महा सम्मेलन
इसकी सुनो
अप्रैल 2020 महा सम्मेलन


इसकी सुनो

हमारा पिता जानता है कि जब हम अनिश्चितता और भय से घिरे हुए होते हैं, उस समय जो बात हमारी सबसे अधिक सहायता करेगी वह है उसके पुत्र को सुनना है ।

मेरे प्यारे भाई-बहन, मैं बहुत आभारी हूं कि तकनीक के उपयोग के द्वारा हम इस रविवार की सुबह आराधना करने के लिए एक साथ मिल पाए हैं । यह जानकर हम बहुत आशीषत हैं कि यीशु मसीह का सुसमाचार पृथ्वी पर पुनास्थापित किया गया है !

पिछले कई सप्ताहों में, हम में से अधिकतर लोगों ने अपने निजी जीवन में कठिनाइयों का अनुभव किया है । भूंकप, आग, बाढ़, महामारी, और उनके परिणामरूप आई कठिनाइयों ने प्रतिदिन का जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है और भोजन, बुनियाद वस्तुओं, और अन्य सामान की कमी हो गई है ।

इन सबके होते हुए भी, हम आपकी सराहना करते हैं कि आपने इस कठिन समय के दौरान प्रभु के वचन सुनने का चुनाव किया है और अनिश्चितता के वातावरण में इस महा सम्मेलन में हमारे साथ शामिल हुए हैं । पीड़ा के साथ बढ़ते अंधकार में यीशु मसीह की ज्योति पहले अधिक चमक रही है । जरा उस भलाई के कार्य बारे में सोचें जो हम में से प्रत्येक इस वैश्विक उथल-पुथल के समय कर सकता है । आपका उद्धारकर्ता के प्रति प्रेम और उसमें विश्वास किसी के लिए यीशु मसीह के सुसमाचार की परिपूर्णता की पुनर्स्थापना की खोज करने में प्रेरणा का काम करेगा ।

पिछले दो सालों में, बहन नेलसन और मैं विश्वभर आप में से हजारों से मिले हैं । हमने आपके साथ बाहर खुले में और होटलों के हॉल में भेंट की है । प्रत्येक स्थान में, मैंने महसूस किया है कि मैं प्रभु के चुने हुए लोगों के बीच में था और कि मैं अपनी आंखों के सामने इस्राएल का एकत्रित किया जाना देख रहा था ।

हम ऐसे समय में रहते हैं “जिसकी प्रतिक्षा हमारे पूर्वज अंतिम समयों में प्रकट किए जाने की उत्सुक से करते थे ।”1 हमें लगता था कि हम उस घटना को प्रत्यक्षरूप से देखने के लिए सबसे अगली पंक्ति में बैठे थे जिसे भविष्यवक्ता नफी ने केवल दिव्यदर्शन में देखा था कि परमेश्वर के मेमने की शक्ति “प्रभु के अनुबंधित लोगों के ऊपर आई, जो कि संपूर्ण पृथ्वी पर बिखरे हुए थे; और वे धार्मिकता और परमेश्वर की शक्ति के महान अनुग्रह से लैस थे ।”2

आप, मेरे भाइयों और बहनों, उन पुरूषों, महिलाओं, और बच्चों में से हो जिन्हें नफी ने देखा था । जरा, इस पर विचार करें !

बेशक आप कहीं भी रहते हों या आपकी परिस्थितियां कुछ भी हों, प्रभु यीशु मसीह आपका उद्धारकर्ता है, और परमेश्वर का भविष्यवक्ता जोसफ स्मिथ आपका भविष्यवक्ता है । उसे इस पृथ्वी के बनाए जाने से पहले इस अंतिम युग में भविष्यवक्ता होने के लिए नियुक्त किया गया था, जब संतों से “कुछ भी छिपा कर नहीं रखा जाएगा ।”3 पुनर्स्थापना की इस जारी प्रक्रिया के दौरान प्रभु से प्रकटीकरण मिलना जारी हैं ।

आपके लिए इसका क्या अर्थ है कि यीशु मसीह के सुसमाचार को पृथ्वी पर पुनास्थापित किया गया है ?

