महा सम्मेलन
विजय की आशा
अक्टूबर 2024 महा सम्मेलन


13:32

विजय की आशा

आशा जीवित उपहार है, ऐसा उपहार जो यीशु मसीह में हमारे विश्वास के बढ़ने के साथ बढ़ता है।

दुनिया भर के मेरे प्यारे भाइयों और बहनों, जब हम महा सम्मेलन, के इस विशेष समय की शुरुआत करते हैं, तो स्वर्ग की दृष्टि निश्चित रूप से हम पर केन्द्रित होंगी। हम उसके सेवकों के माध्यम से “प्रभु की वाणी” सुनेंगे; हम पवित्र आत्मा के “मार्गदर्शन, निर्देशन [और] सांत्वना देने वाले” प्रभाव को महसूस करेंगे, और हमारा विश्वास मजबूत होगा।

तीन साल पहले, अध्यक्ष रसल एम. नेल्सन ने इन शब्दों के साथ महा सम्मेलन शुरू किया: “आपके हृदय में सवालों के लिए शुद्ध प्रकटीकरण प्राप्त करना इस सम्मेलन को सार्थक और यादगार बना देगा। यदि आपने अभी तक पवित्र आत्मा का प्रभाव प्राप्त करने के लिए प्रार्थना नहीं की है ताकि जो प्रभु चाहता है उसे आप इन दो दिनों में सुनें, तो मैं आपको अभी ऐसा करने के लिए आमंत्रित करता हूं। कृपया इस सम्मेलन को उसके सेवकों के माध्यम से प्रभु के संदेशों से तृप्त होने का समय बनाएं।”

पवित्र शास्त्र तीन शब्दों को शक्तिशाली ढंग से एक साथ जोड़ते हैं: विश्वास, आशा, उदारता। आशा का उपहार परमेश्वर की ओर से एक अमूल्य उपहार है।

आशा शब्द का उपयोग उन कई बातों के लिए किया जाता है जो हम चाहते हैं कि घटित हों। उदाहरण के लिए, “मुझे आशा है कि बारिश नहीं होगी,” या “मुझे आशा है कि हमारी टीम जीतेगी।” मेरी इच्छा यीशु मसीह और पुनर्स्थापित सुसमाचार पर केंद्रित हमारी पवित्र और अनंत आशाओं, और “धार्मिकता की प्रतिज्ञा की गई आशीषों की हमारी आश्वस्त अपेक्षा[ओं]” के बारे में बात करना है।”

अनंत जीवन के लिए हमारी आशा

अनन्त जीवन की हमारी आशा, मसीह के अनुग्रह और हमारे अपने चुनावों के माध्यम से सुनिश्चित होती है, जिससे हमें अपने स्वर्गीय घर लौटने और अपने स्वर्गीय पिता, उस के प्रिय पुत्र, हमारे विश्वासी परिवार और अनमोल मित्रों, तथा हर महाद्वीप और हर शताब्दी के धर्मी पुरुषों और महिलाओं के साथ हमेशा के लिए शांति और खुशी में रहने की उल्लेखनीय आशीष मिलती है।

पृथ्वी पर हम आनंद और दुख का अनुभव तब करते हैं जब हमारी परीक्षा होती है और हम सिद्ध होते हैं। हमारी विजय यीशु मसीह में विश्वास के माध्यम से आती है जब हम अपने पापों, कठिनाइयों, प्रलोभनों, अन्याय और इस नश्वर जीवन की चुनौतियों पर विजय प्राप्त करते हैं।

जब हम यीशु मसीह में अपने विश्वास को मजबूत करते हैं, तब हम अपने संघर्षों से परे अनंत जीवन की आशीषों और प्रतिज्ञाओं को देखते हैं। प्रकाश की तरह जिसकी चमक बढ़ती जाती है, आशा अंधकारमय संसार को रोशन कर देती है, और हम अपना महिमपूर्ण भविष्य देखते हैं।

आशा परमेश्वर से आती है

आरंभ से ही, हमारे स्वर्गीय पिता और उस के प्रिय पुत्र ने धर्मी लोगों को आशा के अनमोल उपहार से बड़ी उत्सुकता से आशीषित किया है।

बगीचा छोड़े के बाद, आदम और हव्वा को स्वर्गदूत द्वारा यीशु मसीह के आने की प्रतिज्ञा के बारे में सिखाया गया था। आशा के उपहार ने उनके जीवन को रोशन कर दिया। आदम ने घोषणा की, “मेरी आंखें खुल गयी हैं, और इस जीवन में मुझे आनन्द मिलेगा।” हव्वा ने “[अपनी] मुक्ति के आनन्द और उस अनन्त जीवन के विषय में कहा, जो परमेश्वर सब आज्ञाकारी को देता है।”

