2010–2019
परमेश्वर के भविष्यवक्ता
अप्रैल 2018


2:3

परमेश्वर का भविष्यवक्ता

एक भविष्यवक्ता आपके और उद्धारकर्ता के बीच खड़ा नहीं होता इसके बजाय, वह आपके साथ में खड़ा होता है और उद्धारकर्ता की ओर मार्ग दर्शन कराता हैं |

मैं भी एल्डर गेर्रिट गोंग और एल्डर उलिस्सेस सोअरेस को बारह की परिषद् के हमारे अद्वितीय भाईचारे में स्वागत करता हूँ ।

प्रभु के भविष्यवक्ता और अंतिम-दिनों के संतों के यीशु मसीह के गिरजे के अध्यक्ष रासल एम. नेलसन के रूप में अपना समर्थन देने में, हम दिव्य आदेश, महासभा का हिस्सा थे । महा क्योंकि पिछले घंटे की घटनाओं की अपेक्षा स्वर्ग में हमारे पृथ्वी-पूर्व से की जाती रही है । प्रभु यीशु मसीह ने, जो पृथ्वी पर अपने कार्य का निर्देशन करते हैं, आज अध्यक्ष आएरिंग के द्वारा, अपने भविष्यवक्ता, नियुक्त मार्गदर्शक, को हम सब, अपने अनुबंधित लोगों के समक्ष प्रस्तुत किया है, ताकि हम सार्वजनिकरूप से भविष्यवक्ता का समर्थन और उनकी सलाह का पालन करने की सम्मति को प्रकट करें ।

उन लाखों सदस्यों के लिए जो हमारे साथ सम्मेलन केंद्र में नहीं हैं, मैं चाहता हूं कि आप यह जान लें कि अध्यक्ष नेल्सन को बनाए रखने के दौरान इस इमारत में परमेश्वर की आत्मा ठीक वैसे ही थी जैसा आपने अनुमान लगाया होगा -- आध्यात्मिक शक्ति से भरा | परन्तु हमारे स्वर्ग से निर्देशित हमारी महासभा केवल इस सम्मेलन केंद्र में नहीं है, बल्कि संसार-भर के आराधनालयों जैसे एशिया, अफ्रीका, और उत्तरी अमेरिका में; मध्य और दक्षिण अमेरिका और यूरोप के घरों में; प्रशांत-महासागरीय क्षेत्रों में और सागर के अन्य द्वीपों में हो रही है; यह सभा संसार के किसी भी हिस्से में आप के साथ हैं, चाहे आप की संपर्क अपने स्मार्टफोन के ओडियो से जुड़ें हों । हमारे ऊपर उठे हुए हाथ हमारे धर्माध्यक्षों द्वारा सिर्फ नहीं गिने गये थे पर स्वर्ग में भी, लेकिन निश्चितरूप से इनका उल्लेख परमेश्वर के साथ हमारे अनुबंध के रूप में किया गया है और हमारे प्रत्येक कार्य जीवन की पुस्तक में लिखे जाते हैं ।

प्रभु अपने भविष्यवक्ता को चुनता है

भविष्यवक्ता का चुनाव स्वयं प्रभु द्वारा किया जाता है । इसका कोई प्रचार अभियान नहीं होता, कोई चिल्लाकर बहस करना नहीं होता, कोई पोस्टर नहीं लगाए जाते, कोई विवाद, अविश्वास, भ्रम, या हंगामा नहीं होता है । मैं भी गवाही देता हूँ कि स्वर्ग हमारे साथ थे मंदिर के ऊपर के कमरे में, जब हम ने प्राथना के गेर में अध्यक्ष नेलसन को डाला और प्रभु के उन पर पूरी तरह के प्रशंसा हमने महसूस किया ।

