महा सम्मेलन
प्रचारक सेवा ने मेरे जीवन को सदा के लिए आशीषित किया
अप्रैल 2022 महा सम्मेलन


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प्रचारक सेवा ने मेरे जीवन को सदा के लिए आशीषित किया

मैं प्रार्थना करता हूं कि आप युवक और युवतियां और आपके माता-पिता देखेंगे और जानेंगे कि कैसे प्रचारक सेवा हमेशा के लिए आपके जीवन को आशीषित करेगी।

प्रचारक सेवा के बारे में उस सलाह को फिर से साझा करने के लिए अध्यक्ष नेलसन, धन्यवाद।

भाइयों और बहनों, कई साल पहले महा सम्मेलन में बोलते समय, मेरी बाईं आंख की नसों में अचानक कमजोरी आ गई, जोकि बाद में अधिक खराब हो गई और मुझे उस आंख से धुंधला दिखने लगा था।

जब मैं इस चुनौती का सामना कर रहा था, तो मैं अन्य प्रकार की दृष्टि का बहुत आभारी हूं, जिसमें कुछ पुरानी बातें भी शामिल है। जब मैंने अपने जीवन पर वापस मुड़कर देखा है, तो उन कुछ अनुभवों को देख पाता हूं जिन्होंने महत्वपूर्ण अंतर डाला है। उन अनुभवों में से एक यह है कि कैसे इंग्लैंड में एक युवक के रूप में मेरी पूरे-समय की प्रचारक सेवा ने मेरे जीवन को आशीषित किया और मेरे आत्मिक जीवन को आकार दिया था।

मैंने इस बात पर मनन किया है कि कैसे 1930 के दशक में महान मंदी से जुड़ी आर्थिक चुनौतियों ने मेरे माता-पिता और हमारे परिवार को दुर्भाग्यपूर्ण मोड़ लाकर खड़ा कर दिया था। मेरे पिता इस कठिन अवधि के दौरान अपने मोटर-गाड़ी बेचने के रोजगार को बचाने और परिवार को पालने में इतने व्यस्त हो गए थे कि कुछ समय के लिए मेरे माता-पिता गिरजे में भाग नहीं ले पाए थे।

यद्यपि हम परिवार के रूप में गिरजा सेवाओं में नहीं जाते थे, लेकिन फिर भी मैं अपने दोस्तों के साथ कभी-कभी जाता था।

उन दिनों, मिशन पर जाना मेरे मन था, लेकिन अपने माता-पिता के साथ मैंने इस बारे में बात की नहीं की थी।

कॉलेज में अध्ययन के दौरान, कई दोस्तों और मैंने मिशन पर सेवा करने का फैसला किया था। अपने धर्माध्यक्ष के पास जाकर, मैंने अपना प्रचारक आवेदन दिया, जबकि मेरे माता-पिता शहर से बाहर गए हुए थे। जब मेरे माता-पिता लौटे, तो वे इस समाचार से आश्चर्यचकित हुए कि मुझे ग्रेट ब्रिटेन में सेवा करने के लिए नियुक्त किया गया था। मैं इस निर्णय के लिए उनके उत्साहपूर्ण समर्थन देने और उन अच्छे मित्रों का आभारी हूं, जिन्होंने मुझे सेवा करने का फैसला करने में मदद की थी।

मेरी प्रचारक सेवा ने मुझे एक बेहतर पति और पिता बनने और व्यवसाय में सफल होने के लिए तैयार किया था। इसने मुझे उसके गिरजे में प्रभु की सेवा के जीवन भर के लिए भी तैयार किया था।

अप्रैल 1985 के महा सम्मेलन में, मुझे पौरोहित्य सत्र में बोलने के लिए नियुक्त किया गया था। मैंने अपनी वार्ता को युवकों को निर्देशित किया था। मैंने एक प्रचारक के रूप में सेवा करने की तैयारी करने के बारे में बात की थी। मैंने कहा, “मेरे गिरजे के कार्यों में मुझे जो भी शिक्षा मिली है, उनमें से कोई भी मेरे लिए उस प्रशिक्षण से ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं रही है जो मुझे उन्नीस वर्ष की आयु के युवक के रूप में एक पूरे-समय की प्रचारक सेवा करने से मिली थी।” 1

“प्रभु आपको जानता है। जब आप अपने मिशन की सेवा करते हैं, तो आपके पास ऐसे अनुभव होंगे जो आपको उसे बेहतर ढंग से जानने में मदद करेंगे। आप उसकी सेवा करने में आत्मिक रूप से विकास करोगे। उसके नाम में, आपको दूसरों की सेवा करने के लिए भेजा जाएगा। वह आपको पवित्र आत्मा की प्रेरणाओं से अनुभव देगा। प्रभु आपको उसके नाम पर सिखाने के लिए अधिकृत करेगा। आप उसे दिखा सकते हैं कि वह आप पर भरोसा कर सकता है और आप पर निर्भर रह सकता है।