जिस प्रकार पवित्र आत्मा ने आदम को आशा दी थी, उसी प्रकार प्रभु की आत्मा की शक्ति आज विश्वासियों को समझ देती है, तथा अनन्त जीवन की वास्तविकता को उजागर करती है।

उद्धारकर्ता हमें एक सहायक, पवित्र आत्मा, एक साथी भेजता है जो विश्वास, आशा और शांति लाता है “जैसा संसार देता है वैसा नहीं।”

उद्धारकर्ता ने कहा, “संसार में तुम्हें क्लेश होगा, परन्तु ढाढ़स बांधो [आशा की चमक बनाए रखो]; मैं ने संसार को जीत लिया है।”

कष्ट की घड़ी में, हम विश्वास के साथ प्रभु पर भरोसा करना चुनते हैं। हम चुपचाप प्रार्थना करते हैं, “मेरी नहीं, परन्तु तेरी इच्छा पूरी हो।” हम अपनी नम्र इच्छा के लिए प्रभु की स्वीकृति महसूस करते हैं, और उस शांति की प्रतीक्षा करते हैं जिसे प्रभु अपने चुने हुए समय में भेजेगा।

प्रेरित पौलुस ने सिखाया, “आशा का परमेश्वर तुम्हें आनन्द और शान्ति से परिपूर्ण करेगा … कि तुम्हारी आशा बढ़ती जाए,” “आशा में आनन्दित रहो; क्लेश में धीरज रखो;” “पवित्र आत्मा की सामर्थ्य से।”

आशा का एक सबक

भविष्यवक्ता मोरोनी को क्लेश के दौरान मसीह में आशा रखने के बारे में प्रत्यक्ष ज्ञान था। उसने अपनी शोकजनक स्थिति बताई:

“मैं अकेला हूं। … मुझे नहीं पता कि कहां जाना है।”

“मैं अपने जीवित रहने का पता नहीं लगने देना चाहता … नहीं तो वे मुझे मार देंगे।”

उल्लेखनीय रूप से, इस अंधेरे और अकेलेपन के समय में, मोरोनी अपने पिता के आशा के शब्दों को लिखता है।

“यदि किसी मनुष्य के पास विश्वास है तो उसके पास आशा भी होनी चाहिए; क्योंकि बिना विश्वास के आशा प्राप्त नहीं की जा सकती है।”

“और क्या है जिसकी तुम आशा करोगे? … मसीह के प्रायश्चित और उसके पुनरुत्थान के सामर्थ्य द्वारा, अनंत जीवन के प्रति जिलाए जाने की तुम आशा करोगे।”

मेरे भाइयो और बहनो,आशा जीवित उपहार है, ऐसा उपहार जो यीशु मसीह में हमारे विश्वास के बढ़ने के साथ बढ़ता है। “विश्वास आशा की गई वस्तुओं का [तत्व] है।” हम प्रार्थना, मंदिर अनुबंधों, आज्ञाओं का पालन, निरंतर पवित्र शास्त्रों और आज के समय के भविष्यवक्ताओं के शब्दों में आनंदित रहने, प्रभु भोज लेने, दूसरों की सेवा करके और अपने साथी संतों के साथ साप्ताहिक आराधना करने के माध्यम से अपने विश्वास की गवाही का निर्माण करते हैं।

आशा का घर,

बढ़ती हुई दुष्टता के समय में हमारी आशा को दृढ़ करने के लिए, प्रभु ने अपने भविष्यवक्ता को पृथ्वी पर अपने मंदिर बनाने का निर्देश दिया है।

जब हम प्रभु के घर में प्रवेश करते हैं, तो हम परमेश्वर की आत्मा को महसूस करते हैं, जो हमारी आशा की पुष्टि करती है।

मंदिर खाली कब्र की गवाही देता है और यह भी कि परदे के उस तरफ सभी के लिए जीवन जारी रहता है।

जिनके पास कोई अनंत साथी नहीं है, उनके लिए विधियां शक्तिशाली रूप से पुष्टि करती हैं कि प्रत्येक धर्मी व्यक्ति को प्रतिज्ञा की गई आशीष प्राप्त होगी।

एक युवा जोड़े को वेदी पर घुटनों के बल बैठकर न केवल समय के लिए बल्कि अनंत जीवन के लिए मुहरबंद होनी की आशा करता है।

