आत्मिकता और सुरक्षा के किले बनाओ
जब हम यीशु मसीह के सुसमाचार को जीते हैं, जब हम उद्धारकर्ता के प्रायश्चित पर भरोसा करते और विश्वास के साथ आगे बढ़ते हैं, भय से नहीं, तो हम शैतान के विरूद्ध मजबूत होते हैं ।
मेरे प्यारे भाइयों और बहनों, जब यह सम्मेलन समापन के निकट है, मैं पिछले दो दिनों के दौरान इस मंच से बांटे गए परामर्श, सच्चाइयों और प्रकटीकरण के लिए अपने पिता को स्वर्ग में धन्यवाद देता हूं । हमें उसके पवित्र शब्दों को बोलने के लिए नियुक्त परमेश्वर के सेवकों द्वारा सीखाया है । प्रभु ने हमें अंतिम-दिन के प्रकटीकरण में याद दिलाया है, “चाहे मेरी स्वयं की वाणी हो या … मेरे सेवकों की वाणी, यह एक ही है ।“
संतों की इस विशाल मंडली को और संसार भर में महा सम्मेलन देखने वाले सदस्यों को देखना, मुझे मॉरमन की पुस्तक में उस समय एकत्रित होने के समान लगता है जब यीशु मसीह सूली पर चढ़ाए जाने के बाद नफाइयों को प्रकट हुए थे । उसने उन्हें सुसमाचार सीखाया और फिर प्रोत्साहित किया, “तुम अपने घरों को जाओ, और जो बातें मैंने कही हैं, उन पर विचार करो, और मेरे नाम से पिता से पूछो, ताकि तुम समझ सको ।“
इस पवित्र स्थान में बोले गए भविष्यवक्ताओं और गिरजे के मार्गदर्शकों के शब्दों को हृदय में रखते हुए, “अपने घरों में जाओ, और मनन करो“ यह अगला कदम है । मसीह-केंद्रित घर उस समय में पृथ्वी पर परमेश्वर के राज्य के लिए किले हैं, जब भविष्यवाणी के अनुसार, शैतान “मानव संतान के हृदयों में द्वेष उत्पन्न करेगा, और उन्हें भलाई के विरूद्ध उत्तेजित करेगा ।“
लोगों ने शत्रु को बाहर रखने के लिए पूरे इतिहास में किले बनाए हैं । अक्सर उन किलों में एक सुरक्षा मिनार होती थी जहां पहरेदार - जैसे भविष्यद्वक्ता - सेनाओं और आक्रमणों की चेतावनी देते थे ।
आरंभिक यूटाह पथप्रदर्शक समय में, मेरे परदादा थॉमस रासबैंड और उनका परिवार अध्यक्ष ब्रिघम यंग द्वारा हेबर घाटी में भेजे गए कुछ पहले बसने वालों में से थे ।
1859 में, थॉमस ने अपनी सुरक्षा के लिये हेबर किले के निर्माण में सहायता की । यह कॉटनवुड के लट्ठों को एक दूसरे के बगल में रखते हुए किले के समान घेरा बनाते हुए एक सरल संरचना थी । उस साधारण दीवार का उपयोग करके किले के अंदर लट्ठे की कोठरियां बनाई गई थीं । इस संरचना ने उन पथप्रदर्शक परिवारों के लिए सुरक्षा और हिफाजत प्रदान की, जब वे जड़ें जमा रहे थे और प्रभु की उपासना करते थे ।
ऐसा ही हमारे साथ भी है । हमारे घर संसार की बुराइयों के विरूद्ध किले हैं । हमारे घरों में हम धर्मशास्त्रों का अध्ययन करने और मिलकर प्रार्थना करने, और अनुबंध मार्ग पर एक दूसरे की सहायता करके उसकी आज्ञाओं का पालन करना सीखकर मसीह के निकट आते हैं । पाठ्यक्रम के माध्यम से घर में व्यक्तिगत और पारिवारिक अध्ययन पर नया जोर देने के लियेआओ, मेरे पीछे हो लो बनाया गया है “हमारे परिवर्तन को गहरा करने और हमें यीशु मसीह की तरह बनने में सहायता के लिए ।“ ऐसे करते हुए हम परमेश्वर के अनुरूप अपने हृदय और आत्माओं के साथ वैसे बन जाएंगे जिसे पौलुस ने “नए प्राणी“ कहा था । यह शक्ति हमें शैतान के हमलों का सामना करने और रोकने के लिये चाहिए ।
