महा सम्मेलन
आओ और जुड़ें
अप्रैल 2020 महा सम्मेलन


16:54

आओ और जुड़ें

हम दुनिया भर में परमेश्वर के सभी बच्चों को इस महान प्रयास में शामिल होने के लिए आमंत्रित करते हैं ।

मेरे प्रिय भाइयों और बहनों, मेरे प्रिय साथियों, हर हफ्ते, दुनिया भर में अंतिम-दिन संतों के यीशु मसीह के गिरजे के सदस्य हमारे प्यारे स्वर्गीय पिता, परमेश्वर और संपूर्ण जगत के राजा, और उसके प्यारे पुत्र, यीशु मसीह की आराधना करते हैं । हम यीशु मसीह—एकमात्र ऐसा व्यक्ति जिसने इस पृथ्वी पर जीवन जीया था, निर्दोष और निष्कलंक मेमना, के जीवन और शिक्षाओं पर मनन करते हैं । जब संभव होता है, हम उसके बलिदान की याद में प्रभु-भोज में भाग लेते हैं और वह हमारे जीवन सबसे महत्वपूर्ण है ।

हम उससे प्रेम करते और उसका आदर करते हैं । अपने अत्याधिक और अनंत प्रेम के कारण, यीशु मसीह ने आपके लिए और मेरे लिए कष्ट सहे और मारा गया था । उसने मृत्यु के फाटक खोले थे, उन अलग करने वाली दीवारों को हटाया था जो मित्रों और प्रियजनों अलग करती थी,1 और कुचले हुओं को आशा, रोगियों को चंगाई, और बंदियों को छुटकारा दिया था । 2

उसे हम अपने हृदय, हमारे जीवन, और हमारी प्रतिदिन की उपासना में समर्पित करते हैं । इसी कारण, “हम मसीह के विषय में बात करते हैं, हम मसीह में आनंदित होते हैं, हम मसीह का प्रचार करते हैं … ताकि हमारी संतान जान सके कि वे अपने पापों की क्षमा के लिए किसके पास जाएं ।”3

शिष्यता का अभ्यास करें

हालांकि, यीशु मसीह का शिष्य होना, मसीह की बात करने और प्रचार करने से कहीं अधिक है । उद्धारकर्ता ने स्वयं अपने गिरजे को पुनर्स्थापित किया था ताकि उसके समान बनने के हमारे मार्ग में हमें मदद मिल सके । अंतिम-दिनों के संतों के यीशु मसीह का गिरजा शिष्यत्व की बुनियादी बातों का अभ्यास करने के अवसर प्रदान करने के लिए बनाया गया है । गिरजे में अपनी भागीदारी के माध्यम से, हम पवित्र आत्मा की प्रेरणों को पहचानना और इन पर कार्य करना सीखते हैं । हम दूसरों के प्रति करुणा और दयालुता में पहुंचने की आदत को विकसित करते हैं ।

यह जीवन-भर का प्रयास है, और इसके लिए धैर्य चाहिए ।

निपुण खिलाड़ी अपने खेल की बुनियादी बातों का अभ्यास करने में अनगिनत घंटे बिताते हैं । नर्सों, नेटवर्कर, परमाणु इंजीनियर, और यहां तक कि सिलाई-बुनाई का कार्य करने वाले तभी सक्षम और कुशल होते हैं जब वे लगन से अपने कौशल का अभ्यास करते हैं ।

एक एयरलाइन कप्तान के रूप में, मैं अक्सर एक उड़ान सिम्युलेटर का उपयोग करके पायलटों को प्रशिक्षित करता था—यह एक आधुनिक मशीन है जो उड़ान अनुभव को दोहराती है । सिम्युलेटर न केवल पायलटों को उड़ान की बुनियादी बातों को सीखने में मदद करता है; यह उन्हें वास्तविक विमान की कमान संभालने पर अप्रत्याशित घटनाओं का अनुभव करने और प्रतिक्रिया करना भी सीखाता है ।