इसका अर्थ है कि आप और आपका परिवार हमेशा के लिए मुहरबंद किए जा सकते हैं । इसका अर्थ है कि क्योंकि आपने उस व्यक्ति से बपतिस्मा लिया है जिसके पास यीशु मसीह का अधिकार है और उसके गिरजे के सदस्य के रूप में आपकी पुष्टि की गई है, इसलिए आप पवित्र आत्मा की निरंतर संगति का आनंद ले सकते हैं । वह आपका मार्गदर्शन और सुरक्षा प्रदान करेगी । इसका अर्थ है कि आपको हमेशा दिलासा दी जाएगी या आप आपकी मदद करने के लिए परमेश्वर की शक्ति हमेशा आपके पास होगी । इसका अर्थ है कि पौरोहित्य शक्ति आपको आशीषित कर सकती है यदि आप आवश्यक विधियों को प्राप्त करते और परमेश्वर के साथ अनुबंध बनाते और उनका पालन करते हैं । ये सच्चाइयां हमारी आत्माओं को दृढ़ और अटल बनाती हैं, विशेषकर इन समयों के दौरान जब तूफान का प्रकोप बहुत प्रबल होता जा रहा है ।

मॉरमन की पुस्तक दो मुख्य सभ्यता का विकास और पतन का इतिहास है । उनका इतिहास दिखाता है कि अधिकतर लोगों के लिए परमेश्वर को भूल जाना, प्रभु के भविष्यवक्तओं के चेतावनियों को अस्वीकार करना, और संसारिक शक्ति, लोकप्रियता, सुखों की तलाश करना कितना आसान होता है ।4 बार-बार, अतीत के भविष्यवक्तओं ने “महान और अदभुत बातों की भविष्यवाणी की, जिस पर उन्होंने विश्वास नहीं किया था ।” 5

हमारे समय में भी ऐसा ही हो रहा है । सालों से, संपूर्ण पृथ्वी में गिरजाघरों और आराधानालयों के मंचों से महान और अदभुत बातों को सुना गया है । फिर भी बहुत से लोग ने इन सच्चाइयों पर ध्यान नहीं देते हैं—क्योंकि या तो वे नहीं जानते इसे कहां पाना है, 6 या संसार की बातों की चाहत में उन्होंने इन सच्चाइयों को अस्वीकार कर दिया है ।

शैतान चालाक है । हजारों साल से, वह बुरे को भला और भले को बुरा कहता आ रहा है ।7 उसके संदेश तेज, निर्भीक, और घमंड से भरे होते हैं ।

जबकि, स्वर्गीय पिता के संदेश बहुत ही भिन्न होते हैं । वह सरल, शांत, और बहुत ही स्पष्टरूप से बोलता है कि हम उसे समझने में गलती नहीं कर सकते हैं ।8

उदाहरण के लिए, जब कभी उसने पृथ्वी पर मनुष्यों को अपने एकलौते पुत्र का परिचय दिया है, उसने ऐसा बहुत ही कम शब्दों में किया है । रूपांतरण के पहाड़ पर पतरस, याकूब, और यूहन्ना को परमेश्वर ने कहा था, “यह मेरा प्रिय पुत्र है, इसकी सुनो ।”9 नफाइयों को प्राचीन बाउंटीफुल में उसके शब्द थे “देखो मेरा प्रिय पुत्र, जिससे मैं बहुत प्रसन्न हुआ हूं, जिससे मैंने अपने नाम को गौरान्वित किया है—तुम उसे सुनो ।”10 और जोसफ स्मिथ को, उस महान घोषणा में जिसने इस युग को आरंभ किया था, परमेश्वर ने केवल कहा था, “यह मेरा प्रिय पुत्र है ।” इसकी सुनो !”11

अब, मेरे प्यार भाइयों और बहनों, इस बात पर विचार करो कि अभी बताई तीन घटनाओं में, पिता द्वारा पुत्र का परिचय देने से ठीक पहले, लोग भय की अवस्था और, कुछ हद तक निराशा के दौर से गुजर रहे थे ।

प्रेरित भयभीत थे जब उन्होंने रूपांतरण के पहाड़ पर यीशु मसीह को बादलों में घिरते हुए देखा था ।

नफाई भयभीत थे क्योंकि उन्होंने कई दिनों के विनाश और अंधकार को झेला था ।

जोसफ स्मिथ स्वर्ग के खुलने से ठीक पहले अंधकार की शक्ति की पकड़ में था ।

हमारा पिता जानता है कि जब हम अनिश्चितता और भय से घिरे होते हैं, तो उसके पुत्र को सुनने में हमें सबसे अधिक मदद मिलेगी ।