प्रभु के भविष्यवक्ता के रूप में अध्यक्ष रसल एम. नेलसन का चुनाव बहुत पहले किया गया था । प्रभु के शब्द जेरेमिया को अध्यक्ष के लिए भी प्रभावशील हैं, “पेट में बनाने से पहले मैं तुम्हें जानता था, और उसके पहले कि तुम गरब से निकल आये मैं ने तुम्हें पवित्र किया और मैं ने तुम्हें भविष्यवक्ता के रूप में देशों में बुलाया ।”1 सिर्फ तीन वर्ष पहले, एल्डर नेलसन, 90 वर्ष की आयु में, तीन वरिष्ठ प्रेरितों के बाद वरिष्ठता में चौथे स्थान पर थे । प्रभु, जो जीवन और मृत्यु पर नियंत्रण रखता है, अपने भविष्यवक्ता को चुनता है । अध्यक्ष नेलसन का स्वास्थ्य 93 वर्ष की आयु में बहुत बढ़िया है । हम आशा करते हैं वह हमारे साथ अगले एक-दो दशकों तक रहेंगे, लेकिन अभी के लिये हम उन्हें समझाने की कोशिश कर रहे हैं कि वह ऊंची ढलानों पर स्की करने न जाएं ।

जैसे हम भविष्यवक्ता का सम्मान प्रभु द्वारा नियुक्त व्यक्ति के रूप में करते हैं, लेकिन यह बताना महत्वपूर्ण है कि हम केवल अपने स्वर्गीय पिता, परमेश्वर, और उसके दिव्य पुत्र की आराधना करते हैं । और केवल हमारे उद्धारकर्ता, यीशु मसीह की योग्यताओं, दया, और अनुग्रह के द्वारा ही हम एक दिन उनकी उपस्थिति में प्रवेश कर सकते हैं ।2

क्यों हमें भविष्यवक्ता का अनुसरण करना चाहिए

लेकिन यीशु ने उन सेवकों के बारे में भी एक महत्वपूर्ण सत्य सिखाया जिन्हें वह हमारे पास भेजता है। “वह जो आपको स्वीकार करेगा” उसने कहा, “और जो मुझे स्वीकार करता है वह उसे स्वीकार करता है जिसने मुझे भेजा है ।”3

प्रभु के भविष्यवक्ता का सबसे महेत्वपूर्ण काम है कि वे मसीह के बारे में सिखाये और उनके पास ले जाएँ |

भविष्यवक्ता रासल एम. नेलसन का अनुसरण करने के कई तर्कसंगत कारण हैं । यहां तक कि जो हमारे विश्वास का नहीं भी उन्हें प्रतिभाशाली कहतें हैं । वह 22 वर्ष की आयु में डाक्टर बने, एक सम्मानित हृदय संबंधी शल्य चिकित्सक, और ओपन-हार्ट शल्य चिकित्सा के विकास में जाने-माने व्यक्ति रहे हैं ।

ज्यादातर उनके ज्ञान और न्याय को स्वीकार करतें हैं : नौ दशकों का जीवन और मृत्यु के विषय में अध्यन करना, निस्वार्थरूप से जीवन जीना, संसार के प्रत्येक स्थान में परमेश्वर के बच्चों से प्रेम करना और सीखाना । और 10 बच्चों के अनुभवों के साथ परिपक्व, 57 नाती-नातिन / पोते-पोतियां, और 118 पड़ नाती-नातिन / पड़ पोते-पोतियां होना और यह अंतिम संख्या बदलती रहती है | एक पड़ पोते का जन्म केवल पिछले बुधवार को हुआ था |

अधयक्ष रसल एम् नेल्सन अपने पड पोतें के साथ

जो उन्हें अच्छी जानते हैं आगे कहेंगे, “अध्यक्ष नेलसन ने जीवन की कठिनाइयों को विश्वास और साहस के साथ सामना किया है ।“ जब कैंसर से पीड़ित उनकी 37 वर्ष की बेटी, ऐमली की मृत्यु हुई और अपने प्रेमी पति और पांच छोटे बच्चों को छोड़कर संसार से चली गई, मैं उन्हें कहते सुना । “मैं उसका पिता, एक मेडिकल डॉक्टर, और प्रभु यीशु मसीह का प्रेरित था, लेकिन मैंने अपना सिर झुकाया ... और स्वीकार किया, "मेरी नहीं अपितु आपकी इच्छा पूरी हो ।”4

