बचाने वाली विधियां हमारे लिए अद्भुत ज्योति लाएगी
विधिओं और अनुबंध्नों में सहभागी होने से और इसका आदर करने से ये आपको ज्ञान की ज्योति प्रदान करती है जिससे ये आपको इस अन्धकारमाय जगत में जीने के लिए सहायता प्राप्त कराती है,
भाइयों और बहनों, मैं आपके साथ मसीह के सुसमाचार या सिद्धांत में आनंदित हूं ।
एक मित्र ने एकबार एल्डर नील एल. एंडरसन, तब वह सत्तर के सदस्य थे, से पूछा की सम्मेलन केंद्र में एक्कीस हजार लोगों के सामने बोलने पर कैसा महसूस होता है । एल्डर एंडरसन ने जवाब दिया, “एक्कीस हजार लोगों से घबराहट नहीं होती; लेकिन जो पंद्रह भाई आपके पीछे बैठे होते हैं उनसे घबराहट होती है ।” तब मैं मुस्कराया था, लेकिन आज मैं घबरा रहा हूं । मैं इन पंद्रह पुरूषों से बहुत प्रेम करता हूं और इनका भविष्यवक्ता, दूरदर्शी, और प्रकटीकर्ता के रूप में समर्थन करता हूं ।
प्रभु ने इब्राहिम से कहा था कि उसके वंश के द्वारा और पौरोहित्य के द्वारा, पृथ्वी के सब परिवार आशीषित होंगे, “सुसमाचार की आशीषों से भी, … अनंत जीवन की भी” (अब्राहम 2:11; आयत 2–10 भी देखें) ।
सुसमाचार और पौरोहित्य की ये प्रतिज्ञा की गई आशीषें पृथ्वी पर पुनास्थापित की गई थीं, और फिर भविष्यवक्ता जोसफ स्मिथ ने सीमित संख्या में पुरूषों और महिलाओं का एंडाउमंट किया था । मरसी फिल्डिंग थोमसन उनमें से एक थी । भविष्यवक्ता ने उनसे कहा था, “यहा एंडाउमंट आपको अंधकार से अद्भुत ज्योति में लाएगा ।”
आज मैं बचाने वाली विधियों के विषय में बोलना चाहता हूं --- जो आपमें और मुझमें अद्भुत ज्योति लाएंगी ।
विधियां और अनुबंध
विश्वास के प्रति सच्चा में हम पढ़ते हैं: “पौरोहित्य अधिकार द्वारा किया गया औपचारिक कार्य, विधि पवित्र है । विधियां हमारे उत्कृष के लिये आवश्यक हैं … इन्हें बचाने वाली विधियां कहते हैं । इन में शामिल हैं बपतिस्मा, पुष्टिकरण, मलकिसिदक पौरोहित्य की नियुक्ति (पुरुषों के लिये), मंदिर एंडाउमंट, और विवाह मुहरबंदी ।”
एल्डर डेविड ए. बेडनार ने सीखाया था, “उद्धार और उत्कृष की विधियां जो प्रभु के पुनास्थापित गिरजे में संपन्न की जाती है … अधिकृत माध्यमों को संस्थापित करती है जिसके द्वारा स्वर्ग की आशीषें और शक्तियां हमारे व्यक्तिगत जीवनों में प्रवाहित हो सकती हैं ।”
जैसे किसी सिक्के के दो पहलु , वैसे ही बचाने वाली विधियों के साथ परमेश्वर के अनुबंध शामिल होते हैं । परमेश्वर हम से आशीषों की प्रतिज्ञा करता है यदि हम उन अनुबंधों का पालन करते हैं ।
भविष्यवक्ता अमूलेक ने कहा था, “यह समय परमेश्वर से मिलने … की तैयारी का समय है” (अलमा 34:32) । हम तैयारी कैसे करें ? योग्य होकर विधियों के ग्रहण करने के द्वारा । हमें अवश्य ही, अध्यक्ष रसल एम्. नेलसन के शब्दों में, “हमें स्वर्गीय पिता के साथ निरंतर अनुबंध बनाते रहना है ।” अध्यक्ष नेलसन ने आगे कहा था, “उद्धारकर्ता के साथ अनुबंध बनाने के द्वारा उसके पीछे चलने की प्रतिज्ञा और फिर उन अनुबंधों का पालन करना, प्रत्येक आत्मिक आशीष और सौभाग्य, पुरूषों, स्त्रियों, और बच्चों को उपलब्ध होने के अवसर प्रदान करेगा ।”