क्योंकि जब हम—उसके पुत्र को सुनना—वास्तव में सुनना चाहते हैं, तो हमें बताया जाएगा कि किसी भी परिस्थिति में हमें क्या करना चाहिए है ।

सिद्धांत और अनुबंध का सबसे पहला शब्द है सुनो12इसका अर्थ है “आज्ञा पालन करने के इरादे से सुनो । 13 सुनो का अर्थ है “इसकी सुनो”— ध्यान दो जो उद्धारकर्ता कहता है और फिर उसकी सलाह का पालन करो । इन दोनों शब्दों में—“इसकी सुनो”—परमेश्वर हमें इस जीवन में सफलता, प्रसन्नता, और आनंद का उदाहरण देता है । हमें प्रभु के शब्दों को सुनना है, उन पर ध्यान देना है, और जो उसने हम से कहा है उसका पालन करना है ।

जब हम यीशु मसीह के शिष्य बनना चाहते हैं, तो उसको सुनने के हमारे प्रयास हमेशा उसका पालन करने की इच्छा से होना चाहिए । हमारे प्रतिदिन के जीवन को उसके वचनों, उसकी शिक्षाओं, उसकी सच्चाइयों से भरने के लिए हमारे सतर्क और एकसमान प्रयासों की आवश्यकता होती है ।

हम उन सूचनाओं पर भरोसा नहीं कर सकते जो सोशल मिडिया में आती हैं । ऑनलाइन और विज्ञापनों से भरी दुनिया में अरबों शब्दों द्वारा शैतान के निरंतर होते कोलाहल, नापाक हमलों के प्रयासों के बीच, हम उसे सुनने के लिए कहां जा सकते हैं ?

हम धर्मशास्त्रों को पढ़ सकते हैं । ये हमें यीशु मसीह और उसके सुसमाचार, उसके प्रायश्चित की विशालता, हमारे स्वर्गीय पिता की सुख और मुक्ति की महान योजना के विषय में सीखाते हैं । परमेश्वर के वचन को प्रतिदिन पढ़ना हमारे आत्मिक अस्तित्व के लिए बहुत आवश्यक है, विशेषकर इस बढ़ते उथल-पुथल के समय में । जब हम प्रतिदिन मसीह के वचनों में आनंदित होते हैं, तो मसीह के वचन हमें बताएंगे कि उन कठिनाइयों में हम क्या कर सकते हैं जिनकी हमने कभी कल्पना नहीं की थी ।

हम उसके मंदिर में उसे सुन सकते हैं । प्रभु का भवन सीखने का घर है । वहां, प्रभु हमें अपने तरीके से सीखाता है । वहां, प्रत्येक विधि उद्धारकर्ता के बारे में सीखाती है । वहां, हम सीखते हैं परदे को कैसे खोलना और स्वर्ग से स्पष्टरूप से कैसे बात करनी है । वहां, हम सीखते हैं कैसे शैतान को डांटना है और प्रभु की पौरोहित्य शक्ति से अपने और प्रियजनों के लिए मजबूती प्राप्त करनी है । हम में से प्रत्येक को वहां शरण लेने के लिए बहुत उत्साहित होना चाहिए ।

जब इन अस्थाई COVID-19 प्रतिबंधों को हटा दिया जाता है, तो कृपया मंदिर में आराधना और सेवा करने का नियमित समय निकालें । उस समय का प्रत्येक क्षण आपको और आपके परिवार को ऐसी आशीषें देगा जिसे अन्य कहीं पाया जा सकता है । जब आप वहां होते हैं जो आप सुनते और महसूस करते हैं उस पर मनन करने के लिए समय निकालें । प्रभु से आपको सीखाने के लिए कहें कि आपके जीवन और उनके जीवन जिन से आप प्रेम और सेवा करते हैं, को आशीष देने के लिए स्वर्ग को कैसे खोला जा सकता है ।

जबकि वर्तमान में मंदिर में आराधना करना संभव नहीं है, मैं आपको परिवार इतिहास कार्य में पारिवारिक इतिहास खोज और सूची बनाने सहित आपकी भागीदारी को बढ़ाने का निमंत्रण देता हूं । मैं वादा करता हूं कि जब आप मंदिर और परिवार इतिहास कार्य में अपना समय लगाते हैं, तो आप उसे सुनने की अपनी योग्यता को बढ़ाएंगे और सुधार करेंगे ।

