथ स्किड किया । लेकिन उस शाम, हमने उन चीजों के बारे में बात की, जो अत्याधिक महत्व रखती हैं, जैसे कि अनुबंध, विधियां, आज्ञाकारिता, विश्वास, परिवार, निष्ठा, प्रेम और अनंत जीवन ।
हमें अपनी बेटी की बहुत याद आती है । हालांकि, यीशु मसीह के पुनास्थापित सुसमाचार के कारण, हम उसकी चिंता नहीं करते हैं । जब हम परमेश्वर के साथ अपने अनुबंधों का पालन करना जारी रखते हैं, तो हम फिर से उसके साथ होने की आशा करते हैं । इस दौरान, हम यहां प्रभु की सेवा कर रहे हैं और वह वहां … स्वर्ग में उसकी सेवा कर रही है ।
असल में, इस वर्ष के आरंभ में मैंने और मेरी पत्नी ने पैरडाइस का दौरा किया – अर्थात पैरडाइस, कैलिफोर्निया का । हमारी बेटी के इस संसार से चले जाने के 40 घंटे से भी कम समय के बाद वहां का हमारा निर्धारित दौरा हुआ । हम, एल्डर केविन डब्ल्यू. पियर्सन और उनकी पत्नी, जून के साथ, चिको कैलिफोर्निया स्टेक के संतों से घिरे हुए थे । हमने उनके महान विश्वास, उनकी सेवकाई और उन चमत्कारों के बारे में जाना, जो कैलिफोर्निया के इतिहास में सबसे विनाशकारी जंगल की आग से हुए भयानक नुकसान के बीच भी हुए थे ।
वहां रहते हुए, हमने एक युवा पुलिस अधिकारी जॉन से विस्तार में बात की, जो सबसे पहले वहां पहुंचने वाले कई सहासी लोगों में से एक था । उन्होंने पैरडाइस में 8 नवंबर 2018 को घने अंधकार को याद किया, जब आग की लपटें और अंगारें शहर के बीच प्रबल हुए थे, जिसने संपत्ति और जायदाद को उजाड़ कर रख दिया और राख के ढेर और ईंट की चिमनियों के अलावा कुछ भी नहीं बचा ।
15 घंटे तक, जॉन ने एक घनघोर अंधेरे के बीच गाड़ी दौड़ाई, जो कि भंयकर अंगारों के लपटों से दहक रहा था जब उसने व्यक्ति के बाद व्यक्ति, परिवार के बाद परिवार की सुरक्षित बचने में मदद की – यह सब उसने स्वयं के जीवन को खतरे में डालकर किया । फिर भी उस कठोर परिश्रम के दौरान, जिससे जॉन सबसे ज्यादा घबराया था, वह यह प्रश्न था कि “मेरापरिवारकहां है ?“ घंटों तक दिल दहलाने वाली पीड़ा के बाद, आखिरकार उसे उनके सुरक्षित बच जाने का पता चला ।
अपने परिवार के लिए जॉन की चिंता के कारण मैं आज उन लोगों से बात करने के लिए प्रेरित हुआ हूं, जो जानना चाहते हैं कि उनके नश्वर जीवन का अंत होने पर, “मेरा परिवार कहांहोगा ?“ उस आने वाले दिन में जब आप अपनी नश्वर अवधि पूरी लेंगे और आत्मा के संसार में प्रवेश करेंगे, तो उस दिल दहला देने वाले प्रश्न के साथ आपका आमना-सामना होगा: “मेरा परिवार कहांहै ?“
यीशु मसीह हमारे अनंत घर वापस जाने का मार्ग सीखाता है । वह हमारे स्वर्गीय पिता की अनंत प्रगति की योजना को हम सबों से बेहतर जानता है । आखिरकार, वह इस सब का सिरे का पत्थर है । वह हमारा उद्धारकर्ता, हमारा चंगा करने वाला और हमारा उद्धारकर्ता है ।
