आरंभिक संदेश
हम संपूर्ण प्रयास करें कि हम, यीशु मसीह को सुनें, वह शक्ति और पवित्र आत्मा की सेवकाई के माध्यम से हम से बात करता है ।
मेरे प्यारे भाइयों और बहनों, हम अंतिम-दिनों के संतों के यीशु मसीह के गिरजे के अप्रैल 2020 के इस ऐतिहासिक महा सम्मेलन में आप का स्वागत करते हैं, जैसा कि आप जानते ही होंगे, मैं आपके समक्ष एक खाली सभागार में खड़ा हूं !
जब मैंने अक्टूबर 2019 के महा सम्मेलन में वादा किया था कि इस अप्रैल का सम्मेलन “यादगार” और “अविस्मरणीय होगा,”तो मैं बिलकुल भी नहीं जानता था, कि 10 से कम सामने बैठे लोगों से बात करने से यह सम्मेलन मेरे लिए इतना यादगार और अविस्मरणीय होगा ! फिर भी यह जानते हुए कि आप इलेक्ट्रॉनिक प्रसारण द्वारा इसमें भाग ले रहे हैं, और गायक मंडली के सुंदर स्तुतिगीत “It Is Well with My Soul,” से मेरी आत्मा को बहुत तस्सली मिलती है ।
जैसा कि आप जानते हैं, अच्छे वैश्विक नागरिक बनने और COVID-19 को फैलाने से रोकने के लिए अपना संपूर्ण योगदान देने की हमारी जिम्मेदारी के रूप में, हमने इस महा सम्मेलन में उपस्थिति को सख्ती से सीमित कर दिया है । इस वायरस ने संपूर्ण विश्व को बहुत अधिक प्रभावित किया है । इससे हमारी गिरजा सभाओं, प्रचारक सेवा, और मंदिर कार्य में कुछ समय के लिए बदलाव भी हुआ है ।
यद्यपि आज का प्रतिबंध वायरस के संक्रमण से संबंधित है, लेकिन जीवन की व्यक्तिगत कठिनाइयां इस महामारी से बहुत बड़ी हैं । भविष्य की कठिनाइयां दुर्घटना, प्राकृतिक आपदा, या अप्रत्याशित व्यक्तिगत कष्ट के कारण हो सकती हैं ।
हम इन कठिनाइयों का सामना कैसे कर सकते हैं ? प्रभु ने हमें बताया है कि “यदि तू तैयार है तू नहीं डरेगा ।”1 बेशक, हम भोजन, पानी, और पैसों की बचत करके हम अपने लिए भंडारण कर सकते हैं । लेकिन विश्वास, सच्चाई, और गवाही के अपने व्यक्तिगत आत्मिक भंडार को भरना भी उतना ही आवश्यक है ।
जीवन में हमारी महत्वपूर्ण इच्छा अपने सृष्टिकृता से मिलने की तैयारी करना है । हम ऐसा प्रतिदिन हमारे उद्धारकर्ता, यीशु मसीह के समान बनने का प्रयास करते हुए करते हैं ।2 और हम ऐसा तब करते हैं जब हम पश्चाताप प्रतिदिन करते और स्वच्छ करने, चंगाई देने, और शक्ति प्रदान करने वाली उसकी शक्ति को प्राप्त करते हैं । तब हम अशांत समय के दौरान भी स्थाई शांति और आनंद, महसूस कर सकते हैं । इसी कारण प्रभु ने हमें पवित्र स्थानों पर खड़े रहने और वहां से “न हटने के लिए” कहा है ।3
इस साल, हम दुनिया के इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण घटनाओं में से एक—अर्थात्, जोसफ स्मिथ को परमेश्वर पिता और उसके प्रिय पुत्र, यीशु मसीह का दिखाई देने, की 200 वीं वर्षगांठ मना रहे हैं । उस असाधारण दिव्यदर्शन के दौरान, परमेश्वर पिता ने यीशु मसीह की ओर इशारा करते हुए कहा था: “यह मेरा प्रिय पुत्र है । इसकी सुनो !” 4
जोसफ को प्रदान की गई यह सलाह हम में से प्रत्येक के लिए है । हम अपना संपूर्ण प्रयास करें कि हम, यीशु मसीह को सुनें, वह शक्ति और पवित्र आत्मा के द्वारा हम से बात करता है ।
इस और प्रत्येक सम्मेलन का उद्देश्य उसे सुनने में हमारी सहायता करना है । हमने प्रार्थना की है, और आपको भी प्रार्थना करने के लिए कहते हैं, ताकि प्रभु की आत्मा इतनी बहुतायत से आपके साथ हो कि आप उन संदेशों को सुन पाएं हैं जो उद्धारकर्ता के पास विशेष रूप से आपको देना चाहता है—वे ऐसे संदेश जो आपकी आत्मा को शांति देंगे । ऐसे संदेश जो आपके दुखी मन को चंगा करेंगे । ऐसे संदेश जो आप के मन में हर बात को स्पष्ट करने में मदद करेंगे । ऐसे संदेश जो आपकी यह समझने में मदद करेंगे कि क्या करना चाहिए जब आप उथल-पुथल और कठिन समयों का सामना करते हैं ।
हम प्रार्थना करते हैं कि यह सम्मेलन आपके द्वारा सुने जाने वाले संदेशों, अद्वितीय घोषणाओं और उन अनुभवों के कारण यादगार और अविस्मरणीय होगा, जिसमें भाग लेने के लिए आपको निमंत्रण दिया जाता है ।
उदाहरण के लिए, रविवार की प्रात:कालिन सत्र के समापन पर, हम संसार भर में एक पवित्र महासभा का आयोजन करेंगे जिसमें मैं पवित्र होसन्ना जय जयकार करने में आप का नेतृत्व करूंगा । हम प्रार्थना करते हैं कि आपके लिए इसकी विशिष्टता आत्मिक होगी क्योंकि हम अनूठे तरीके से प्रशंसा करके पिता और उसके प्रिय पुत्र के प्रति अपनी गहन कृतज्ञता हम विश्व में एकस्वर व्यक्त करते हैं ।
इस पावन अनुभव के लिए, हम साफ सफेद रूमाल का उपयोग करेंगे । यदि आपके पास रूमाल न हो, तो आप केवल अपना हाथ लहरा सकते हैं । होशाना जय जयकार के समापन पर, कलिसिया गायक मंडली के साथ मिलकर “The Spirit of God” गाएगी ।5
मेरे प्यारे भाइयों और बहनों, यह सम्मेलन शानदार रहेगा । यह वर्ष असाधारण होगा यदि हम उद्धारकर्ता और उसके पुनास्थापित सुसमाचार पर तन मन से ध्यान लगाते हैं । इस ऐतिहासिक सम्मेलन के अत्याधिक महत्वपूर्ण प्रभाव हमेशा कायम रहेंगे यदि हमारे हृदय परिवर्तित होते हैं और हम उससे सुनने के लिए अपनी जीवन-भर की इच्छा की शुरूआत करते हैं ।
अप्रैल 2020 के महा सम्मेलन में आपका स्वागत है ! मैं जानता हूं कि परमेश्वर, हमारा स्वर्गीय पिता, और उसका पुत्र, यीशु मसीह, हमारा ख्याल रखते हैं । वे इन दो गौरवशाली दिनों की कार्यवाही के दौरान हमारे साथ रहेंगे जब हम उनके निकट आने का प्रयास करते हैं और उनका सम्मान करते हैं । यीशु मसीह के पवित्र नाम में, आमीन ।