हम अधिक स्पष्टरूप से भी उसे सुनते हैं जब हम पवित्र आत्मा की प्रेरणाओं को पहचानने की अपनी योग्यता में सुधार करते हैं । यह जानना कभी भी इतना अनिवार्य नहीं रहा है कि आत्मा आपसे कैसे बात करती है जितना अभी है । परमेश्वरत्व में, पवित्र आत्मा संदेशवाहक है । वह आपके मनों में उन विचारों को लाती है जो पिता और पुत्र चाहते हैं कि आप प्राप्त करें । वह दिलासा देती है । वह आपके हृदय में शांति की अनुभूति लाती है । वह सच्चाई की गवाही देगी और इसकी पुष्टी करेगी, जब आप प्रभु के वचनों को सुनते और पढ़ते हैं ।

मैं आपके लिए अपनी याचना को दोहराता करता हूं कि व्यक्तिगत प्रकटीकरण प्राप्त करने के लिए आपकी आत्मिक क्षमता को बढ़ाने के लिए जो कुछ भी आवश्यक हो उसे करें ।

ऐसा करने से आपको यह जानने में मदद मिलेगी कि अपने जीवन में कैसे आगे बढ़ना है, संकट के समय में क्या करना है, और शैतान के प्रलोभनों और धोखों को कैसे समझना और बचना है ।

और, अंत में, हम उसे सुनते हैं जब हम भविष्यवक्ताओं, दूरदर्शियों और प्रकटीकर्ताओं के शब्दों पर ध्यान देते हैं । यीशु मसीह के नियुक्त प्रेरित हमेशा उसकी गवाही देते हैं । वे सही दिशा दिखाते हैं जब हम अपने नश्वर अनुभवों के दिल दहला देने वाली भूलभुलैयाओं के बीच अपना मार्ग खोजते हैं ।

क्या होगा जब आप जो उद्धारकर्ता ने कहा है, और जो वह अब अपने भविष्यवक्ताओं के माध्यम से कह रहा है, उसका पालन करने के अभिप्राय से सुनते, ध्यान देते, और पालन करते हैं ? मैं आप से प्रतिज्ञा करता हूं कि आपको प्रलोभन, संघर्ष, और कमजोरी उबरने की अतिरिक्त शक्ति की आशीष मिलेगी । मैं आपके वैवाहिक, पारिवारिक संबंधों, और प्रतिदिन के कार्यों में चमत्कारों की प्रतिज्ञा करता हूं । और मैं वादा करता हूं कि आनंद महसूस करने की आपकी शक्ति बढ़ेगी बेशक आपके जीवन में अनिश्चितता का परिस्थिति बढ़ती है ।

यह अप्रैल 2020 का महा सम्मेलन उस एक घटना को याद करने का हमारा समय है जिसने संसार को बदल दिया था । जब हमने जोसफ स्मिथ के प्रथम दिव्यदर्शन की 200वीं वर्षगांठ के बारे में सोचा था, तो प्रथम अध्यक्षता और बारह प्रेरितों की परिषद जानने को उत्सुक थे कि इस शानदार घटना को उचित रूप से याद करने के लिए हम क्या कर सकते हैं ।

परमेश्वर के उस दर्शन ने यीशु मसीह के सुसमाचार की परिपूर्णता की पुनर्स्थापना की पहल की थी और समय की परिपूर्णता के युग में प्रवेश किया था ।

हमने सोचा था कि क्या कोई स्मारक खड़ा किया जाना चाहिए । लेकिन जब हमने उस प्रथम दिव्यदर्शन के अद्वितीय ऐतिहासिक और अंतरराष्ट्रीय प्रभाव का विचार किया था, तो हम ग्रेनाइट या पत्थर के बजाए शब्दों का स्मारक बनाने के लिए प्रभावित हुए थे—गंभीर और पवित्र घोषणा के शब्द—जो “पत्थर की पटियों पर नहीं, परन्तु [हमारे] हृदय की मांस रूपी पटियों पर” लिखे जाएंगे ।14

गिरजे के संगठित होने के बाद से, केवल पांच घोषणाएं जारी की गई हैं, जिसमें अंतिम “परिवार: दुनिया के लिए एक घोषणा” अध्यक्ष गोर्डन बी. हिंकली द्वारा 1995 में प्रस्तुत की गई थी ।

