विश्वास के पदचिन्हों के साथ यीशु मसीह का अनुसरण
मसीह आज हमें कठिन समयों के पार ले जा सकता है। उसने आरंभिक पथप्रदर्शकों के लिए ऐसा किया था, और वह अब हम में से प्रत्येक के लिए ऐसा करता है।
“Faith in Every Footstep” गाने के लिए, गायक मंडली का धन्यवाद। इस गीत का संगीत और शब्द 1996 में भाई नेवेल डेली1 द्वारा 1847 में साल्ट लेक वैली में आरंभिक पथप्रदर्शकों के आगमन की 150 वीं वर्षगांठ के समारोह की तैयारी में लिखे गए थे।
हालांकि यह गीत उस समारोह की तैयारी में लिखा गया था, लेकिन इसका संदेश संपूर्ण विश्व पर लागू होता है।
इस गीत का कोरस मुझे हमेशा पसंद रहा है:
प्रत्येक पदचिन्ह में विश्वास के साथ, हम प्रभु, मसीह का अनुसरण करते हैं;
और उसके शुद्ध प्रेम में आशा से भरे, हम एकचित होकर गाते हैं।2
भाइयों और बहनों, मैं गवाही देता हूं कि जब हम विश्वास में पदचिन्हों के साथ यीशु मसीह का अनुसरण करते हैं, तो आशा मिलती है। प्रभु यीशु मसीह में आशा है। इस जीवन में सभी के लिए आशा है। हमारी गलतियों, हमारे दुखों और संघर्षों, हमारे कष्टों और परेशानियों पर विजय पाने की आशा है। पश्चाताप और क्षमा किए जाने और दूसरों को क्षमा करने में आशा है। मैं गवाही देता हूं कि मसीह में आशा और शांति है। वह आज हमें कठिन समयों के पार ले जा सकता है। उसने आरंभिक पथप्रदर्शकों के लिए ऐसा किया था, और वह अब हम में से प्रत्येक के लिए ऐसा करेगा।
इस साल साल्ट लेक वैली में आरंभिक पथप्रदर्शकों के आगमन की 175 वीं वर्षगांठ है, जिसने मुझे अपने पूर्वजों पर विचार करने के लिए उत्साहित किया है, जिनमें से कुछ नावू से साल्ट लेक वैली तक पैदल आए थे। मेरे परदादा-दादी अपनी युवावस्था में मैदानों में पैदल चले थे। हेनरी ब्लार्ड 20 वर्ष के थे;3 मार्गरेट मैकनील 13;4 वर्ष के थे और जोसफ एफ. स्मिथ, जो बाद में गिरजे के छठे अध्यक्ष बने, जब वह साल्ट लेक घाटी पहुंचे तो सिर्फ 9 वर्ष के थे।5
उन्हें राह में हर तरह के अभाव का सामना करना पड़ा, जैसे कि ठिठुरती सर्दियां, बीमारी और उपयुक्त भोजन और कपड़ों की कमी। उदाहरण के लिए, जब हेनरी ब्लार्ड ने साल्ट लेक वैली में प्रवेश किया, तो वह “प्रतिज्ञा की गई भूमि” को देखकर खुश हो गया, लेकिन डर में रहता था कि कोई उसे देख सकता है क्योंकि उसने जो कपड़े पहने थे, वे इतने फटे हुए थे कि यह उनके शरीर को ढक नहीं रहे थे। अंधेरा होने तक वह पूरे दिन झाड़ियों के पीछे छिपे रहे थे। इसके बाद वह एक घर में गए और कपड़ों के लिए भीख मांगी ताकि वह अपनी यात्रा जारी रख सकें और अपने माता-पिता का पता लगा सकें। वह परमेश्वर के आभारी थे कि वह सुरक्षित अपने भविष्य के घर पहुंच गए।6
मेरे परदादा-दादी ने अपनी प्रत्येक परीक्षा के दौरान विश्वास के पदचिन्हों पर यीशु मसीह का अनुसरण किया था। मैं उनका आभारी हूं कि उन्होंने कभी हार नहीं मानी। विश्वास के उनके पदचिन्हों ने मुझे और आने वाली पीढ़ियों को आशीषित किया है, ठीक जैसे आज आपके विश्वास के पदचिन्ह आपकी भावी पीढ़ी को आशीषित करेगी।
पथप्रदर्शक शब्द संज्ञा और विशेषण दोनों है। संज्ञा के रूप में यह एक ऐसे व्यक्ति से हो सकता है जो किसी नए क्षेत्र का पता लगाने या बसने वाले पहले लोगों में से पहला हो। विशेषण के रूप में, इसका अर्थ दूसरों को अनुसरण करने के लिए मार्ग बताना या तैयार करना हो सकता है।7
