“भविष्यवक्ता मोरोनी,” मॉरमन की पुस्तक की कहानियां (2023)
भविष्यवक्ता मोरोनी
यीशु मसीह का शुद्ध प्रेम होना
मोरोनी अंतिम नफाई भविष्यवक्ता था। वह नफाइयों और लमनाइयों के बीच एक बड़े युद्ध में लड़ा। उसका परिवार और उसका जानने वाला हर कोई युद्ध में मारा गया। उस प्रदेश के लोग दुष्ट थे। उन्होंने यीशु मसीह में विश्वास करने वाले सभी भी लोगों को मार डाला। मोरोनी ने यीशु में विश्वास किया। वह इनकार नहीं किया कि यीशु उद्धारकर्ता है।
मोरोनी का पिता, मॉरमन, धातु की पट्टियों पर अपने लोगों का इतिहास लिख रहा था। मॉरमन की मृत्यु से पहले, उसने पट्टियां मोरोनी को दी थी। मोरोनी को अपने जीवन और पट्टियों की सुरक्षा के लिए छिपना पड़ा।
मॉरमन 1:3; 8:1– 5, 13; मोरोनी 1:1–3
मोरोनी के लिए जीवन कठिन था, लेकिन वह विश्वासी बना रहा। उसने लिखा जो मॉरमन ने उदारता, मसीह के शुद्ध प्रेम के बारे में सिखाया था। मॉरमन ने कहा कि लोगों को इस प्रेम को पाने के लिए अपने हृदय की पूरी ऊर्जा के साथ परमेश्वर से प्रार्थना करनी चाहिए। उसने कहा कि परमेश्वर उन लोगों को उदारता देता है जो वास्तव में यीशु का अनुसरण करते हैं।
मोरोनी 7:32–33, 40–48; 10:20-21, 23
मोरोनी लमनाइयों से प्रेम करता था, भले ही उनमें से कुछ ने उन सभी को मार डाला था जिन्हें वह जानता और उसे मारना चाहता था। उसने भविष्य में लमनाइयों की मदद करने के लिए धातु की पट्टियों पर कई बातें लिखीं। उसने आशा की कि वे किसी दिन इस अभिलेख को पढ़ेंगे और यीशु पर फिर से विश्वास करेंगे।
मॉरमन 8:1– 3; मोरोनी 1:1–4; 10:1
मोरोनी ने अभिलेख को पढ़ने वाले सभी लोगों को यह सोचने के लिए आमंत्रित किया कि परमेश्वर ने कितने प्रेम से अपने बच्चों की देखभाल की है। उसने उन्हें प्रार्थना करने और परमेश्वर से पूछने के लिए आमंत्रित किया कि क्या यह अभिलेख सच है। उसने कहा कि यदि वे यीशु में विश्वास करते हैं और वास्तव में जानना चाहते हैं, तो परमेश्वर उन्हें सच्चाई जानने देगा। वे पवित्र आत्मा की सामर्थ से जानेंगे।
मॉरमन की पुस्तक का परिचय; मोरोनी 10:1–5
मोरोनी ने अभिलेख लिखना समाप्त कर दिया। फिर उसने धातु की पट्टियों को जमीन में गाड़ दिया। यीशु ने मोरोनी से कहा कि पट्टियों पर लिखा इतिहास एक दिन दुनिया भर में परमेश्वर के बच्चों के जीवन को आशीष देगा।
कई वर्षों बाद, परमेश्वर ने मोरोनी को एक स्वर्गदूत के रूप में जोसफ स्मिथ नाम के छोटे लड़के को दिखाने के लिए भेजा जहां धातु की पट्टियां गाड़ी गई थी। जोसफ को परमेश्वर ने भविष्यवक्ता नियुक्त किया था। परमेश्वर ने जोसफ को पट्टियों का अनुवाद करने में मदद की ताकि लोग पढ़ सकें कि उन पर क्या लिखा गया था। इस अभिलेख को अब मॉरमन की पुस्तक कहा जाता है।