उसके हाथ हमारी मदद के लिए तैयार है
जब हम विश्वास के साथ यीशु मसीह तक पहुँचते हैं, तो वह सदैव हमारे साथ मौजूद रहेगा।
जब मैं एक बच्चा था, एक परिवार के रूप में हम अपने मूल देश चिली के तट पर एक समुद्र तट पर छुट्टियां मनाने गए थे। मैं अपने परिवार के साथ गर्मियों की छुट्टी बिताने के लिए उत्साहित था। मैं भी रोमांचित था, क्योंकि मुझे लगा कि मैं भी वह कर सकता हूं जो मेरे दो बड़े भाई आमतौर पर पानी पर मौज-मस्ती के लिए करते थे।
एक दिन, मेरे भाई वहाँ खेलने गए जहां लहरें तीव्र गति हो जाती थीं, और मुझे लगा कि मैं बड़ा हो गया हूँ, इसलिए मैं उनके पीछे चला गया। जब मैं उस क्षेत्र की ओर बढ़ा, मुझे एहसास हुआ कि लहरें तट से जितनी बड़ी दिख रही थीं, उससे कहीं अधिक बड़ी थीं। अचानक, एक लहर तेजी से मेरी ओर आई और मुझे आश्चर्यचकित कर दिया। मुझे ऐसा महसूस हुआ जैसे प्रकृति की शक्ति ने मुझ पर कब्ज़ा कर लिया हो और मैं समुद्र की गहराई में खींच लिया गया हूँ। मेरे उछल जाने के कारण कुछ देख या महसूस नहीं कर सका। जब मुझे लगा कि पृथ्वी पर मेरा साहसिक दिन समाप्त होने वाला है, तब मुझे ऐसा महसूस हुआ कि कोई हाथ मुझे सतह की ओर खींच रहा है। अंततः, मैं सूरज को देख सका और अपनी सांसें ले सका।
मेरे भाई क्लाउडियो ने मुझे देखा और मुझे बचाने के लिए आगे आया। मैं किनारे से ज्यादा दूर नहीं था। हालांकि पानी उथला था, फिर भी मैं भ्रमित था और मुझे यह एहसास नहीं था कि मैं अपनी मदद स्वयं कर सकता था। क्लाउडियो ने मुझसे कहा कि मुझे सावधान रहना चाहिए और अगर मैं चाहूं तो वह मुझे सिखा सकता हैं। मैंने काफी गैलन भर पानी निगल लिया था, फिर भी मेरा गर्व और बड़ा लड़का बनने की इच्छा और भी प्रबल थी, और मैंने कहा, “ज़रूर।”
क्लाउडियो ने मुझसे कहा कि मुझे लहरों पर काबू पाना होगा। मैंने खुद से कहा कि पानी की एक चट्टान दीवार के खिलाफ लड़ाई में मैं निश्चित रूप से हार जाऊंगा।
जब एक नई बड़ी लहर निकट आए, क्लाउडियो ने तुरंत कहा: “मेरी ओर देखो; और ऐसे करते जाओ।” क्लाउडियो आती हुई लहर की ओर दौड़ा और उसके तीव्र होने से पहले वह उसमें कूद गया। मैं उसके गोते से इतना प्रभावित हुआ कि अगली आती हुई लहर को देख ही नहीं सका। और फिर से, में समुद्र की गहराई में चला गया और प्रकृति की शक्तियों द्वारा बाहर उछाला गया। कुछ सेकंड बाद, एक हाथ ने मेरा हाथ पकड़ा, और मैं पुनः सतह और हवा की ओर खींच लिया गया। मेरे गर्व की ज्वाला बुझ रही थी।
इस बार मेरे भाई ने मुझे अपने साथ गोता लगाने के लिए बुलाया लिया । उनके बुलाने पर, मैं उसके पीछे गया और हमने साथ-साथ में गोते लगाए । मुझे ऐसा लग रहा था जैसे मैं सबसे जटिल चुनौती पर विजय पा रहा हूँ। निश्चित रूप से, यह बहुत आसान नहीं था, लेकिन मैंने अपने भाई की मदद और उसके दिखाए गए उदाहरण की वजह से यह कर दिखाया। उसके हाथ ने मुझे दो बार बचाया; उसके उदाहरण ने मुझे सिखाया कि अपनी चुनौती से कैसे निपटना है और विजयी कैसे होना है।