यही बात यीशु मसीह के शिष्यों पर भी लागू होती है ।

सक्रिय रूप से यीशु मसीह के गिरजे में भाग लेने और इस की विविधता के महान अवसर हमें जीवन की बदलती परिस्थितियों के लिए बेहतर ढंग से तैयार होने में मदद करेंगे, चाहे वे कुछ भी और कितनी भी गंभीर हों । गिरजे के सदस्य के रूप में, हमें अपने प्राचीन और आधुनिक भविष्यवक्ताओं, के माध्यम से परमेश्वर के शब्दों का मनन करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है । हमारे स्वर्गीय पिता से सच्ची और विनम्र प्रार्थना के माध्यम से, हम पवित्र आत्मा की वाणी को पहचानना सीखते हैं । हम सेवा करने, शिक्षा देने, योजना, सेवकाई, और सेवा करने की नियुक्ति को स्वीकार करते हैं । ये मौके हमें आत्मा, मन और चरित्र में बढ़ने का अवसर देते हैं ।

वे हमें पवित्र अनुबंधों को बनाने और पालन करने के लिए तैयार होने में मदद करेंगे जो हमें इस जीवन में और आने वाले जीवन में आशीष देंगे ।

आओ, हमारे साथ शामिल हो जाओ !

हम दुनिया भर में परमेश्वर के सभी बच्चों को इस महान प्रयास में शामिल होने के लिए आमंत्रित करते हैं । आओ और देख लो ! यहां तक कि कोविड-19 के इस चुनौतीपूर्ण समय के दौरान, हम से ऑनलाइन मिलें । हमारे प्रचारकों से ऑनलाइन मिलें । स्वयं इस गिरजे के बारे में पता करें ! जब यह कठिन समय बीत जाएगा है, हम से हमारे घरों में और आराधनालयों में हमारे साथ आकर मिलें !

हम आपको आने और मदद करने के लिए आमंत्रित करते हैं ! आओ और हमारे साथ सेवा करते हुए, परमेश्वर के बच्चों की सेवकाई करते हुए, उद्धारकर्ता के कदमों पर चलते हुए, और इस संसार को एक बेहतर जगह बनाएं ।

आओ और जुड़ें ! आप हमें अधिक शक्तिशाली बनाएंगे । और आप बेहतर, अधिक दयालु, और अधिक सुखी भी हो जाओगे । आपका विश्वास अधिक गहरा होगा और अधिक मजबूती से बढ़ेगा—जीवन की अशांति और अप्रत्याशित परीक्षाओं को सहन करने में अधिक सक्षम होगा ।

और हम कैसे आरंभ करते हैं ? इसके बहुत से संभावित तरीके हैं ।

हम आपको मॉरमन की पुस्तक पढ़ने के लिए कहते हैं । यदि आपके पास इसकी प्रति न हो, तो आप इसे ChurchofJesusChrist.org4 पर पढ़ सकते हैं या Book of Mormon app डाउनलोड कर सकते हैं । मॉरमन की पुस्तक यीशु मसीह का एक अन्य नियम और पुराने और नए नियम का साथी है । हम इन सभी पवित्र धर्मशास्त्रों से प्रेम करते और इन से सीखते हैं ।

हम आपको जानने के लिए कि गिरजे के सदस्य क्या सीखाते और विश्वास करते हैं ComeuntoChrist.org पर कुछ समय बिताने के लिए आमंत्रित करते हैं ।

प्रचारकों को ऑनलाइन या अपने घर में आप से भेंट करने के लिए आमंत्रित करें जहां यह संभव हो—उनके पास आशा और चंगाई का संदेश है । ये प्रचारक हमारे अनमोल बेटे-बेटियां हैं, जो अपने समय और खर्चे पर संसार भर में कई स्थानों पर सेवा करते हैं ।

यीशु मसीह के गिरजे में, आपको ऐसे लोगों का परिवार मिलेगा जो आपसे अलग नहीं हैं । आप को ऐसे लोग मिलेंगे जिन्हें आपकी मदद की आवश्यकता है और जो आपकी मदद करना चाहते हैं जब आप स्वयं का सर्वोत्तम बनने का प्रयास करते हैं—जिस के लिए परमेश्वर ने आपको बनाया था ।