जब से आदम और हव्वा को अदन की वाटिका से निकाला गया था, तब से यीशु मसीह ने उन सभी की सहायता करने के लिए अपनी शक्तिशाली बांह फैलाता है, जो उसका अनुसरण करना चाहते हैं । बार-बार, धर्मशास्त्र बताते हैं कि सभी प्रकार के लोगों से सभी प्रकार के पापों के बावजूद, उसकी बाहें अभी भी फैली हुई हैं ।
हम में से प्रत्येक की आत्मा स्वाभाविक रूप से परिवार के प्यार के लिए हमेशा तड़पती रहती है । प्रेम गीत एक झूठी आशा को समाप्त कर देते हैं कि यदि आप हमेशा के लिए एक साथ रहना चाहते हैं तो आपको केवल प्रेम की आवश्यकता है । और कुछ गलती से भरोसा करते हैं कि यीशु मसीह का पुनरुत्थान प्रतिज्ञा करता है कि सभी लोग मृत्यु के बाद अपने प्रियजनों के साथ रहेंगे ।
वास्तव में, उद्धारकर्ता ने यह एकदम स्पष्ट कर दिया है कि जबकि उसका पुनरुत्थान यह विश्वास दिलाता है कि जो व्यक्ति कभी जीवित था, वह वास्तव में पुनाजीवन प्राप्त करेगा और हमेशा के लिए जीवित रहेगा, यदि हम उत्कृष का उच्च विशेषाधिकार प्राप्त करना चाहते हैं, तो इससे अधिक करने की आवश्यकता है । उद्धार एक व्यक्तिगत विषय है, लेकिन उत्कृष एक पारिवारिक विषय है ।
प्रभु यीशु मसीह द्वारा अपने भविष्यवक्ता से बोले गए इन शब्दों को सुनें: “सभी अनुबंधों, इकरारनामे, बंधनों, दायित्वों, शपथों, वचनों, प्रदर्शनों, संबंधों, समितियों, या आशाओं, जो पवित्र आत्मा की प्रतिज्ञा द्वारा नहीं बनाए और कायम और मुहरबंद किए जाते हैं, … में कोई क्षमता, प्रभाव, या बल नहीं है मरे हुओं से जी उठने में और इसके बाद; क्योंकि सारे इकरारनामे जो इस उद्देश्य से नहीं बनाए जाते हैं मनुष्य की मृत्यु के साथ समाप्त हो जाते हैं ।“
तो, एक परिवार को हमेशा के लिए उत्कृष करने के लिए क्या चाहिए ? हम परमेश्वर के साथ अनुबंध के बनाने, उन अनुबंधों का पालन करने और आवश्यक विधियों प्राप्त करके उसविशेषाधिकार के योग्य होते हैं ।
यह समय के आरंभ से सच रहा है । आदम और हव्वा, नूह और उसकी पत्नी, अब्राहम और सारा, लेही और सरैया, और यीशु मसीह के सभी अन्य निष्ठावान शिष्यों ने - जब से संसार रचा गया था - परमेश्वर के साथ यहीअनुबंध बनाए हैं । उन्होंने वही विधियां प्राप्त की थीं जो हम आज प्रभु के पुनास्थापित गिरजे के सदस्यों के रूप में बपतिस्मा और मंदिर में प्राप्त करते हैं ।
उद्धारकर्ता सभी को बपतिस्मा के जल में जाकर उसका अनुसरण करने, और समय के साथ, मंदिर में परमेश्वर के साथ अतिरिक्त अनुबंध बनाने और प्राप्त करने और इसके अतिरिक्त आवश्यक विधियों के प्रति वफादार रहने के लिए आमंत्रित करता है । इन सभी की आवश्यकता है यदि हम अपने परिवारों के साथ और परमेश्वर के साथ हमेशा के लिए उत्कृष होना चाहते हैं ।
मेरे हृदय की पीड़ा है कि बहुत से लोग जिनसे मैं प्रेम करता हूं, जिनकी मैं प्रशंसा करता हूं, और जिनका मैं आदर करता हूं उसके निमंत्रण अस्वीकार करते हैं । वे यीशु मसीह की याचना को अनदेखा कर देते हैं जब वह कहता है, “आओ, मेरे पीछे हो लो ।“