जॉन और बोनी न्यूमैन ने, आप में से कई लोगों के समान, उस आत्मिक आशीषों को प्राप्त किया है जिनका वादा अध्यक्ष नेलसन ने किया है । एक रविवार, गिरजे के बाद अपने तीन बच्चों के साथ, बोनी ने जॉन से कहा, जो की चर्च की मेम्बर नहीं थी “मैं अकेली बच्चों को गिरजे नहीं लेकर जा सकती । तुम्हें निर्णय लेना होगा कि तुम हमारे साथ मेरे गिरजे आओगे या एक ऐसा गिरजा चुनोगे जिसमें हम एकसाथ मिलकर जा सकें, लेकिन बच्चों को पता चलना चाहिए कि उनका पिता भी परमेश्वर से प्रेम करते हैं ।” इसके बाद अगले रविवार और प्रत्येक रविवार न केवल वह गिरजा गया; बल्कि उसने कई वार्डों, शाखाओं, और प्राथमिकियों में कई वर्ष पियानो बजाकर सेवा भी की । मुझे जॉन से अप्रैल 2015 में मिलने का सौभाग्य मिला था, और उस मुलाकात में, हमने चर्चा की कि बोनी को मंदिर ले जाना ही वह सर्वोत्तम तरीका है जिसके द्वारा वह बोनी के प्रति अपने प्रेम को प्रकट सकता था, लेकिन ऐसा तब तक नहीं हो सकता जब तक उसे बपतिस्मा न दिया जाए ।
अंतिम-दिनों के संतों के यीशु मसीह के गिरजे में 39 वर्षों तक आने के बाद, जॉन को 2015 में बपतिस्मा दिया गया । एक वर्ष बाद, जॉन और बोनी मेमफिस टैनैसी मंदिर में मुहरबंद हुए , 20 वर्षों बाद बोनी ने अपना एंडाउमंट प्राप्त किया । उनके 47 वर्षीय बेटे, रॉबर्ट ने अपने पिता के विषय में कहा, “पिता जी पौरोहित्य प्राप्त करने के बाद वास्तव में बहुत परिपक्व हो गए थे ।” बोनी ने आगे कहा, “जॉन हमेशा खुश और हसंमुख व्यक्ति था, लेकिन विधियां प्राप्त करने और अपने अनुबंधों का पालन करने से उसकी शिष्टता और ज्यादा हो गई ।”
मसीह का प्रायश्चित और उसका उदाहरण
कई वर्ष पहले, भविष्यवक्ता बोएड के. पैकर ने चेतावनी दी थी, “सुसमाचार की विधियों के बिना अच्छा आचरण मानव जाति को न तो मुक्ति दे सकता और न ही उत्कृष ।” असल में, हमें अपने पिता के पास लौटने के लिये न केवल विधियों और अनुबंधों की जरूरत है, बल्कि हमें उसके पुत्र, यीशु मसीह, और प्रायश्चित की भी जरूरत है ।
राजा बिन्यामीन ने सीखाया था कि केवल मसीह के नाम में और इसके द्वारा ही मानव संतान का उद्धार हो सकता है (देखें मुसायाह 3:17; ये भी देखे विश्वास के अनुच्छे 1:3) ।
उसके प्रायश्चित के द्वारा, यीशु मसीह ने हमें आदम के पतन के परिणामों से मुक्त किया और हमारे पश्चाताप और संभावित उत्कृष को मुमकिन किया है । अपने जीवन के द्वारा, “उसने बचाने वाली विधियों को प्राप्त करने के लिये हमारे लिये उदाहरण रखा” (D&C 84:20 ।
उद्धारकर्ता द्वारा बपतिस्मा की विधि प्राप्त कर “सभी धार्मिकता को पूरा करने” (देखें 2 नफ़ी 31:5–6), के बाद, शैतान ने उसे प्रलोभन दिया था । इसी प्रकार, हमारे प्रलोभन भी बपतिस्मा लेने या मुहरबंदी के बाद भी समाप्त नहीं होते , लेकिन पवित्र विधियां प्राप्त करना और संबंधित अनुबंधों का पालन करना हमें अद्भुत ज्योति से भर देता है और हमें प्रलोभनों का मुकाबला करने और पराजित करने की शक्ति देता है ।
चेतावनी
यशायाह ने भविष्यवाणी की थी कि अंतिम दिनों में, “पृथ्वी … अशुद्ध हो जाएगी, क्योंकि वे … विधि को पलट डालेंगे” (यशायाह 24:5; सिऔरअ 1:15 भी देखें) ।
इस प्रकार की चेतावनी, भविष्यवक्ता जोसफ स्मिथ को प्रकट की गई थी “होठों से तो मेरे निकट आते हैं, …[और] वे मनुष्यों की आज्ञाओं के सिद्धांतों की शिक्षा देते हैं, … पर वे उसकी शक्ति को अस्वीकार करते हैं”(जोसफ स्मिथ-इतिहास 1:19) ।
पौलुस ने भी चेतावनी दी थी कि बहुत से “भक्ति का भेष तो धरेंगे, पर उसकी [शक्ति] को न मानेंगे; ऐसों से परे रहना” (2 तीमुथियुस 3:5) । मैं दोहराता हूं, ऐसों से परे रहना ।