प्रभु की बांहें सभी के लिए फैली हुई हैं

हो सकता है आप सोच रहे हों, “मैंने अपने जीवन में गलतियां की हैं । मुझे पता नहीं कि मैं कभी यीशु मसीह के गिरजे में शामिल हो सकता हूं । परमेश्वर शायद मुझे में दिलचस्पी न रखें ।”

यीशु मसीह, यद्यपि वह ”राजाओं का राजा है,”5 मसीहा, “जीवित परमेश्वर का पुत्र,” 6परमेश्वर के प्रत्येक बच्चे की बहुत देख-भाल करता है । वह लोगों की परिस्थिति में अंतर किए बिना उनका ख्याल रखता है—चाहे गरीब हो या अमीर, अपूर्ण हो या परिपूर्ण । अपने नश्वर जीवन के दौरान, उद्धारकर्ता ने सभी की सेवा की थी: सुखी और निपुण, टूटे हुए और खोए हुए, और बिना आशा के उन लोगों की भी । अक्सर, उसने उन लोगों की सेवा और सहायता की थी जो प्रसिद्ध, सुंदर, या अमीर नहीं थे । अक्सर, उसने उन लोगों की सहायता की जिनके पास वापस देने के लिए बहुत कम था, लेकिन उनके पास कृतज्ञता थी, एक विनम्र हृदय था, और विश्वास पाने की इच्छा थी ।

यदि यीशु ने अपना नश्वर जीवन “छोटे से छोटे”7 लोगों की सेवा करने में बिताया था, तो क्या वह आज उनसे प्रेम नहीं करेगा ? क्या उसके गिरजे में परमेश्वर के सभी बच्चों के लिए स्थान नहीं होगा ? यहां तक कि जो अयोग्य, भूले हुए, या अकेला होना महसूस करते हैं ?

परमेश्वर के अनुग्रह के योग्य होने के लिए की परिपूर्णता का कोई मापदंड नहीं है । स्वर्ग तक पहुंचने के लिए आपकी प्रार्थनाओं का जोर से बोले जाने या बहुत बढ़िया या व्याकरण की दृष्टि से सही होने की आवश्यकता नहीं है ।

असल में, परमेश्वर किसी का पक्ष नहीं लेता है 8—जो बातें संसार के लिए मूल्यवान हैं उसके के लिए उनका कोई मोल नहीं है । वह आपके हृदय को जानता है, और वह आपके पद की परवाह किए बिना आपसे प्रेम करता है, चाहे आपकी हैसियत कुछ भी हो, चाहे इंस्टाग्राम में आपके कितने भी चाहने वाले हों ।

जब हम अपने हृदयों को हमारे स्वर्गीय पिता की ओर लगाते और उसके निकट जाते हैं, तो हम उसे अपने निकट आता महसूस करेंगे ।9

हम उसके प्रिय बच्चे हैं ।

वे भी जो उसे अस्वीकार करते हैं ।

वे भी जो जिद्दी, अनियंत्रित बच्चे के समान, परमेश्वर और उसके गिरजे से क्रोधित होकर, प्रतीकात्मक रूप से अपना बैग तैयार करके, और दरवाजे से बाहर निकलते हुए कहता है कि वह घर छोड़कर जा रहा है और कभी वापस नहीं लौटेगा ।

जब कोई बच्चा घर से भागता है, तो वह शायद ध्यान नहीं देता कि खिड़की से चिंतित माता-पिता उसे जाते हुए देखते हैं । प्रेम पूर्ण भावनाओं के साथ, वे अपने बेटे या बेटी को जाता देखते हैं—आशा करते हुए उनका अनमोल बच्चा इन कठिन अनुभव से कुछ सीखेगा और जीवन को अपनी स्वयं की आंखों से देखेगा—और अंत में घर वापस लौट आएगा ।

ऐसा ही हमारे प्रिय स्वर्गीय पिता के साथ भी है । वह हमारे लौटने की प्रतिक्षा कर रहा है ।

आपका उद्धारकर्ता, अपनी आंखों में प्रेम और दया के आंसुओं के साथ, आपके लौटने की प्रतिक्षा करता है । बेशक आप महसूस करते हों कि आप परमेश्वर से दूर हैं, वह आपको देखेगा; वह आपको देखकर तरस खाएगा, और दौड़कर आपको गले लगाएगा । 10