जब हम यीशु मसीह में विश्वास से उत्पन्न भक्ति के साथ रहते हैं, तो हम पवित्र आत्मा की शांतिपूर्ण उपस्थिति को महसूस करेंगे, जो सच्चाई के लिए हमारा मार्गदर्शन करती है, हमें प्रभु के आशीष के योग्य रहने के लिए प्रेरित करती, और गवाही देती है कि परमेश्वर जीवित है और हम से प्रेम करता है । यह सब हमारे स्वयं के घरों के किले के भीतर होता है । लेकिन याद रखिए, हमारे घर केवल उतने ही शक्तिशाली हैं जितनी दीवारों के भीतर रहने वाले हममें से प्रत्येक की आत्मा शक्तिशाली है ।
अध्यक्ष रसल एम. नेलसन ने सीखाया है, “आने वाले समय में, पवित्र आत्मा के मार्गदर्शन, निर्देशन, आराम और निरंतर प्रभाव के बिना आत्मिक रूप से जीवित रहना संभव नहीं होगा ।“ वर्तमान समय में, हमारे किले, अंतिम-दिनों के संतों के यीशु मसीह के गिरजे, की मिनार पर पहरेदार के रूप में, प्रभु का जीवित भविष्यवक्ता, दूर-दर्शी, और प्रकटीकर्ता, शत्रु को आगे बढ़ते हुए देखता है ।
भाइयों और बहनों, मनुष्य की आत्माएं बचाने के लिए हम शैतान के साथ युद्ध कर रहे हैं । हमारे पृथ्वी-पूर्व जीवन में ही इस युद्ध की रेखाएं खींची गई थीं । शैतान और स्वर्ग के हमारे पिता के बच्चों का एक-तिहाई भाग उद्धार की उनकी प्रतिज्ञा से से हट गया था । उस समय से, शैतान के अनुचर उन विश्वासियों से लड़ रहे हैं जो पिता की योजना को चुनते हैं ।
शैतान जानता है कि उसके दिन गिनती के रह गए हैं और कि समय कम होता जा रहा है । चालाक और दुष्ट के रूप में, वह नहीं जीत नहीं पाएगा । हालांकि, हम में से प्रत्येक की आत्मा के लिए उसकी लड़ाई तीव्र होती जा रही है ।
अपनी सुरक्षा के लिए, हमें आत्मिकता और सुरक्षा के किले का निर्माण करना चाहिए, एक ऐसा किला जिसे शैतान द्वारा भेदा न जा सके ।
शैतान एक कपटी सांप है, जो हमारे मन और हृदय में घुस जाता है जब हम अपनी सुरक्षा को हटाते, निराशा का सामना करते, या आशा छोड़ देते हैं । वह हमें चापलुसी, दुख दूर करने की प्रतिज्ञा, दिलासा, या अस्थाई प्रसिद्धि का प्रलोभन देता है जब हम परेशान होते हैं । वह अभिमान, कठोरता, बेईमानी, असंतोष और अनैतिकता को सही ठहराता है, और समय बीतने के साथ हम “संवेदनहीन“ हो जाते हैं । आत्मा हमारा त्याग कर सकती है । “और इस प्रकार शैतान उनकी आत्माओं को धोखा देगा, और जानबूझकर उन्हें नरक में ले जाएगा ।“
इसके विपरीत, हम अक्सर आत्मा को बहुत शक्तिशाली रूप से महसूस करते हैं जब हम परमेश्वर की स्तुति गाते हैं इन शब्दों के समान:
जब हम आत्मिक शक्ति का एक किला बनाते हैं, तो हम शैतान के हमलों को दूर कर सकते हैं, उसे अनदेखा कर सकते हैं और आत्मा की शांति महसूस कर सकते हैं । हम अपने परमेश्वर और उद्धारकर्ता के उदाहरण का अनुसरण कर सकते हैं, जिसने, जब निर्जन प्रदेश में प्रलोभन दिया गया था, ने कहा था “हे शैतान, मेरे सामने से दूर हो ।“ हम सभी को जीवन के अनुभवों से सीखना होगा कि इसे कैसे करना है ।
इस तरह के धर्मी उद्देश्य का मॉरमन की पुस्तक में अच्छी तरह से वर्णन किया गया है जब कप्तान मोरोनी ने नफाइयों को धोखेबाज, रक्तपात और सत्ता के भूखे अमालिकिया के हमलों का सामना करने के लिए तैयार किया । मोरोनी ने नफाइयों की रक्षा के लिए किले बनवाए “ताकि वे अपने प्रभु परमेश्वर में जी सकें, और वे उस ध्येय को बनाकर रख सकें जिसे उनके शत्रु ईसाई होने का कारण मानते थे ।” मोरोनी “मसीह में दृढ़ विश्वासी थाऔर “परमेश्वर की आज्ञाओं को मानने में … और अनैतिकता का सामना करने में” विश्वासी था ।