अभी पांच महीने पहले, एल्डर जेफ्री आर. हॉलैंड और एल्डर क्वेंटिन एल कुक, जिन्होंने ब्रिटिश द्वीपों में प्रचारकों के रूप में भी सेवा की थी, उस खूबसूरत देश में सदस्यों और प्रचारकों के साथ यात्रा करने में मेरे साथ शामिल थे। वहां यात्रा करते हुए, मैंने एक युवा प्रचारक के रूप में अपने अनुभवों पर विचार किया था। मैं गवाही देता हूं कि मेरा मिशन वह स्थान है जहां मुझे पता चला कि मेरा स्वर्गीय पिता और मेरा उद्धारकर्ता, यीशु मसीह, मुझे जानते हैं और मुझसे प्यार करते हैं।

मुझे दो अद्भुत मिशन अध्यक्षों, सेल्वॉय जे. बॉयर और स्टेनर रिचर्ड्स, उनके समर्पित साथियों, ग्लेडी बॉयर और जेन रिचर्ड्स से आशीषित किया गया था। पीछे मुड़कर देखते हुए, मैं अधिक स्पष्ट रूप से देख सकता हूं कि उन्होंने मुझ पर भरोसा किया और मुझसे प्यार किया था। उन्होंने मुझे सुसमाचार सिखाया था। उन्हें मुझसे बहुत सी प्रत्याशाएं थीं। उन्होंने मुझे सेवा के जीवन में विकास करने और तैयार होने में मदद करने के लिए कई चुनौतीपूर्ण कार्य और मार्गदर्शन के अवसर दिए थे।

मैंने अध्यक्ष स्पेंसर डब्ल्यू. किंबल द्वारा मेरी प्यारी पत्नी, बारबरा और हमारे बच्चों के साथ कनाडा टोरंटो मिशन की अध्यक्षता करने के लिए नियुक्त किए जाने पर भी विचार किया है। अध्यक्ष किंबल ने हमें अप्रैल 1974 में सेवा करने के लिए नियुक्त किया था, इसके तुरंत बाद उन्होंने अपना प्रेरित प्रचारक संदेश दिया जिसका शीर्षक था “जब दुनिया परिवर्तित हो जाएगी।” 2 उस संदेश में अध्यक्ष किंबल ने अपने दृष्टिकोण के बारे में बताया कि सुसमाचार को पूरी दुनिया में कैसे ले जाया जाएगा। उन्होंने दुनिया भर के बहुत से प्रचारकों का आह्वान किया था। उन्होंने हमें प्रभु की प्रत्याशा को याद दिलाया था “कि हर व्यक्ति को चाहिए … पृथ्वी के निवासियों के लिए एक चेतावनी की आवाज उठाए।”3 युवकों के लिए मिशन की सेवा करने की प्रत्याशा के बारे में अध्यक्ष किंबल की शिक्षा दुनिया भर के घरों में बातचीत का विषय बन गई थी। यह प्रत्याशा नहीं बदली है। मैं आभारी हूं कि अध्यक्ष नेलसन ने भी आज सुबह प्रभु की आशा की पुष्टि की है।

अध्यक्ष थॉमस एस. मॉनसन ने युवकों और युवतियों के लिए प्रचारक आयु को कम करने की घोषणा के बाद से लगभग 10 साल हो गए हैं। 4 मेरे विचार में, इस परिवर्तन का एक मुख्य कारण हमारे युवाओं को प्रचारक के रूप में सेवा करने के लिए जीवन बदलने का अवसर देना था।

प्रभु यीशु मसीह के एक प्रेरित के रूप में, अब मैं आप युवकों और उन युवा युवतियों को जो मिशन की सेवा करने की इच्छा रखते हैं—मिशन की सेवा करने के बारे में अपने माता-पिता के साथ बात करने के लिए अभी शुरू करने के लिए कहता हूं। मैं आपको मिशन की सेवा के बारे में अपने दोस्तों के साथ बात करने के लिए भी आमंत्रित करता हूं, और यदि आपका कोई दोस्त सेवा करने के बारे में सुनिश्चित नहीं है, तो उसे उसके धर्माध्यक्ष के साथ बात करने के लिए प्रोत्साहित करें।

स्वयं के प्रति और स्वर्गीय पिता के प्रति वचनबद्ध हों कि आप प्रचारक सेवा करेंगे और आज के बाद आप अपने हृदयों, हाथों और मनों को स्वच्छ और योग्य रखने का प्रयास करेंगे। मैं आपको यीशु मसीह के पुन:स्थापित सुसमाचार की सशक्त गवाही प्राप्त करने के लिए आमंत्रित करता हूं।