जीवन के बहुत से विकर्षण और प्रलोभन “फाड़ने वाले भेड़िए के समान हैं” (मत्ती 7:15) । यह सच्चा चरवाह ही होता है जो भेड़ों और लोगों को तैयार करता है , सुरक्षा देता है , और चेतावनी देता है जब ऐसे भेड़िए निकट आते हैं (देखें यूहन्ना 10:12) । सहायक चरवाह की तरह जो अच्छे चरवाहा की अनुसरण करने का प्रयास करते हैं, क्या हम अपने स्वयं के प्राण के साथ-साथ दूसरों के प्राणों के चरवाह नहीं हैं ? भविष्यवक्ताओं, दूरदर्शियों, और प्रकटीकर्ताओं के सलाह के साथ, जिनको हमने अभी सस्टेन किया है और पवित्र आत्मा की शक्ति के साथ, हम भेड़िए को आता देख सकते हैं यदि हम चौकस और तैयार रहें । इसके विपरीत, जब हम अपने स्वयं के प्राण और दूसरों के प्राणों के प्रति एक लापरवाह चरवाह होते हैं, तो दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है । लापरवाही के कारण हमारे स्वयं के प्राण और दूसरों के प्राण खतरे में रहते हैं । मैं हम में से प्रत्येक को विश्वासी चरवाह होने का निमंत्रण देता हूं ।
अनुभव और गवाही
प्रभु-भोज एक विधि है जो हमें सही मार्ग पर बनाए रखती है, और योग्य होते हुए भी इसमें भाग लेना इस बात का प्रमाण है कि हम अन्य विधियों से जुड़े अनुबंधों का पालन कर रहे हैं । कुछ वर्ष पहले, जब मेरी पत्नी, अनीता, और मैं आर्कनसास लिटिल रॉक मिशन में सेवा कर रहा था, मैं दो युवा प्रचारकों के साथ सीखाने के लिये गया । पाठ के दौरान, एक भले भाई ने जिसे हम सीखा रहे थे कहा, “मैं आपके गिरजे जा चुका हूं; आप क्यों हर रविवार को रोटी खाते और जल पीते हो ? हमारे गिरजे में, हम इसे वर्ष में दो बार करते हैं, ईस्टर और क्रिसमस पर, और यह बहुत ही अर्थपूर्ण है ।”
हमने उसे बताया कि हमें “अक्सर एकसाथ मिलकर … रोटी और मदिरा को ग्रहण” करने की आज्ञा दी गई है (मोरोनी 6:6; सिऔरअ 20:75 भी देखें) । हमने मत्ती 26 और 3 नफी 18 ऊंची आवाज में पढ़ा । उसने जवाब दिया कि वह अभी इसकी जरूरत नहीं समझता ।
फिर हमने यह बताया: “कल्पना करो तुम एक गंभीर कार दुर्घटना का शिकार गए हो । तुम्हें चोट लगी है और तुम बेहोश हो । कोई सामने से गुजरता है, देखता है कि तुम बेहोश हो, और आपाकालिन नंबर 911 डायल करता है । तुम्हारी देख-भाल की जाती है और तुम होश में आ जाते हो ।”
हमने इस भाई से पूछा, “जब आप होश में आकर अपने आस-पास को पहचानने के योग्य होते हो, तो आप क्या पूछोगे ?”
उसने कहा, “मैं जानना चाहूं कि मैं कैसे वहां पहुंचा और मुझे किसने देखा । मैं उसे प्रतिदिन धन्यवाद देना चाहूंगा क्योंकि उसने मेरा जीवन बचाया है ।”
हमने इस भले भाई से कहा की किस प्रकार उद्धारकर्ता ने हमारे जीवनों को बचाया और किस प्रकार हमें उसे प्रतिदिन, प्रतिदिन, प्रतिदिन धन्यवाद देना चाहिए !
हमने फिर पूछा, “यह जानते हुए कि उसने अपना जीवन आपके लिये और हमारे लिये दिया, आप कितनी बार रोटी खाना और जल पीना चाहोगे जोकि उसके शरीर और लहू का प्रतीक हैं ?”
उसने कहा, “मैं समझ गया, मैं समझ गया, लेकिन एक बात और आपका गिरजा हमारे जेसा नहीं है ।”
इसके लिये हमने जवाब दिया, “आप क्या करोगे यदि येशू मसीह आपके दरवाजे से अंदर आता है ?”
उसने कहा, “तुरंत, मैं अपने घुटनो के बल झुक जाऊंगा ।”
हमने पूछा, “क्या आप ऐसा ही महसूस नहीं करते जब आप अंतिम-दिनों के संतों के आराधनालय के अंदर जाते हो---उद्धारकर्ता की श्रद्धा के लिए ?”
उसने कहा, “मैं समझ गया, मैं समझ गया, मैं समझ गया !”
उस ईस्टर रविवार को वह गिरजे आया और निंरतर आता रहा I
मैं हम सबों को स्वयं से पूछने का निमंत्रण देता हूं, “प्रभु-भोज सहित, कौन-सी विधियां, मुझे प्राप्त करने की जरूरत है, और कौन से अनुबंधों को मुझे बनाने, रखने, और पालन करने की जरूरत है ?” मैं प्रतिज्ञा करता हूं कि विधियों में भाग लेने और इन से जुड़े अनुबंधों का पालन करने से आपको अद्भुत ज्योति और इस अन्धकारमय जगत में बचाव मिलेगा । यीशु मसीह के नाम में, आमीन ।