मीनार पर एक पहरेदार

यद्यपि हम सब इन महान गुणों की तारीफ करते हैं, क्यों जब हम अध्यक्ष नेलसन का अनुसरण करते हैं? क्योंकि प्रभु यीशु मसीह ने उन्हें मीनार पर अपना पहरेदार नियुक्त किया है ।

कार्कास्सोंने,फ्रांस

कारकस्सोन्ने फ्रांस में दीवार से घिरा एक शानदार शहर है जो मध्यकालीन युग से वहां कायम है । ऊंची मीनारें इस के साथ की सुरक्षित दीवार से ऊपर निकली हुई हैं, जोकि उन पहेरदारों के लिये बनी थी जो इन दिन और रात मीनारों पर खड़े होकर दूर से आते हुए शत्रु पर नजर रखते थे । जब पहरेदार शत्रु को आता देखता था, तो उसकी चेतावनी भरी आवाज कारकस्सोन्ने के लोगों को उस खतरे बचाती थी जिसे वे स्वयं नहीं देख सकते थे ।

एक भविष्यवक्ता मीनार पर पहरेदार के समान है, जो हमें उन आत्मिक खतरों से बचाता है जो शायद हम नहीं देख सकते ।

प्रभु ने यहजकेल से कहा, “मैंने तुम्हें इस्राएल के घराने के लिए एक पहरेदार बनाया है; इसलिये तू मेरे मुंह से शब्द सुन, और उन्हें मेरी तरफ से चेतावनी दे |”5

हम अक्सर भविष्यवक्ता का पालन करने की हमारी ज़रूरत के बारे में बात करते हैं, परन्तु परमेश्वर ने अपने भविष्यवक्ता पर इस भारी बोझ पर विचार किया: “यदि आप दुष्टों को चेतावनी देने के लिए बात नहीं करते हैं..,[और]वह दुष्ट मनुष्य .... अपने पापों के साथ मर जाता हैं; .... उसका खून तुम्हारे हाथ में होगा |”6

एक महान व्यक्तिगत साक्षी

हमें अध्यक्ष नेलसन को ग्रहण करना है जैसे हम पतरस और मूसा को ग्रहण करते यदि हम उसके समय में रहते होते । परमेश्वर ने मूसा को कहा था, “मैं तेरे मुख के संग होकर जो तुझे कहना होगा वह तुझे सीखलाता जाऊंगा ।” 7 “हम प्रभु के भविष्यवक्ता के शब्दों को विश्वास से सुनते हैं, ताकि उनके शब्द प्रभु के शब्द हैं ।”8

क्या यह विश्वास अंधा है ? नहीं, यह नहीं है । हम सभी के पास यीशु मसीह के सुसमाचार की पुनास्थापना की सच्ची आत्मिक गवाही है । हम अपनी स्वयं की इच्छा और मर्जी से, आज सुबह हमने अपने हाथ उठाकर, अपनी अभिलाषा का प्रदर्शन करते हुए “[हमारे] भरोसे, [हमारे] विश्वास, और [हमारी] प्रार्थनाओं”9के द्वारा परमेश्वर के भविष्यवक्ता का समर्थन और उसकी सलाह का पालन करना प्रकट किया हैं । अंतिम-दिनों के संतों के तौर पर व्यक्तिगत पुष्टीकरण प्राप्त करना हमारा सौभाग्य है कि अध्यक्ष नेलसन प्रभु द्वारा नियुक्त किए गए हैं । जबकि मेरी पत्नी, कैथी, अध्यक्ष नेलसन को लगभग तीन दशकों से जानती है और उनकी दिव्य दायित्व के बारे में, उनकी नियुक्ति और पृथक्करण पर कोई संदेह नहीं है, मेरी पत्नी ने उनके सारे महा सम्मेलन की वार्ताओं को पिछले 34 वर्षों से पढ़ना आरंभ किया था, वह उनकी भविष्यवक्ता संबंधी भूमिका के लिए भी गहन आश्वासन की प्रार्थना करती है । मैं आपसे वादा करता हूं कि यह महान गवाही आपको मिलेगी जब आप विनम्रता और योग्यता से इसके लिए प्रार्थना करते हो ।