हमारी पीढ़ियों से की प्रतिज्ञाओं में हमारे लिए अपार आशा छिपी है, चाहे उनकी वर्तमान परिस्थितियां कुछ भी हों।

कोई दर्द नहीं, कोई बीमारी नहीं, कोई अन्याय नहीं, कोई पीड़ा नहीं, कुछ भी ऐसा नहीं जो हमारी आशा को धूमिल कर सके, जब हम विश्वास करते और प्रभु के घर में परमेश्वर के साथ अपने अनुबंधों को दृढ़ता से पालन करते हैं। यह प्रकाश का घर है, आशा का घर है।

जब आशा त्याग दी जाती है

हमें दुख होता हैं जब हम उन लोगों की उदासी और निराशा देखते हैं जिनके पास मसीह में कोई आशा नहीं है।

मैंने हाल ही में एक दम्पति को देखा जो एक समय मसीह पर विश्वास करते थे, लेकिन बाद में उन्होंने अपने विश्वास को त्यागने का निर्णय ले लिया। वे संसार में सफल थे, और उन्हें अपनी बुद्धिमता और अपने विश्वास को अस्वीकार करने में आनंद मिला।

सब कुछ ठीक चल रहा था, लेकिन पति, जो अभी भी युवा और ऊर्जावान था, अचानक बीमार पड़ गया और उसकी मृत्यु हो गई। सूर्य ग्रहण की तरह, उन्होंने परमेश्वर के पुत्र के प्रकाश को अवरुद्ध कर दिया था, और परिणाम स्वरूप आशा पर ग्रहण लग गया। पत्नी, अपने अविश्वास के कारण, विचलित हुई, वह इस पीड़ा के लिए तैयार नहीं थी, अब अपने बच्चों को दिलासा देने में असमर्थ है। उसकी समझदारी उसे बता रही थी कि उसका जीवन एकदम व्यवस्थित है, लेकिन अचानक उसे कोई भविष्य नजर नहीं आ रहा है। उसकी निराशा अंधकार और भ्रम लेकर आई।

हृदय विदारक त्रासदी में आशा

मैं उसकी पीड़ादायक निराशा की तुलना एक अन्य परिवार की हृदय विदारक समय में मसीह में आशा रखने से करना चाहता हूं।

इक्कीस साल पहले मेरे भतीजे, बेन एंडरसन और उसकी पत्नी, रॉबी के नवजात बेटे को आपात स्थिति के कारण उनके आईडोह के किसान समाज से साल्ट लेक सिटी जाना पड़ा था। मैं अस्पताल पहुंचा और बेन ने मुझे उनके बच्चे के हृदय की गंभीर और जानलेवा बीमारी के बारे में बताया। हमने अपने हाथ ट्रे के छोटे से सिर पर रखे। प्रभु ने उसे लंबे जीवन की आशीष दी।

ट्रे की पहले सप्ताह में ही हृदय की सर्जरी हुई, तथा उसके बाद और भी सर्जरी हुईं। जैसे-जैसे वर्ष बीतते गए, यह स्पष्ट हो गया कि ट्रे को हृदय प्रत्यारोपण की आवश्यकता होगी। हालांकि उस की शारीरिक गतिविधियां सीमित थीं, लेकिन उस का विश्वास बढ़ता गया। उसने लिखा, “मुझे कभी भी अपने लिए खेद महसूस नहीं हुआ क्योंकि मैं हमेशा यीशु मसीह में विश्वास रखने और उद्धार की योजना की गवाही के महत्व को जानता था।”

ट्रे एंडरसन

ट्रे ने अपने फोन पर अध्यक्ष नेल्सन का यह सुप्रसिद्ध उद्धरण रखा: “आनंद जो हम महसूस करते हैं उसका हमारे जीवन की परिस्थितियों से बहुत कम लेना-देना है और उससे सब कुछ लेना-देना है जो हम अपने जीवन केन्द्रित को करने के लिए करते हैं।

ट्रे एंडरसन

ट्रे ने लिखा: “मैंने हमेशा पूर्णकालिक प्रचारक सेवा करने की आशा की है, लेकिन … मेरे डॉक्टर मुझे प्रत्यारोपण के कम से कम एक साल बाद तक मिशन की सेवा नहीं करने देंगे… मैंने अपना विश्वास यीशु मसीह पर रखा।”

ट्रे इस सेमेस्टर की शुरुआत में BYU में अकाउंटिंग में प्रवेश मिलने से बहुत उत्साहित था, लेकिन जुलाई के अंत में वह और भी अधिक उत्साहित हो गया, जब उसे ह्रदय प्रत्यारोपण के लिए अस्पताल से एक फोन कॉल आया।

