“नफी और पीतल की पट्टियां,” मॉरमन की पुस्तक की कहानियां (2023)
नफी और पीतल की पट्टियां
आत्मा का अनुसरण करना सीखे
लमान, लेमुएल, साम और नफी रात को यरुशलेम वापस लौट गए। नफी, लबान के घर गया, जबकि उसके भाई शहर के बाहर ही छिपे रहे।
नफी ने आत्मा को मार्गदर्शन करने दिया। उसे नहीं पता था कि उसे क्या करना चाहिए, लेकिन वह जानता था कि प्रभु, पीतल की पट्टियां पाने में उसकी सहायता करेगा।
जब नफी, लबान के मकान के पास पहुंचा, तो उसे लबान भूमि पर गिरा मिला। लबान नशे में था। नफी ने लबान की तलवार को देखा और उसे उठा लिया।
जब नफी ने तलवार की ओर देखा तो आत्मा ने उसे लबान को मार देने के लिए कहा। लेकिन नफी उसे मारना नहीं चाहता था। आत्मा ने नफी से कहा कि लाबान के लिए यह बेहतर है कि वह मर जाए, बजाय इसके कि नेफी के परिवार के पास धर्मशास्त्र न हों। लेकिन उन्हें परमेश्वर के उन आदेशों की जरूरत थी, जो पीतल की पट्टियों पर लिखे गए थे।
नफी जानता था कि लबान ने उसे मारने का प्रयास किया था। लबान ने उनकी संपत्ति भी चुराई थी और वह परमेश्वर का आज्ञा पालन नहीं कर रहा था।
आत्मा ने नफी से लबान को मार देने के लिए फिर से कहा। नफी जानता था कि प्रभु ने पीतल की पट्टियां पाने के लिए उसके लिए मार्ग तैयार किया है। उसने आत्मा की आज्ञा का पालन करना चुना। नफी ने लबान को मार डाला और लबान के कपड़े पहन लिए।
नफी इसके बाद लबान के खजाने में गया और लबान के नौकर जोराम से मिला। नफी ने लबान की तरह व्यवहार किया और उसकी स्वर में बोला।
नफी ने जोराम से कहा कि उसे पीतल की पट्टियों की जरूरत है तब नफी ने जोराम को अपने साथ आने के लिए कहा। जोराम ने सोचा कि वह लबान है, इसलिए उसने वही किया, जो नफी चाहता था।
जब नफी और जोराम शहर के बाहर आए, तो लमान, लेमुएल और साम ने सोचा कि नफी, लबान हें वे डर गए और उन्होंने भागना शुरू कर दिया।
नफी ने अपने भाइयों को बुलाया। जब उन्हें पता चला कि वह नफी है, तो उन्होंने भागना बंद कर दिया। लेकिन इसके बाद जोराम डर गया और उसने यरुशलेम में वापस जाने का प्रयास किया।
नफी ने जोराम को रोक दिया। उसने जोराम को बताया कि प्रभु ने उसे पट्टियां लाने का आदेश दिया था। उसने प्रतिज्ञा के देश में उनके साथ आने के लिए जोराम को आमंत्रित किया। जोराम जानता था कि वह स्वतंत्र हो सकता है और वह नौकर नहीं रहेगा और उसने नफी और उसके परिवार के साथ जाने का वचन दिया।
वे लेही और सरायाह के पास वापस पहुंचे। लेही और सरायाह अपने पुत्रों को देखकर बहुत खुश हुए। सरायाह ने सोचा था कि उसके पुत्र मर गए होंगे। क्योंकि प्रभु ने उसके पुत्रों को सुरक्षित रखा, इसलिए उसे अब विश्वास हो गया कि उसके परिवार को यरुशलेम छोड़ने का आदेश मिला था। लेही और सरायाह के परिवार ने प्रभु को धन्यवाद देने के लिए बलिदान दिया।
लेही ने पीतल की पट्टियों को पढ़ा उसने देखा कि पट्टियों पर भविष्यवक्ताओं की शिक्षाएं हैं। उसने यह भी जाना कि उसका एक पूर्वज युसफ था, जिसे उसके भाइयों द्वारा बहुत पहले मिश्र में बेच दिया गया था। लेही जानता था कि पीतल की पट्टियां बहुत महत्वपूर्ण थीं। वह जानता था कि प्रभु चाहता है कि उसके परिवार आदेश मिलें।