हम क्यों हमारे भविष्यवक्ता का अनुसरण करने के लिए इतने इच्छुक हैं ? क्योंकि वे जो परिश्रम से अनंत जीवन की खोज करते हैं, उनके लिए भविष्यवक्ता की वाणी इस अति अशांत समय में आत्मिक सुरक्षा लाती है ।

हम ऐसे ग्रह में रहते हैं जहां लाखों आवाजें हमने विभिन्न कार्य करने को कहती हैं । ईटरनेट, हमारे समार्टफोन, हमारे टेलिविजन सेट, सब हम से हमारा ध्यान मांगते है और हम पर अपना प्रभाव डालते हैं यह आशा रकते हुए कि हम उनके उत्पादों और उनके मानकों को अपनाएं ।

निरंतर मिलने वाली सूचना और विचार हमें धर्मशास्त्रों की चेतावनी की याद दिलाती हैं “हर एक बयार से उछाले, और इधर-उधर घुमाए जाते,” 10“हवा में बहते,” 11“मनुष्यों की ठग-विद्या,” से प्रभावित होते हुए और उनके द्वारा हराए जाते “जो धोखा देने की प्रतिक्षा करते हैं ।” 12

भविष्यवक्ता का विश्वसनीयता से अनुकरण करने के लिए हमें ज़रुरत है कि हम उनको सुने जिसे उसने भेजा है । इस हंगामे भरे दुनिया में भविष्यवक्ता को अनुसरण करना एक ठंडे दिन पर नर्म और गर्म कंबल में ओडने जैसा है ।

हम दलील, बहस, तर्क, विर्तक, और स्पष्टीकरण के संसार में रहते हैं । “क्यों ?” पूछना हमारे जीवन के कई पहलुओं में सकारात्मक है, यह हमारी बुद्धि की शक्ति को प्रतिदिन सामाना किए जाने वाले चुनावों और निर्णयों को लेना मुमकिन करता है ।

लेकिन प्रभु की वाणी अक्सर बिना किसी स्पष्टीकरण के आती है... 13 लंबे समय से शिक्षाविदों ने पत्नियों और बच्चों के विश्वास पर बेवफाई के प्रभाव का अध्ययन किया, और प्रभु ने कहा “तू व्यभिचार न करना,” 14 इस बुद्धि पर भरोसा करने से परे हम पवित्र आत्मा के तोफे को खजाना मानेगें ।

आश्चर्यचकित मत होना

नोहा उपदेश देते हुए

जब भविष्यवक्ता की वाणी, कोमलता से बोलती है, तो अक्सर हमें परिर्वतन, पश्चाताप करने के लिये और परमेश्वर के पास लौटने के लिए कहती है । जब हमें कोई सुधार करने की आवश्यकता हो, तो हम देरी न करें । और चिंतित न हो जब भविष्यवक्ता की वाणी आजकल के लोकप्रिय मान्यताओं के विरूद्ध चेतावनी देती है । कई बार, बहुत निराश अविश्वासी लोग भविष्यवक्ता के शब्दों की तुरंत आलोचना करना आरंभ कर देते हैं जैसे ही वह इन्हें कहते हैं । जब हम प्रभु के भविष्यवक्ता की सलाह और शिक्षाओं का अनुसरण करने के लिये विनम्र होते हैं, तो मैं आपसे एक अतिरिक्त सुरक्षा और शांति की आशीष का वादा करता हूं |

शमूएल लामंनाईट भविष्यवाणी करता है

आश्चर्य न करें यदि आरंभ में आपके विचार हमेशा प्रभु के भविष्यवक्ता के साथ समरूप नहीं होते हैं । यह क्षण सीखने, विनम्रता के होते हैं, जब हम अपने प्राथना में घुटने के बल झुकते हैं । तो हम विश्वास में आगे बढ़ते हैं, परमेश्वर पर भरोसा करते हुए, विश्वास रखते हुए कि समय आने पर स्वर्गीय पिता से हमें अधिक स्पष्ट आत्मिकता मिलेगी । एक भविष्यवक्ता ने उद्धारकर्ता के अतुलनीय उपहार का वर्णन किया कि “पुत्र की इच्छा पिता की इच्छा में समा जाएगी ।” 15परमेश्वर की इच्छा के समक्ष अपनी इच्छा का समर्पण, असल में, आत्मसमर्पण नहीं अपितु महिमापूर्ण विजय का आरंभ है ।