“एक साल,” ट्रे ने कहा, “और मैं अपने मिशन पर चला जाऊंगा।”

जब वह ऑपरेशन कक्ष में दाखिल हुआ तो लोगों को बड़ी उम्मीदें थीं। हालांकि, सर्जरी के दौरान विनाशकारी जटिलताएं पैदा हुई और ट्रे को कभी होश नहीं आया।

उसकी मां, रॉबी ने कहा: “शुक्रवार का दिन सबसे अधिक हृदय विदारक था … हम बस इसे समझने की कोशिश कर रहे हैं। … मैं देर रात तक जागकर सब कुछ समझने की कोशिश करती रही। … लेकिन शनिवार को मैं पूर्ण आनन्द की अनुभूति के साथ उठी। यह सिर्फ शांति नहीं थी; और यह इनकार भी नहीं था। मुझे अपने बेटे के लिए खुशी महसूस हुई, और उसकी मां के रूप में भी मुझे खुशी महसूस हुई। … बेन मुझसे बहुत पहले उठ गया था, और जब हमें आखिरकार बात करने का मौका मिला, तो बेन भी ठीक उसी भावना के साथ जागा था।”

रोबी और बेन एंडरसन

बेन ने बताया: “जब परमेश्वर ने मुझे अपनी पवित्र आत्मा के द्वारा सिखाया तो मेरी आत्मा में स्पष्टता आ गयी। मैं सुबह 4 बजे जागा और बता नहीं सकता की कितनी शांति और आनंद से मैं भर गया। यह कैसे संभव है? … ट्रे का निधन बहुत दुखद है और मुझे उसकी बहुत याद आती है। परन्तु प्रभु हमें असहाय नहीं छोड़ता। … मैं एक सुखद पुनर्मिलन की आशा करता हूं।”

आशा का वादा

ट्रे ने अपनी डायरी में अध्यक्ष नेल्सन के महा सम्मेलन भाषण के ये शब्द लिखे थे: “जब आपका बच्चा किसी लाइलाज बीमारी से पीड़ित होता है या जब आप अपनी नौकरी खो देते हैं या जब आपका जीवनसाथी आपको धोखा देता है, तो आनंद महसूस करना संभव नहीं लगता है। फिर भी उद्धारकर्ता ठीक यही आनंद प्रदान करता है। उसका आनन्द निरंतर है, जो हमें आश्वस्त करता है कि ‘तुम्हारे कष्ट होंगे लेकिन कुछ समय के लिए’ [सिद्धांत और अनुबंध 121:7] और हमारी उन्नति में लाभकारी होंगे।””

भाइयों और बहनों, आप जो शांति चाहते हैं वह शायद उतनी जल्दी न मिले जितनी आप चाहते हैं, लेकिन मैं आपसे वादा करता हूं कि जब आप प्रभु पर भरोसा रखेंगे, तब उसकी शांति आपके पास आएगी।

आइए हम अपने बहुमूल्य विश्वास को पोषित करें, तथा आशा की परिपूर्ण चमक के साथ आगे बढ़ें। मैं गवाही देता हूं कि हमारी आशा हमारा उद्धारकर्ता यीशु मसीह है। उसके द्वारा, हमारे सभी पवित्र सपने साकार होंगे। वह आशा का परमेश्वर है—आशा की विजय। वह जीवित है और वह आपसे प्रेम करता है। यीशु मसीह के नाम में, आमीन।

विवरण

  1. रसेल एन. नेल्सन, “गिरजा के लिए प्रकटकीकरण, हमारे जीवन के लिए प्रकटकीकरण,” लियाओना, मई 2018, 96।

  2. Russell M. Nelson, “Pure Truth, Pure Doctrine, and Pure Revelation,” Liahona, Nov. 2021, 6–7.

  3. “क्या आपने पवित्र शास्त्रों में यह देखा है कि आशा कभी अकेली नहीं होती? आशा अक्सर विश्वास से जुड़ी होती है। आशा और विश्वास सामान्यतः उदारता से जुड़े होते हैं। क्यों? क्योंकि विश्वास के लिए आशा आवश्यक है; आशा के लिए विश्वास आवश्यक है; विश्वास और आशा उदारता के लिए आवश्यक हैं (देखें 1 कुरिन्थियों 13:13, अलमा 7:24, ईथर 12:28, सिद्धांत और अनुबंध 4:5). वे तीन पैरों वाले स्टूल के पैरों की तरह एक दूसरे को सहारा देते हैं। ये तीनों हमारे उद्धारकर्त्ता से संबंधित हैं।