अध्यक्ष रसेल एम. नेल्सन ने हमें सिलेस्टियल सोचने के लिए आमंत्रित किया है, और मैं उनकी सलाह का पालन करना चाहता हूं और इसे अपनी ग्रीष्मकालीन कहानी में लागू करना चाहता हूं।
शत्रु पर उद्धारकर्ता की शक्ति
यदि हम सिलेस्टियल सोचें तो हम समझेंगे कि हमारे जीवन में हमें उन चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा जो उनसे उबरने की हमारी क्षमता से कहीं अधिक बड़ी लगती हैं। अपने नश्वर जीवन में हम शत्रु के हमलों के अधीन रहते हैं। उन लहरों की तरह, जो मुझ पर हावी थीं, हम भी शक्तिहीन महसूस कर सकते हैं और अधिक शक्तिशाली भाग्य के हाथों खुद को सौपना चाहेंगे। वे दुर्भावनापूर्ण लहरें हमें एक ओर से दूसरी ओर धकेल सकता हैं। लेकिन यह मत भूलो कि उन लहरों पर, और वास्तव में सभी चीज़ों पर, किसका अधिकार है। हमारे उद्धारकर्ता, यीशु मसीह का। उसके पास हमें हर दुःख की स्थिति या प्रतिकूल परिस्थिति से बाहर निकालने की शक्ति है। चाहे हम उसके करीब महसूस करें या नहीं, फिर भी वह हम तक पहुंच सकता है, चाहे हम किसी भी परिस्थिति में हो।
जब हम विश्वास के साथ उस तक पहुँचते हैं, तब वह हमेशा वहाँ मौजूद रहेगा, और अपने समय पर, वह हमारा हाथ थामने और हमें सुरक्षित स्थान तक ले जाने के लिए तैयार रहेगा।
उद्धारकर्ता और उसकी सेवकाई का उदाहरण
यदि हम सिलेस्टीयल सोचें, तो हम यीशु मसीह की सेवकाई को दोषरहित उदाहरण के रूप में पहचानेंगे। पवित्र शास्त्रों में हमारे लिए उद्धारहण है, जब भी वह या उसके शिष्य मदद, बचाव या आशीष के लिए किसी व्यक्ति की ओर अपने हाथ बढ़ाते हैं। मेरी कहानी में मुझे पता था कि मेरा भाई वहां मौजूद है, लेकिन उसका मेरे लिए वहां मौजूद होना काफी नहीं था। क्लाउडियो को पता था कि मैं मुसीबत में हूं, और वह मुझे पानी से बाहर निकालने में मदद करने के लिए आया।
कभी-कभी, हम सोचते हैं कि हमें किसी जरूरतमंद के लिए मौजूद रहना चाहिए, और कई बार हम और भी कुछ कर सकते हैं। एक अनंत दृष्टिकोण रखने से हमें जरूरतमंद लोगों को समय पर सहायता प्रदान करने के लिए प्रकटीकरण प्राप्त करने में मदद मिल सकती है। हम पवित्र आत्मा के मार्गदर्शन और प्रेरणा पर निर्भर रह सकते हैं यह समझने के लिए कि किस प्रकार की सहायता की आवश्यकता है, चाहे वह भावनात्मक आश्वासन, भोजन या दैनिक कार्यों में सहायता हो, या दूसरों को पवित्र अनुबंधों को तैयार करने, बनाने और उनका सम्मान करने में सहायता करने के लिए आत्मिक मार्गदर्शन हो।.