इन अद्भुत युवाओं के पिता और माताओं, इस तैयारी की प्रक्रिया में आपकी भूमिका महत्वपूर्ण है। आज से अपने बच्चों से प्रचारक सेवा के बारे में बात करना आरंभ करें। हम जानते हैं कि हमारे युवक और युवतियों की इस तैयारी में मदद के लिए परिवार का प्रभाव बहुत महत्वपूर्ण होता है।

यदि आप अभी भी प्रचारक सेवा की आयु सीमा में हैं, लेकिन महामारी या अन्य कारणों से अभी तक सेवा नहीं कर पाएं हैं, तो मैं आपको अभी सेवा करने के लिए आमंत्रित करता हूं। अपने धर्माध्यक्ष से बात करें, और प्रभु की सेवा करने के लिए तैयारी करें।

मैं आप धर्माध्यक्षों को उन सभी युवकों और युवतियों की मदद करने के लिए प्रोत्साहित करता हूं जो प्रचारक आयु के करीब हैं, सेवा करने के लिए तैयार हैं, और मैं आपको उन लोगों की पहचान करने के लिए भी प्रोत्साहित करता हूं जिनकी आयु हो चुकी लेकिन जिन्होंने अभी तक प्रचारक सेवा नहीं की है। हर युवक को प्रचारक बनने के लिए आमंत्रित करें, साथ ही साथ हर उस युवती को भी जो सेवा करना चाहती है।

वर्तमान में सेवा कर रहे प्रचारकों, हम आपको धन्यवाद देते हैं। आपका मिशन दुनिया भर में महामारी के दौरान भी जारी रहा है। परिणामस्वरूप, आपका मिशन अनुभव मेरे मिशन के अनुभव या 2020 से पहले सेवा करने वाले किसी भी प्रचारक के अनुभवों से भिन्न रहा है। मुझे पता है कि यह आसान नहीं था। लेकिन इन कठिन समयों के दौरान भी, प्रभु के पास आपके लिए महत्वपूर्ण कार्य था, और आपने इसे प्रभावशाली ढंग से पूरा किया है। उदाहरण के लिए, आपने उन लोगों को खोजने के लिए नई तकनीक का उपयोग किया है जो यीशु मसीह के सुसमाचार की पुन:स्थापना के बारे में जानने के लिए तैयार हैं। जब आपने लगन से और अपनी क्षमताओं के अनुसार सेवा की है, तो मैं जानता हूं कि प्रभु आपके प्रयास से प्रसन्न है। मुझे पता है कि आपकी सेवा आपके जीवन को आशीषित करेगी।

जब आप अपनी प्रचारक सेवा पूरी करते हैं, तो याद रखें कि आप गिरजे में सक्रियता से मुक्त नहीं हुए हैं। अपने मिशन पर सीखी गई अच्छी आदतों आगे भी जारी रखें, अपनी गवाही को निरंतर मजबूत करें, कड़ी मेहनत करें, प्रार्थना करें, और प्रभु के प्रति आज्ञाकारी बनें। उन अनुबंधों का सम्मान करें जो आपने बनाएं हैं। दूसरों को आशीष देना और उनकी सेवा करना जारी रखें।

मैं प्रार्थना करता हूं कि आप युवक और युवतियां और आपके माता-पिता देखेंगे और जानेंगे कि कैसे प्रचारक सेवा हमेशा के लिए आपके जीवन को आशीषित करेगी। आप अपने मन में जान सकते हैं और अपने हृदयों में उस निमंत्रण की शक्ति को महसूस कर सकते हैं जो प्रभु ने मूसायाह के महान प्रचारक बेटों को दिया था। उसने कहा था, “मेरे वचन को प्रमाणित करो; तब भी तुम लंबे समय तक उत्पीड़न और कष्ट में धैर्यवान बने रहोगे, ताकि मुझमें तुम उन्हें अच्छा उदाहरण दिखा सको, और कई आत्माओं के उद्धार के लिए मैं तुम्हें अपने हाथों का औजार बनाऊंगा।”5

परमेश्वर गिरजे के युवाओं को उसकी सेवा करने के लिए तैयार होने की इच्छा से आशीषित करे, आज सुबह प्रभु यीशु मसीह के पवित्र नाम में यह मेरी विनम्र प्रार्थना है, आमीन।

विवरण

  1. M. Russell Ballard, “Prepare to Serve,” Ensign, मई 1985, 41.

  2. देखें Spencer W. Kimball, “When the World Will Be Converted,” Ensign, अक्टू. 1974, 2–14. यह संबोधन 4 अप्रैल 1974, को एक क्षेत्रीय प्रतिनिधियों के सम्मेलन में दिया गया था।

  3. सिद्धांत और अनुबंध 63:37

  4. देखें Thomas S. Monson, “Welcome to Conference,” Liahona,नवं. 2012, 4–5।

  5. अलमा 17:11