कुछ भविष्यवक्ता के शब्दों को बहुत अधिक विश्लेषण करने लगेंगे, यह निश्चय करने के लिये संघर्ष करते हुए कि उसकी भविष्यवक्ता संबंधी वाणी क्या है और उसकी व्यक्तिगत राय क्या है ।

1982 में, जनरल अधिकारी की नियुक्ति से दो साल पहले, भाई रसल एम. नेलसन ने कहा था, “मैं स्वयं से कभी नहीं पूछता, ‘कब भविष्यवक्ता के रूप में भविष्यवक्ता बोलता है और कब नहीं बोलता ?’ मेरी दिलचस्पी इसमें रही है, ‘कैसे मैं उसके समान बन सकता हूं?” और उन्होंने आगे कहा, “मेरा [सिद्धांत] है कि यह प्रश्न मत करो कि भविष्यवक्ता का कथन सैद्धांतिक है या नहीं, बस उनका पालन करो ।”16इस प्रकार विनम्र और आत्मिक व्यक्ति अपने जीवन में प्रार्थमिकता देते हैं, 36 वर्ष बाद, वह प्रभु के भविष्यवक्ता हैं ।

उद्धारकर्ता में अपने विश्वास को बढ़ाएं

मैंने अपने व्यक्तिगत जीवन में, मैंने पाया है कि जब मैं प्रार्थनापूर्वक परमेश्वर के भविष्यवक्ता के शब्दों का अध्ययन करता हूं और धीरज के साथ अपनी इच्छा को आत्मिकरूप से उसकी प्रेरित शिक्षाओं के अनरूप बनाते हुए, तो यीशु मसीह में मेरे विश्वास में हमेशा वृद्धि होती है.. 17 यदि आप उसकी सलाह की अनदेखी करते और सोचते हो कि हम बेहतर जानते हैं, तो हमारे विश्वास में कमी होती और हमारा अनंत दृष्टिकोण धुंधला हो जाता है । मैं आप से वादा करता हूँ कि जब आप भविष्यवक्ता के पीछे स्तिर रहें तब मसीह में आपकी विश्वास बढेगी ।

उद्धारकर्ता ने कहा था, “सारे भविष्यवक्ता, उन्होंने मेरी गवाही दी है ।”18

भविष्यवक्ता हमारे और उद्धारकर्ता के बीच खड़ा नहीं होता । बल्कि, वह हमारे साथ खड़ा होता है और उद्धारकर्ता की ओर मार्ग दिखाता है । इन अशांत समय में भविष्यवक्ता के आवाज़ उनके लिए आत्मिक सुरक्षा लाता है । हमारे लिये भविष्यवक्ता का महानत्तम उपहार उसकी दृढ़ गवाही है, कि यीशु ही मसीह है । पतरस के समान हमारे भविष्यवक्ता कहते हैं, “[वह] मसीह है, जीवित परमेश्वर का पुत्र ।” 19

भविष्य में हमारे मानवता पर वापस देखते हुए, हम आनंद मनाएंगे कि हम पृथ्वी पर चले जब एक जीता भविष्यवक्ता है । उस दिन मैं प्राथना करता हूँ कि हम कह सकेंगे:

हमने उसे सुना है ।

हम उसमें विश्वास करते हैं ।

हम धैर्य और विश्वास से उसके शब्दों का अध्ययन किया है ।

हमने उसके लिये प्रार्थना की है ।

हम उसके साथ खड़े होते हैं ।

हम उसकी आज्ञा का पालन करने के लिये विनम्र हैं ।

हम ने उनसे प्यार किया ।

मैं अपना हार्दिक गवाही देता हूँ कि यीशु मसीह है, और मुक्तिदाता और उद्धारकर्ता है, और इस संसार में अध्यक्ष रसल एम. नेलसन उनके अभिषेकित भविष्यवक्ता हैं । यीशु मसीह के नाम में । आमीन ।

टिपण्णीयाँ

  1. जेरेमिया 1:5.