जब लमनाइयों युद्ध करने आए, तो वे नफाइयों की तैयारी से चकित थे, और वे हार गए । नफाइयों ने “अपने प्रभु परमेश्वर को, उनके शत्रुओं के हाथों से बचाने में उसके असाधारण सामर्थ्य के कारण उसे धन्यवाद दिया ।“ बाहर उन्होंने सुरक्षा के लिए किले बनाए, और अंदर उन्होंने अपनी आत्माओं में प्रभु यीशु मसीह में -- गहरा विश्वास बनाया ।
मुसीबत के समय में हम अपने आप को किस तरह मजबूत कर सकते हैं, ताकि “इस महान कार्य को पूरा करने के लिए हमें परमेश्वर के हाथों का औजार बनाया जा सकें” ? धर्मशास्त्रों पर ध्यान दें ।
हम आज्ञाकारी हैं । प्रभु ने पिता लेही को उसके पुत्रों को वापस यरूशलेम भेजने और “उन अभिलेखों को ढूंढने, और वहां उस निर्जन प्रदेश में लाने” की आज्ञा दी । लेही ने प्रश्न नहीं किया; न ही उसने आश्चर्य किया, क्यों या कैसे । न ही नफी ने, जिसने जवाब दिया, “मैं जाऊंगा और वह काम करूंगा जिसकी आज्ञा प्रभु ने दी है ।
क्या हम नफी के समान इच्छा से आज्ञा पालन करते हैं ? या फिर हम परमेश्वर की आज्ञाओं पर प्रश्न करते हैं जैसा नफी के भाइयों ने किया था, जिनके विश्वास की कमी ने अंततः उन्हें प्रभु से दूर कर दिया ? “हृदय की संपूर्ण पवित्रता“के साथ आज्ञा का पालन करना, यही प्रभु हमसे चाहता है ।
हम यहोवा पर भरोसा करते हैं, जिसने यहोशू से कहा था जब वह इस्राएलियों को वादा किए गए देश में ले जाने के लिए तैयार हुआ था, “हियाव बांधकर दृढ़ हो जा; भय न खा, और तेरा मन कच्चा न हो; क्योंकि जहां जहां तू जाएगा वहां वहां तेरा परमेश्वर यहोवा तेरे संग रहेगा ।” यहोशू ने उन शब्दों पर भरोसा किया और लोगों को सलाह दी,“ तुम अपने आप को पवित्र करो; क्योंकि कल के दिन यहोवा तुम्हारे मध्य में आश्चर्यक्रम करेगा । प्रभु ने यरदन के जल में दो भागों में बांट दिया, और इस्राएलियों का 40 वर्ष जंगल में भटकना समाप्त हो गया ।
हम सच्चाई के लिए अटल रहते हैं, जैसा कि मॉरमन की पुस्तक में भविष्यवक्ता अबिनादी ने किया था । गिरफ्तार किया गया, राजा नूह और उसके दुष्ट याजकों के सामने लाया गया, अबिनादी ने दस आज्ञाएं सीखाईं और शक्तिशाली तरीके से प्रचार किया कि मसीह “मानव संतान के बीच नीचे आएगा, और अपने लोगों को मुक्त करेगा।” फिर उसने, अपने भीतर के गहरे विश्वास के साथ घोषणा की, “हे परमात्मा, मेरी आत्मा स्वीकार करो,“और अबिनादी “आग से जलकर मरकर गिर पड़ा ।“
हम अपने अनुबंध को प्रभु-भोज में भाग लेकर और मंदिर में उपासना करके बनाते और नवीन करते हैं । प्रभु-भोज हमारी रविवार की उपासना का मुख्य बिंदु है, जहां “हमारे साथ उसकी आत्मा सदा के लिए रहने“की प्रतिज्ञा प्राप्त होती है । उस पवित्र विधि के साथ, हम यीशु मसीह के नाम को अपने ऊपर लेने, उसका अनुसरण करने के लिए प्रतिबद्ध होते हैं, और इस दिव्य कार्य की अपनी जिम्मेदारियों को निभाने के लिए जैसा उसने की थी । मंदिर में हम “इस संसार की बातों को अस्वीकार करते हैं“ और प्रभु की उपस्थिति और उसकी सर्वोत्तम शांति महसूस कर सकते हैं । पिता की उपस्थिति में हम अपने पूर्वजों, अपने परिवारों और अनंत जीवन पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं । कोई आश्चर्य नहीं कि अध्यक्ष नेलसन ने हाल ही में रोम में कहा था, “इस मंदिर से जो अच्छा उत्पन्न होगा वह बेशुमार तरीके से महान है ।“