अब जब हम संसार के इतिहास में इस महत्वपूर्ण समय और यीशु मसीह के द्वितीय आगमन की तैयारी में बिखरे हुए इस्राएल को एकत्रित करने की प्रभु की आज्ञा पर विचार करते हैं, तो हम, प्रथम अध्यक्षता और बारह प्रेरितों की परिषद, निम्नलिखित घोषणा जारी करते हैं । इसका शीर्षक है “यीशु मसीह के सुसमाचार की परिपूर्णता की पुनर्स्थापना: दुनिया के लिए द्विशतवार्षिक घोषणा ।” इसे अंतिम-दिनों के संतों के यीशु मसीह के गिरजे की प्रथम अध्यक्षता और बारह प्रेरितों की परिषद द्वारा लिखा गया है । इसकी तिथि अप्रैल 2020 है । आज के लिए, मैंने इस घोषणा को पवित्र उपवन में रिकार्ड किया था, जहां जोसफ स्मिथ ने पहली बार पिता और बेटे को देखा था ।

“हम सत्यनिष्ठा से घोषणा करते हैं कि परमेश्वर संसार के प्रत्येक देश में अपने सभी बच्चों से प्रेम करता है । परमेश्वर पिता ने हमें दिव्य जन्म, अद्वितीय जीवन और अपने प्रिय पुत्र यीशु मसीह का अनंत प्रायश्चित बलिदान दिया है । पिता की शक्ति से, यीशु फिर से जी उठा था और मृत्यु पर विजय प्राप्त की थी । वह हमारा उद्धारकर्ता, हमारा आदर्श और हमारा मुक्तिदाता है ।

“200 वर्ष पहले, 1820 में एक सुंदर वसंत की सुबह पर, युवा जोसफ स्मिथ, यह जानने के लिए कि किस गिरजे में शामिल होना है, उत्तरी न्यूयॉर्क, संयुक्त राज्य अमेरिका में अपने घर के निकट जगंल में प्रार्थना करने गया था । उसके पास अपनी आत्मा के उद्धार के संबंध में प्रश्न था और उसे भरोसा था कि परमेश्वर उसे मार्ग दिखाएगा ।

“विनम्रता से, हम घोषणा करते हैं कि उसकी प्रार्थना के जवाब में, पिता परमेश्वर और उसका पुत्र, यीशु मसीह, जोसफ को दिखाई दिए थे और “सब बातों के सुधार” (प्रेरितों के काम 3:21) को आरंभ किया था जैसा बाइबिल में भविष्यवाणी की गई थी । इस दिव्यदर्शन में, उसने सीखा था कि आरंभिक प्रेरितों की मृत्यु के बाद, मसीह के नए नियम का गिरजा पृथ्वी से खो गया था । जोसफ इसकी वापसी का साधन था ।

“हम पुष्टि करते हैं कि पिता और पुत्र के निर्देशन में, स्वर्गीय दूत जोसफ को निर्देश देने और यीशु मसीह के गिरजे को फिर से स्थापित करने के लिए आए थे । पुनर्जीवित यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले ने पापों की क्षमा के लिए डुबकी द्वारा बपतिस्मा देने के अधिकार को पुनास्थापित किया था । आरंभिक बारह प्रेरितों में से तीन—पतरस, याकूब और यूहन्ना ने प्रेरित-पद और पौरोहित्य अधिकार की कुंजियों को पुनास्थापित किया था । अन्य लोग भी आए, जिनमें एलिजा भी शामिल था, जिसने मृत्यु के बाद अनंत संबंधों में परिवारों को हमेशा के लिए जोड़ने के अधिकार को पुनास्थापित किया था ।

“हम आगे गवाही देते हैं कि जोसफ स्मिथ को एक प्राचीन अभिलेख: मॉरमन की पुस्तक—यीशु मसीह का एक अन्य नियम, का अनुवाद करने के लिए परमेश्वर का उपहार और शक्ति दी गई थी । इस पवित्र पुस्तक के पृष्ठों में उसके पुनरुत्थान के तुरंत बाद पश्चिमी गोलार्द्ध में लोगों के मध्य यीशु मसीह की व्यक्तिगत सेवकाई का एक वर्णन भी शामिल है । यह जीवन के उद्देश्य को सिखाती और मसीह के सिद्धांत को समझाती है, जो उस उद्देश्य के लिए सबसे महत्वपूर्ण है । बाइबिल के एक सह-धर्मशास्त्र के रूप में, मॉरमन की पुस्तक गवाही देती है कि सभी मनुष्य स्वर्ग में प्रिय पिता के बेटे और बेटियां हैं, कि उसके पास हमारे जीवन के लिए एक दिव्य योजना है, और उसका पुत्र, यीशु मसीह, आज भी उसी प्रकार बात करता है जैसा अतीत में करता था ।