उद्धारकर्ता हमें बचाने के लिए तैयार है
जब पतरस, प्रेरित, “यीशु के पास जाने के लिए पानी पर चला … तो डर गया, और जब डूबने लगा, तो चिल्लाकर कहा, … हे प्रभु, मुझे बचा। ” यीशु पतरस के विश्वास को जनता था जो उसने पानी पर चलकर उनके पास आने के लिए दिखाया। वह पतरस के डर को भी जानता था। विवरण के अनुसार, यीशु ने “तुरन्त … हाथ बढ़ाकर उसे थाम लिया,” और उससे कहा: “ओ अल्पविश्वासी, तूने संदेह क्यों किया?” उसके शब्द पतरस को डांटने के लिए नहीं थे बल्कि उसे याद दिलाने के लिए थे कि मसीह, उसके और शिष्यों के साथ था।
यदि हम स्वर्गीय सोचें, तो हमारे हृदय में यह पुष्टि हो जाएगी कि यीशु मसीह वास्तव में हमारा उद्धारकर्ता, पिता के साथ हमारा वकील, तथा हमारा उद्धारक है। उस पर विश्वास हमें हमारी नश्वर अवस्था से बचाएगा, इस नश्वर जीवन में हमारी चुनौतियों, दुर्बलताओं से बचाएगा, जीवन की आवश्यकताओं को पूरा करेगा और हमें सबसे सर्वोत्तम उपहार देगा, जो कि अनन्त जीवन है।
उद्धारकर्ता हमें कभी नहीं छोड़ेगा
मेरे भाई ने उस दिन मुझ पर भरोसा नहीं छोड़ा, बल्कि डटा रहा, ताकि मैं स्वयं यह करना सीख सकूं। वह लगातार कोशिश करता रहा, भले ही इसके लिए उसे मुझे दोबार बचाना पड़ा। जबकि पहली बार मैं इसे नहीं कर पाया था, फिर भी वह लगातार प्रयास करता रहा। उन्होंने दृढ़ता बनाए रखी ताकि मैं उस चुनौती पर विजय प्राप्त कर सकूं और सफल हो जाऊ। यदि हम सिलिस्टियल सोचें, तो हम महसूस करेंगे कि यदि हम सीखना, बदलना, जीतना, सामना करना, या जो कुछ भी हमारे जीवन में सच्ची, अनंतखुशी लाएगा उसमें सफल होना चाहते हैं, तो हमारा उद्धारकर्ता मदद करने के लिए जितनी बार आवश्यक होगा उतनी बार वो वहां मौजूद रहेगा।
उद्धारकर्ता के हाथ
पवित्रशास्त्र उद्धारकर्ता के हाथों के प्रतीक और महत्व को अनंत बनाते हैं। उनके प्रायश्चित बलिदान में, उसे क्रूस पर लटकाने के लिए उसके हाथों में कीलें ठोंकी गयीं थी। अपने पुनरुत्थान के बाद, वे अपने शिष्यों के सामने परिपूर्ण शरीर में प्रकट हुआ, लेकिन उसके हाथों के निशान उसके असीम बलिदान की याद दिलाते हुए आज भी मौजूद हैं। उसका हाथ सदैव हमारे लिए मौजूद रहेगा, भले ही हम उसे पहले देख या महसूस न कर सकें, क्योंकि उसे हमारे स्वर्गीय पिता ने हमारा उद्धारकर्ता, समस्त मानवजाति का उद्धारक होने के लिए चुना था।
यदि मैं सिलिस्टियल सोचता हूं, तो में जनता हु कि इस जीवन में हम अकेले नहीं हैं। जबकि हमें चुनौतियों और परीक्षणों का सामना करना पड़ता है, परन्तु हमारा स्वर्गीय पिता हमारी क्षमताओं को जानता है और वह यह भी जानता है कि हम अपनी कठिनाइयों को सहन कर सकते हैं या उन पर विजय पा सकते हैं। हमें अपने हिस्से का काम करना चाहिए और विश्वास के साथ उसकी ओर मुड़ना चाहिए। उसका प्रिय पुत्र, यीशु मसीह, हमारा उद्धारकर्ता है और सदैव हमारे साथ रहेगा। उसके नाम में, यीशु मसीह के पवित्र नाम में, आमीन।