आओ और जुड़ें ।

परमेश्वर हमें हमारी गलतियों से सीखने का मौका देता है

हम नश्वरता के मार्ग में अर्थ और अंतिम सच्चाई की भव्य खोज में चल रहे यात्री हैं । अक्सर, हम सब सीधे आगे का रास्ता देखते हैं—हम नहीं देख पाते हैं कि रास्ते के मोड़ हमें कहां ले जाएगें । हमारे प्रिय स्वर्गीय पिता ने हमें हर बात का उत्तर नहीं दिया है । वह हमसे आशा करता है कि बहुत सी बातों का पता हम स्वयं करें । वह हमसे विश्वास करने की आशा करता है—तब भी जब ऐसा करना कठिन होता है ।

वह हमसे आशा करता है कि हम आत्मविश्वास और दृढ़ निश्चय के साथ और थोड़ा संकल्प करें—स्वयं को थोड़ा मजबूत करें—और एक कदम आगे बढ़ाएं ।

इस प्रकार हम सीखते और आगे बढ़ते हैं ।

क्या आप ईमानदारी से चाहते हैं कि हर बात विस्तार से बताई जाए ? क्या आप ईमानदारी से चाहते हैं कि प्रत्येक प्रश्न का उत्तर दिया जाए ? प्रत्येक मंजिल में पहुंचने का मार्ग बताया जाए ?

मेरा मानना है कि हम में से अधिकतर लोग छोटी-छोटी बातों में स्वर्गीय रुप से नियंत्रित किए जाने से बहुत जल्दी परेशान हो जाएंगे । हम अनुभव के द्वारा जीवन के महत्वपूर्ण सबक सीखते हैं । अपनी गलतियों से सीखते हैं । पश्चाताप करते और स्वयं महसूस करते हुए कि “दुष्टता कभी भी प्रसन्नता नहीं थी ।” 11

यीशु मसीह, परमेश्वर का पुत्र, मारा गया ताकि हमारी गलतियां हमें दोषी न ठहराएं और हमारा विकास हमेशा के लिए न रूक जाए । उसके कारण, हम पश्चाताप कर सकते हैं, और हमारी गलतियां हमें अधिक सुख को ले जा सकती हैं ।

आपको इस मार्ग पर अकेले नहीं चलना है । हमारा स्वर्गीय पिता ने हमें अधंकार में भटकने के लिए नहीं छोड़ा है ।

इसीलिये, 1820 की बंसत में, वह अपने पुत्र, यीशु मसीह के साथ, युवक, जोसफ स्मिथ को दिखाई दिया था ।

उस क्षण के विषय में विचार करें । संपूर्ण जगत का परमेश्वर मनुष्य को दिखाई दिया था ‍!

यह उन बहुत सी भेंटों में से एक थी जिसमें जोसफ से परमेश्वर और अन्य स्वर्गीय जनों ने मुलाकात की थी । इन दिव्य जनों ने उससे जो शब्द बोले, उनमें से बहुत से अंतिम-दिनों के संतों के यीशु मसीह के गिरजे के धर्मशास्त्रों में लिखे हुए हैं । वे आसानी से उपलब्ध हैं । कोई भी उन्हें पढ़ सकता है और हमारे समय के लिए परमेश्वर के संदेश को स्वयं सीख सकता है ।

हम उन्हें स्वयं अध्ययन करने के लिए आमंत्रित करते हैं ।

जोसफ स्मिथ उस समय काफी छोटे थे जब उन्हें ये प्रकटीकरण प्राप्त हुए थे । इन में से अधिक उनकी 30 वर्ष की आयु से पहले आए थे ।12 उनमें अनुभव कमी थी, और कुछ लोगों के अनुसार, वह शायद परमेश्वर का भविष्यवक्ता होने के लिए अयोग्य थे ।

और फिर भी, प्रभु ने पवित्र धर्मशास्त्रों में पाए जाने वाले उदाहरणों का अनुसरण करते हुए—उन्हें नियुक्त किया था । ।