हम सभी में निष्ठा होनी चाहिए । हमें विवेक और अनुशासन विकसित करना चाहिए ताकि हमें बारबार यह मालूम न करना पड़े कि क्या सही है और क्या गलत है । हमें, आरंभिक गिरजे के प्रेरित, पतरस के शब्दों को ध्यान में रखना चाहिए, जिसने सतर्क किया था, “सचेत रहो, और जागते रहो, क्योंकि तुम्हारा विरोधी शैतान गर्जनेवाले सिंह की नाई इस खोज में रहता है, कि किस को फाड़ खाए ।”
जब हम अपने किले को परिश्रम से मजबूत करते हैं, तो हम यीशु मसीह के समान बन जाते हैं, उसके सच्चे शिष्य, उसकी सुरक्षा में हमारी आत्माओं के साथ ।
यीशु मसीह की गवाही आपका व्यक्तिगत किला है, आपकी आत्मा के लिये सुरक्षा । जब मेरे दादा और उनके साथी पथप्रदर्शकों ने हेबर किले का निर्माण किया, तो उन्होंने एक समय में एक लट्ठा लगाया जब तक इनके “एक साथ मिलने से” किला नहीं बना और वे सुरक्षित नही हो गए । तो ऐसा गवाही के साथ होता है । एक के बाद एक हम पवित्र आत्मा से गवाही प्राप्त करते हैं जब वह हमारी आत्मा से बात करती है, और “मन ही में ज्ञान सीखाती है।“ जब हम यीशु मसीह के सुसमाचार को जीते हैं, जब हम उद्धारकर्ता के प्रायश्चित पर भरोसा करते और विश्वास के साथ आगे बढ़ते हैं, भय से नहीं, तो हम शैतान के विरूद्ध मजबूत होते हैं । हमारी गवाही हमें स्वर्ग से जोड़ती है, और हम “सारी बातों की सच्चाई जानने“ से आशीषित होते हैं । और, जैसे पथप्रदर्शक किले मेें सुरक्षित थे, हम उद्धारकर्ता के प्रेम की बाहों के घेरे में सुरक्षित रहते हैं ।
भविष्यवक्ता ईथर ने सीखाया था, “इसलिए, जो कोई परमेश्वर में विश्वास करता है वह निश्चितता के साथ एक बेहतर संसार की, हां, यहां तक कि परमेश्वर के दाहिने हाथ की तरफ रहने की आशा कर सकता है, उस आशा से जो विश्वास से आती है, मनुष्यों की आत्माओं के लिए एक आश्रय बनाती है, जो परमेश्वर की महिमा करने के प्रति सदा अच्छे कार्य करने के लिए उन्हें दृढ़ और अटल बनाएगी ।“
मेरे प्यारे भाइयों और बहनों, मैं आपको प्रभु और उसके सुसमाचार में विश्वास के साथ आगे बढ़ने की अपनी आशीष छोड़े जाता हूं । अपनी बाहों को उन लोगों के चारों ओर रखो जो ठोकर खाते हैं और अपनी आत्मा की शक्ति से जो आपके भीतर है, उन्हें प्रेम से आत्मिकता और सुरक्षा के किले में वापस ले आओ । सब कार्यों में “यीशु के समान बनने“ का प्रयास करें जो आप करते हैं, बुराई और प्रलोभनों को दूर करें, हृदय से ईमानदार बनें, धार्मिक और शुद्ध बनें, दया और उदारता दिखाएं, और सच्चे शिष्य की निष्ठा से प्रभु अपने परमेश्वर से प्रेम करें ।
यीशु मसीह के सुसमाचार की हमारी गवाहियां, हमारे घरों, हमारे परिवारों, और अंतिम-दिनों के संतों का यीशु मसीह के गिरजे में हमारी सदस्यता शैतान की शक्ति से बचाने और चारों तरफ सुरक्षा प्रदान करने के लिये हमारे व्यक्तिगत किले हो सकते हैं । मैं अपने प्रभु और उद्धारकर्ता, अर्थात यीशु मसीह के नाम में इसकी गवाही देता हूं, आमीन ।