“हम घोषणा करते हैं कि 6 अप्रैल 1830 को संगठित किया गया अंतिम-दिनों के संतों के यीशु मसीह का गिरजा, मसीह के नए नियम का पुनास्थापित गिरजा है । यह गिरजा इसके कोने के पत्थर, यीशु मसीह के परिपूर्ण जीवन, और उसके अनंत प्रायश्चित और शाब्दिक पुनरुत्थान में स्थापित किया गया है । यीशु मसीह ने एक बार फिर प्रेरितों को नियुक्त किया है और उन्हें पौरोहित्य अधिकार दिया है । हम सभी को उसके और उसके गिरजे में आने, पवित्र आत्मा, उद्धार की विधियों को ग्रहण करने, और अनंत आनंद प्राप्त करने का निमंत्रण देते हैं ।

“अब दो सौ साल बीत चुके हैं जब पिता परमेश्वर और उसके प्रिय पुत्र, यीशु मसीह, ने इस पुनर्स्थापना को आरंभ किया था । दुनिया भर में लाखों लोगों ने इन भविष्यवाणी की गई घटनाओं के ज्ञान को अपनाया है ।

“हम प्रसन्नता से घोषणा करते हैं कि प्रतिज्ञा की गई पुनर्स्थापना निरंतर प्रकटीकरण के द्वारा आगे बढ़ती जाती है । पृथ्वी फिर कभी वैसी नहीं होगी, क्योंकि परमेश्वर “सब कुछ … मसीह में एकत्र करेगा” (इफिसियों 1:10) ।

“श्रद्धा और कृतज्ञता के साथ, हम उसके प्रेरितों के रूप में सभी को जानने के लिए आमंत्रित करते हैं—जैसा कि हम जानते हैं—कि स्वर्ग खुले हैं । हम पुष्टि करते हैं कि परमेश्वर अपने प्यारे बेटों और बेटियों को अपनी इच्छा प्रकट करता है । हम पुष्टि करते हैं कि जो लोग प्रार्थनापूर्वक पुनर्स्थापना के संदेश का अध्ययन और विश्वास में कार्य करते हैं इसकी दिव्यता की अपनी गवाही प्राप्त करने और हमारे प्रभु और उद्धारकर्ता, यीशु मसीह के वादा किए गए द्वितीय आगमन के लिए संसार को तैयार करने के इसके उद्देश्य से आशीषित हो जाएंगे ।15

प्रिय भाइयों और बहनों, यीशु मसीह के सुसमाचार की परिपूर्णता की पुनर्स्थापना के संबंध में दुनिया के लिए यह हमारी द्विशतवार्षिक घोषणा है । इसका अनुवाद 12 भाषाओं में किया गया है । अन्य भाषाओं में शीघ्र उपलब्ध होंगी । यह गिरजे की वेबसाइट पर तुरंत उपलब्ध होगी, जहां से आप इसकी प्रति प्राप्त कर सकते हैं । इसका व्यक्तिगतरूप से और अपने परिवार के सदस्यों और दोस्तों के साथ अध्ययन करें । सच्चाइयों पर मनन करें और उन सच्चाइयों के आपके जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में विचार करें यदि आप उन्हें सुनेंगे, उन पर ध्यान देंगे, और उन आज्ञाओं और अनुबंधों पर विचार करेंगे जो उनके साथ आते हैं ।

मैं जानता हूं कि जोसफ स्मिथ पूर्व-नियुक्त भविष्यवक्ता है जिसे प्रभु ने इस अंतिम युग को आरंभ करने के लिए चुना था । उसके द्वारा, प्रभु के गिरजे को पृथ्वी पर पुनास्थापित किया गया था । जोसफ ने अपने लहू से अपनी गवाही को मुहरबंद किया था । मैं उससे बहुत प्रेम और उसका आदर करता हूं !

परमेश्वर जीवित है ! यीशु ही मसीह है ! उसका गिरजा पुनर्स्थापित किया गया है ! वह और उसका पिता, हमारा स्वर्गीय पिता, हमारी देखभाल करता है । मैं यह गवाही यीशु मसीह के पवित्र नाम में देता हूं, आमीन ।