परमेश्वर ने अपने सुसमाचार की पुनर्स्थापना करने के लिए परिपूर्ण व्यक्ति पाने की प्रतिक्षा नहीं की थी ।

यदि उसने प्रतिक्षा की होती, तो वह अभी भी प्रतिक्षा कर रहा होता ।

जोसफ बहुत कुछ आप और मेरे जैसा था । यद्यपि जोसफ ने गलती की थी, परमेश्वर ने अपने महान उद्देश्य को पूरा करने के लिए उसका उपयोग किया था ।

अध्यक्ष थॉमस एस. मॉनसन अक्सर ये सलाह देते थे “जिसे प्रभु नियुक्त करता है, उसे योग्य बनता है ।”13

प्रेरित पौलुस ने कुरिन्थ के संतों को बताया था: “अपने बुलाए जाने को तो सोचो कि न शरीर के अनुसार बहुत ज्ञानवान, और न बहुत सामर्थी, और न बहुत कुलीन बुलाए गए ।”14

अपने उद्देश्य को पूरा करने के लिए परमेश्वर कमजोर और सीधे-सादे लोगों का उपयोग करता है । यह सच्चाई एक गवाही के रूप अटल है कि यह परमेश्वर की शक्ति है, न कि मनुष्य की, जिससे पृथ्वी पर उसके कार्य किया जाता है ।15

उसकी सुनो, उसका अनुसरण करें

जब परमेश्वर जोसफ स्मिथ को दिखाई दिया था, उसने अपने पुत्र, यीशु मसीह का परिचय दिया, और कहा था, “इसकी सुनो ।”16

जोसफ ने अपना शेष जीवन उसे सुनते और उसका अनुसरण करते हुए बीताया था ।

जैसा जोसफ के साथ था, हमारी शिष्यता उद्धारकर्ता यीशु मसीह को सुनने के निर्णय से आरंभ होती है ।

यदि आप उसका अनुसरण करने की इच्छा करते हैं, तो अपने विश्वास को मजबूत करें और स्वयं उसका क्रूस उठा लें ।

आपको पता चलेगा कि आप अवश्य ही उसके गिरजे से संबंध रखते हो—गर्मजोशी और स्वागत का ऐसा स्थान जहां आप शिष्यत्व और सुख की भव्य खोज में शामिल हो सकते हैं ।

मैं आशा करता हूं कि, प्रथम दिव्यदर्शन के इस द्विशतवार्षिकी वर्ष में, जब हम यीशु मसीह के गिरजे की पुनर्स्थापना के बारे में मनन करते और जानते हैं, हम महसूस करेंगे कि यह मात्र एक ऐतिहासिक घटना नहीं है । आप और मैं इस महान, निरंतर चल रहे इतिहास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं ।

आपकी और मेरी क्या भूमिका है ?

यह यीशु मसीह के बारे में सीखना है । उसके वचनों अध्ययन करने के बारे में है । उसे सुनने और इस महान कार्य में सक्रिय रूप से भाग लेकर उसका अनुसरण करने के बारे में है । मैं आपको आने और जुड़ने के लिए आमंत्रित करता हूं !

आपको परिपूर्ण होने की जरूरत नहीं है । आपको केवल अपने विश्वास को विकसित करने और प्रत्येक दिन उसके नजदीक आने की इच्छा रखनी होगी ।

हमारी जिम्मेदारी परमेश्वर से प्रेम और उसकी सेवा करना तथा परमेश्वर के बच्चों की सेवा करना है ।

जब आप ऐसा करते हैं, तो परमेश्वर आपको इस जीवन में प्रेम से अपनी बाहों में लिए रहेगा, आनंद देगा और मार्गदर्शन करेगा, अत्यंत गंभीर परिस्थितियों में भी, और आगे भी ।

मैं इसकी गवाही देता हूं, और आप में से प्रत्येक के लिए गहरी कृतज्ञता और प्रेम में अपनी आशीष देता हूं, हमारे उद्धारकर्ता, हमारे स्वामी के पवित्र नाम में—यीशु मसीह के नाम में, आमीन ।