जब मैं उन पथप्रदर्शकों के बारे में सोचता हूं जिन्होंने दूसरों के लिए मार्ग तैयार किया है, तो मैं सर्वप्रथम भविष्यवक्ता जोसफ स्मिथ के बारे में सोचता हूं। जोसफ एक पथप्रदर्शक थे क्योंकि विश्वास के उनके पदचिन्ह उन्हें उपवन में ले गए जहां उन्होंने घुटनों के बल झुककर प्रार्थना की और हमारे लिए यीशु मसीह के सुसमाचार की परिपूर्णता का मार्ग खोला था। 1820 में वसंत की सुबह “परमेश्वर से मांगने”8 के जोसफ के विश्वास ने यीशु मसीह के सुसमाचार की परिपूर्णता की पुन:स्थापना का मार्ग खोला था जिसमें भविष्यवक्ताओं और प्रेरितों को फिर से पृथ्वी पर सेवा करने के लिए नियुक्त किया जाना शामिल था।9 मै जानता हूं कि जोसफ स्मिथ परमेश्वर के भविष्यवक्ता हैं। मैं जानता हूं कि उनके विश्वास से भरे पदचिन्हों ने उन्हें पिता परमेश्वर और उनके प्रिय पुत्र, यीशु मसीह के समक्ष में घुटने टेकने के लिए प्रेरित किया था।
भविष्यवक्ता जोसफ के विश्वास के पदचिन्हों ने उन्हें मॉरमन की पुस्तक प्रकट करने में प्रभु का साधन बनने में सक्षम बनाया, जो यीशु और उनके प्रायश्चित अनुग्रह का एक अन्य नियम है।
अत्यधिक कठिनाई और विरोध का सामना करते हुए जोसफ स्मिथ विश्वास और दृढ़ता के बीच, वे यीशु मसीह के गिरजे को दुनिया में पुन:स्थापित करने में प्रभु के हाथों में एक साधन बनने में सक्षम हुए थे।
पिछले महा सम्मेलन के दौरान, मैंने इस बारे में बात की कि कैसे मेरी पूरे समय की प्रचारक सेवा ने मुझे आशीषित किया था। मुझे आशीष मिली जब मैंने अपने स्वर्गीय पिता की उद्धार की गौरवशाली योजना, जोसफ स्मिथ के प्रथम दिव्यदर्शन और मॉरमन की पुस्तक के उनके अनुवाद के बारे में सिखाया था। इन पुन:स्थापित शिक्षाओं और सिद्धांत ने उन लोगों को सिखाने में विश्वास के मेरे पदचिन्हों का मार्गदर्शन किया जो सुसमाचार की पुन:स्थापना के संदेश को सुनने के इच्छुक थे।
आज हमारे प्रचारक वर्तमान के पथप्रदर्शक हैं क्योंकि वे इस गौरवशाली संदेश को दुनिया भर के लोगों के साथ साझा करते हैं, इस प्रकार हमारे स्वर्गीय पिता के बच्चों के लिए उन्हें और उसके पुत्र, यीशु मसीह को जानने का मार्ग खोलते हैं। यीशु मसीह के सुसमाचार को स्वीकार करने से हर किसी के लिए विधियों और गिरजे और मंदिर की आशीषों को पाने के लिए तैयार होने और प्राप्त करने का मार्ग खुलता है।
पिछले महा सम्मेलन में, अध्यक्ष रसल एम. नेलसन ने पुष्टि की थी “कि प्रभु ने हर योग्य, सक्षम युवक को एक मिशन के लिए तैयार करने और सेवा करने के लिए कहा है” और “युवा और सक्षम बहनों” के लिए “एक मिशन भी एक शक्तिशाली, लेकिन वैकल्पिक, अवसर है”।10
प्रिय युवकों और युवतियों, विश्वास के आपके पदचिन्ह आपको मिशनों की सेवा करने के लिए प्रभु के निमंत्रण का पालन करने में मदद करेंगे—वर्तमान समय के पथप्रदर्शक बनकर—परमेश्वर के बच्चों के लिए अनुबंध मार्ग को खोजने और उस पर बने रहने का मार्ग खोलकर जो उसकी महिमामय उपस्थिति की ओर जाता है।
अध्यक्ष नेलसन गिरजे में पथप्रदर्शक रहे हैं। एक प्रेरित के रूप में उन्होंने सुसमाचार के प्रचार के लिए कई देशों की यात्रा की और उन्हें तैयार किया है। भविष्यवक्ता और गिरजे के अध्यक्ष बनने के कुछ समय बाद ही, उन्होंने प्रकटीकरण प्राप्त करने के लिए [हमारी] आत्मिक क्षमता को बढ़ाने के लिए हमारे साथ याचना की थी।11 वे हमें हमारी गवाही को निरंतर मजूबत करना सिखाते रहते हैं। युवा वयस्कों की सभा में, उन्होंने कहा था:
“मैं आपसे याचना करता हूं कि आप अपनी गवाही का कार्यभार उठाएं। इसके लिए काम करें। इसे पाने की जिम्मदारी लें। इसे मजबूत करो। इसे पोषित करें ताकि यह बढ़े। …
“[फिर] अपने जीवन में होने वाले चमत्कारों को देखें।12
वे हमें सिखा रहे हैं कि आत्मिक रूप से अधिक आत्मनिर्भर कैसे बनें। अध्यक्ष रसल एम. नेलसन ने सिखाया है, “आने वाले समय में, पवित्र आत्मा के मार्गदर्शन, निर्देशन, आराम और निरंतर प्रभाव के बिना आत्मिक रूप से जीवित रहना संभव नहीं होगा।”13
मैं गवाही देता हूं कि अध्यक्ष रसल एम. नेलसन पृथ्वी पर आज प्रभु के भविष्यवक्ता हैं ।
हमारा उद्धारकर्ता, यीशु मसीह, मार्ग तैयार करने में परम पथप्रदर्शक है। वास्तव में, उद्धार की योजना को पूरा करने के लिए वही “मार्ग” है14 ताकि हम पश्चाताप कर सकें और उस में विश्वास के द्वारा, अपने स्वर्गीय पिता के पास लौट सकें।
“यीशु ने उससे कहा, “मार्ग और सचाई और जीवन मैं ही हूं: बिना मेरे द्वारा कोई पिता के पास नहीं पहुंच सकता।”15 उसने हमें अनाथ न छोड़ने की प्रतिज्ञा की है, वह हमारे कष्टों में हमारे साथ रहेगा।15 उसने हमें “पूरे हृदय से उसके पास आने का निमंत्रण दिया है, और [वह] [हमें] चंगाई देगा।16
मैं गवाही देता हूं कि यीशु मसीह हमारा उद्धारकर्ता और हमारा मुक्तिदाता है, पिता के साथ हमारा सहायक है। हमारे स्वर्गीय पिता ने प्रत्येक पदचिन्ह में विश्वास के साथ उसके प्यारे पुत्र, यीशु मसीह का अनुसरण करके हमारे लिए उसके पास लौटने का मार्ग खोल दिया है।
मेरे परदादा-दादी और अन्य आरंभिक पथप्रदर्शकों को कई बाधाओं का सामना करना पड़ा जब वे वैगनों, ठेलों में और पैदल साल्ट लेक वैली आए थे। हमें भी अपने जीवन की अपनी व्यक्तिगत यात्राओं में चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। हम खड़ी पहाड़ियों पर और गहरे बर्फ के बीच ठेले या वैगनों पर नहीं चल रहे हैं; लेकिन उनके समान हम भी आत्मिक रूप से हमारे समय के प्रलोभनों और चुनौतियों पर काबू पाने का प्रयास कर रहे हैं। हमारे पास चलने के लिए पगडंडियां हैं; हमारे पास चढ़ने के लिए—पहाड़ियां—और कभी-कभी पहाड़ हैं। हालांकि आज के कष्ट आरंभिक पथप्रदर्शकों से अलग हैं, फिर भी वे हमारे लिए भी कम चुनौतीपूर्ण नहीं हैं।
भविष्यवक्ता का अनुसरण करना और अपने कदमों को वफादारी के अनुबंध मार्ग पर दृढ़ता से रखना उतना ही महत्वपूर्ण है, जितना यह आरंभिक पथप्रदर्शकों के लिए था।
आइए हम प्रत्येक पदचिन्ह में विश्वास के साथ यीशु मसीह का अनुसरण करें। हमें प्रभु की सेवा करने और एक दूसरे की सेवा करने की आवश्यकता है। हमें अपने अनुबंधों का पालन और सम्मान करके आत्मिक रूप से स्वयं को मजबूत करने की आवश्यकता है। हमें आज्ञाओं का पालन करने की महत्वपूर्ण भावना को नहीं खोना चाहिए। शैतान परमेश्वर और प्रभु यीशु मसीह के प्रति हमारी प्रतिबद्धता और हमारे प्रेम को कम करने की कोशिश करता है। कृपया याद रखें कि यदि कोई अपने मार्ग से भटक भी जाता है, फिर भी हम अपने उद्धारकर्ता के लिए कभी नहीं खोएंगे। पश्चाताप की आशीष से, हम उसकी ओर लौट सकते हैं। वह हमें सीखने, बढ़ने और बदलने में मदद करेगा जब हम अनुबंध मार्ग पर बने रहने का प्रयास करते हैं।
मेरी प्रार्थना है कि हम सदैव यीशु मसीह के पदचिन्हों पर चलें और अपने प्रत्येक पदचिन्ह में विश्वास रखते हुए, उस पर ध्यान केन्द्रित करें, अपने कदमों को अनुबंध मार्ग पर दृढ़ता से रखें यीशु मसीह के नाम से मेरी विनम्र प्रार्थना है, आमीन।