मैं जानता हूं प्रभु के आंसू क्यों निकलते हैं । मेरे भी ऐसे मित्रों और रिश्तेदारों के लिए आंसू निकलते हैं । वे बढ़िया पुरुष और महिलाएं हैं, अपने परिवार और नागरिक जिम्मेदारियों के प्रति समर्पित हैं । वे उदारता से अपने समय, ऊर्जा और संसाधनों को देते हैं । और उनके प्रयासों से संसार बेहतर हुआ है । लेकिन उन्होंने परमेश्वर के साथ अनुबंध नहीं बनाने का चुनाव किया है । उन्हें वे विधियां नहीं मिली हैं जो उन्हें उनके परिवारों के साथ उत्कृष देंगी और उन्हें सदा के लिए एक साथ बांध देंगी ।
मेरी बहुत इच्छा है कि मैं उन से मिलूं और उन्हें प्रभु के समर्थकारी कानूनों पर गंभीरता से विचार करने के लिए आमंत्रित करूं । मैं हैरान था कि मैं क्या कहूं जिससे वे महसूस करें कि उद्धारकर्ता उन्हें बहुत प्यार करता है, मैं उनसे बहुत प्रेम करता हूं, और यह जानने के लिए आएं कि कैसे अनुबंध पालन करने वाले महिलाएं और पुरुष “आनंद की पूर्णता“ प्राप्त कर सकते हैं ।
उन्हें यह समझने की जरूरत है कि इसके बाद उनके लिए एक स्थान है - अद्भुत पुरुषों और महिलाओं के साथ, जिन्होंने परमेश्वर के साथ अनुबंध बनाने का चुनाव नहीं किया है - यह वह स्थान नहीं है जहां परिवारों को फिर से संगठित किया जाएगा और हमेशा के लिए जीने और प्रगति करने का विशेषाधिकार दिया जाएगा । यह वह राज्य नहीं है जहां वे आनंद की पूर्णता का अनुभव करेंगे - कभी समाप्त न होने वाली प्रगति और खुशी का । वे सपूर्ण आशीषें केवल हमारे अनंत पिता परमेश्वर; उसके पुत्र, यीशु मसीह; और हमारे अद्भुत, योग्य और निपुण परिवार के सदस्यों के साथ महान सिलेस्टियल राज्य में रहकर आ सकती हैं ।
मैं अपने मितभाषी मित्रों से कहना चाहता हूं:
“इस जीवन में, आपने किसी भी कम सर्वश्रेष्ठ चीज के लिए कभी राजी नहीं हुए हैं । फिर भी, यदि आप यीशु मसीह के पुनास्थापित सुसमाचार को पूरी तरह से गले लगाने का विरोध करते हैं, तो आप कम सर्वश्रेष्ठ को चुनने का समझौता कर रहे हैं ।
“उद्धारकर्ता ने कहा, ‘मेरे पिता के घर में बहुत से भवन हैं ।‘ हालांकि, जब आप परमेश्वर से अनुबंध नहीं करना चाहते हैं, तो आप पूरे अनंत काल तक अपने सिर पर सबसे निम्न स्थान का समझौता कर रहे हैं ।“
मैं यह कहकर अपने मितभाषी मित्रों से विनति करूंगा:
“अपने हृदय को परमेश्वर पर उंडेल डालो । उससे पूछो कि क्या ये बातें सच हैं । उसके शब्दों का अध्ययन करने के लिए समय निकालें । वास्तव में अध्ययन ! यदि आप वास्तव में अपने परिवार से प्रेम करते हैं और यदि आप अनंत काल में उनके साथ उत्कृष होने की कामना करते हैं, तो अभी इसके लिये कार्य करें - गंभीर अध्ययन और जोशीली प्रार्थना के द्वारा - इन अनंत सच्चाइयों को जानने और फिर उनका पालन करने के लिए ।