    विश्वास यीशु मसीह [में आधारित] है।” आशा उसके प्रायश्चित पर केन्द्रित है। उदारता ‘मसीह के शुद्ध प्रेम’ में प्रकट होती है (देखें मोरोनी 7:47)। ये तीनों विशेषताएं एक दूसरे से केबल के धागों की तरह जुड़ी हुई हैं, तथा इन्हें हमेशा ठीक से पहचाना नहीं जा सकता। मिलकर, वे सिलेस्टियल राज्य के लिए हमारी डोर बन जाते हैं”।” (Russell M. Nelson, “A More Excellent Hope” [Brigham Young University devotional, Jan. 8, 1995], 3, speeches.byu.edu).

  4. सुसमाचार विषय, “ “आशा,” सुसमाचार लाइब्रेरी।

  5. “इसलिए, जो कोई परमेश्वर में विश्वास करता है वह निश्चितता के साथ एक बेहतर संसार की, …हां, यहां तक कि परमेश्वर के दाहिने हाथ की तरफ रहने की आशा कर सकता है, उस आशा से जो विश्वास से आती है, मनुष्यों की आत्माओं के लिए एक आश्रय बनाती है” (ईथर 12:4)।

  6. एल्डर डिटर एफ. उक्डोर्फ ने कहा: “मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि अवसाद और अन्य जटिल मानसिक और भावनात्मक चुनौतियां वास्तविक होती हैं, और इसका उपचार सिर्फ यह कहने भर से नहीं हो सकता कि “खुश रहने की कोशिश करें।’ मेरा उद्देश्य आज मानसिक स्वास्थ्य के रोगों को कम या छोटा करना नहीं है। यदि आप ऐसी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, तो मैं आपके दुख से दुखी, और आपके साथ खड़ा हूं। कुछ लोगों के लिए, खुशी पाने के लिए प्रशिक्षित मानसिक चिकित्सक से मदद लेना शामिल हो सकता है जो अपनी चिकित्सीय प्रतिभा से सेवा करते हुए अपना जीवन समर्पित करते हैं। हमें ऐसी मदद के लिए आभारी होना चाहिए” (“उच्चतर आनन्द,” लियाहोना, मई 2024, 66)।

  7. हमारे स्वर्गीय पिता ने घोषणा की है कि उसका कार्य और महिमा हमारे लिए अनन्त जीवन लाना है (देखें मूसा 1:39)।

  8. (देखें मूसा 5।)

  9. मूसा 5:10

  10. मूसा 5:11

  11. देखें मूसा 5:9

  12. यूहन्ना 14:27

  13. यहून्ना 16:33

  14. देखें लूका 22:42

  15. रोमियों 15:13

  16. रोमियों 12:12

  17. रोमियों 15:13

  18. मॉरमन 8:5

  19. मोरोनी 1:1

  20. मोरोनी 7:42

  21. मोरोनी 7:41

  22. इब्रानियों 11:1। In the Joseph Smith Translation it reads, “Faith is the assurance of things hoped for, the evidence of things not seen” (in the Bible Appendix). हम उन आशीषों में अपने विश्वास का आश्वासन देखते हैं जो उन लोगों को मिलते हैं जो प्रभु के साथ किए गए अनुबंधों का पालन करते हैं।

  23. रसल एम. नेलसन, “Joy and Spiritual Survival,” Liahona, Nov. 2016, 82।

  24. रॉबी एंडरसन द्वारा अपने बेटे ट्रे एंडरसन के अंतिम संस्कार के अवसर पर 12 अगस्त, 2024 को दी गई वार्ता। ट्रे की सर्जरी 31 जुलाई 2024 को हुई थी। 3 अगस्त 2024 को उसका निधन हुआ था।

  25. बेन एंडरसन द्वारा अपने बेटे ट्रे एंडरसन के अंतिम संस्कार के अवसर पर 12 अगस्त, 2024 को दी गई वार्ता।

  26. Russell M. Nelson, “Joy and Spiritual Survival,” 82।

  27. देखें 2 नफी 31:20। नफी जिस आशा की बात करता है वह परिपूर्ण और उज्ज्वल है क्योंकि यह मसीह में केन्द्रित है। वह परिपूर्ण है और उसका प्रायश्चित, जो यह उज्ज्वल आशा प्रदान करता है, वह भी परिपूर्ण है।