  2. देखें 2 नेफी2:8.

  3. मत्ती 10:40.

  4. Personal memory; also see Spencer J. Condie, Russell M. Nelson: Father, Surgeon, Apostle (2003), 235.

  5. यहजकेल 33:7.

  6. यहजकेल 33:8.

  7. निर्गमन 4:12.

  8. सिद्धांत और अनुबंध 21:5.

  9. सिद्धांत और अनुबंध 107:22.

  10. इफिसियों 4:14.

  11. याकूब 1:6

  12. इफिसियों 4:14.

  13. अध्यक्ष डाल्लिन एच. ओक्स ने एक बार कहा:

    “1988 के साक्षात्कार में ... मैंने दिव्य प्रकाशन के लिए प्राणघातक कारणों की आपूर्ति करने के प्रयासों के प्रति अपने दृष्टिकोण को समझाया:

    “यदि आप दिमाग में इस प्रश्न के साथ धर्मशास्त्रों को पढ़ते हैं,” परमेश्वर ने यह आदेश क्यों दिया या उसने आदेश किस लिए दिया,” आप पाते हैं कि एक सौ से कम आदेशों में से एक में कोई कारण दिया गया था | यह कारण देने के लिए परमेश्वर का साँचा नहीं है। हम [मनुष्य] प्रकटीकरण के कारण डाल सकते हैं| हम आज्ञाओं के कारण डाल सकते हैं | जब हम करतें हैं, तब हम अकेले होतें हैं| कुछ लोग [प्रकटीकरण] के कारण डालते हैं ..., और वे शानदार रूप से गलत साबित हुए | उसमें एक सबक है.... मैंने बहुत समय पहले फैसला किया था कि मुझे आदेश में विश्वास था और मुझे इसके कारणों के बारे में कोई विश्वास नहीं था |’......

    “......कारणों का पूरा सेट मुझे अनावश्यक जोखिम लेने जैसे लग रहा था..... आइए वहीं गलती मत करो जो अतीत में किया गया है.... प्रकटीकरण के उदेश्य में कारणों को रखने की कोशिश करना | कारणों से काफी हद तक मनुष्य दुवरा बनाए समझना । प्रकटीकरण वे हैं जो हम परमेश्वर की इच्छा के रूप में बनाए रखते हैं और यही वह जगह है जहां सुरक्षा संपूर्ण है”( जीवन के सबक सीखना [2011],68–69).

  14. निर्गमन 20:14

  15. मूसायाह 15:7

  16. Russell M. Nelson, in Lane Johnson, “Russell M. Nelson: A Study in Obedience,” Tambuli, Jan. 1983, 26.

  17. अध्यक्ष हेनरी बी. इयरिंग ने कहा : “एक और झुकाव यह मानना है कि भविष्यवक्ताओं के आज्ञा को स्वीकार करने या स्वीकार करने का विकल्प यह तय करने से कहीं अधिक नहीं है कि क्या अच्छी सलाह स्वीकार करें और इसके लाभ प्राप्त करें या जहां हम हैं | लेकिन भविष्यवक्ता सलाह को ना लेने का विकल्प उस आधार पर बदल जाता है जिस पर हम खड़े हैं | यह और अधिक खतरनाक हो जाता है | नूह को जहाज बनाने में मदद करने का फैसला करने का सबसे अच्छा समय पहली बार पूछा गया था।भविष्यवक्ता के सलाह को लेने में विफलता भविष्य में प्रेरित सलाह लेने के लिए हमारी शक्ति को कम करती है। प्रत्येक बार जब उसने पूछा, तो जवाब देने में हर विफलता से आत्मा को संवेदनशीलता कम हो जाएगी | और इसलिए जब भी बारिश आती, तब तक उनका अनुरोध अधिक मूर्ख लग रहा था। और फिर बहुत देर हो चूका था | (“परामर्श में सुरक्षा ढूँढना.” Ensign, May 1997, 25) |

  18. 3 नेफि 20:24.

  19. मत्ती 16:16; देखो योहन 6:69