“अगर आप निश्चित नहीं है कि परमेश्वर भी आप पर विश्वास करता हैं, तो इसके लिये अभी कार्य करें । यह जान लें कि परमेश्वर के साथ अनुभवों के अभाव में ही व्यक्ति परमेश्वर के अस्तित्व पर संदेह करता है । तो, स्वयं को ऐसी स्थिति में रखें जहां उसके साथ अनुभव प्राप्त हों । स्वयं को विनम्र बनाएं । अपने जीवन में और अपने आस-पास के संसार में परमेश्वर का हाथ देखने-वाली आंखों के लिये प्रार्थना करें । उससे पूछें कि क्या वह वास्तव में है - यदि वह आपको जानता है तो आपको बताएगा । उससे पूछें कि वह आपके बारे में कैसा महसूस करता है । और फिर, ध्यान दें ।”
मेरे ऐसी ही एक प्रिय मित्र का परमेश्वर के साथ अनुभव सीमित था । लेकिन वह अपनी दिवंगत पत्नी के साथ रहना चाहता था । इसलिये उसने मुझे उसकी मदद करने के लिए कहा । मैंने उसे मसीह के सिद्धांत को समझने और सुसमाचार की अनुबंधों, विधियों और आशीषों को जानने के लिए हमारे प्रचारकों के साथ मिलने के लिए प्रोत्साहित किया ।
उसने वैसा ही किया । लेकिन उसने महसूस किया कि उन्होंने उसे अपने जीवन में बहुत से बदलाव करने की सलाह दी । उसने कहा, “वे आज्ञाएं और अनुबंध मेरे लिए बहुत कठिन हैं । इसके अलावा, मैं शायद दसमांश का भुगतान नहीं कर सकता, और मेरे पास गिरजे में सेवा करने का समय नहीं है । फिर उसने मुझसे पूछा, “मैं मर जाता हूं, तो मेरी पत्नी और मेरे लिए आवश्यक मंदिर का कार्य कर देना ताकि हम फिर से एक साथ हो सकें ।”
शुक्र है, मैं इस व्यक्ति का जज नहीं हूं । लेकिन मैं ऐसे व्यक्ति के लिए प्रतिनिधि मंदिर कार्य के प्रभावों पर प्रश्न करता हूं, जिसे इस जीवन में बपतिस्मा लेने का – पौरोहित्य में नियुक्त किया जाने का और नश्वरता में रहते हुए मंदिर आशीषें प्राप्त करने का अवसर मिला हो - लेकिन फिर भी वह जानबूझ कर उस मार्ग को अस्वीकार करने का निर्णय लेता है ।
मेरे प्यारे भाइयों और बहनों, यीशु मसीह हमें हमारे स्वर्गीय माता-पिता और वे जिनसे हम प्रेम करते हैं उनके वापस घर जाने के लिए अनुबंध के मार्ग लेने का निमंत्रण देता है । वह हमें निमंत्रण देता है “आओ, मेरे पीछ हो लो“ ।
अब, उसके गिरजे के अध्यक्ष के रूप में, मैं उनसे याचना करता हूं कि जिन्होंने स्वयं को गिरजे से दूर कर लिया है और आपके साथ उनसे भी जिन्होंने अभी तक यह जानना नहीं चाहा है कि उद्धारकर्ता के गिरजे को पुनास्थापित किया गया है । अपने लिए पता लगाने के लिए आत्मिक कार्य करें, और कृपया इसे अभी करें । समय समाप्त होने को है ।
मैं गवाही देता हूं कि परमेश्वर जीवित है ! यीशु ही मसीह है । उसके गिरजे और उसके सुसमाचार की परिपूर्णता को हमारे जीवन को खुशी के साथ, यहां और इसके बाद आशीष देने के लिए पुनास्थापित किया गया है । मैं यह गवाही यीशु मसीह के नाम में देता हूं, आमीन ।